मोदी के मंत्री की बड़ी बहन है पल्लवी, जिसने डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य को हराया

सिराथू विधानसभा सीट पर कई बार केशव प्रसाद मौर्य की बढत ने बीजेपी कार्यकताओं के चेहरे खिला दिये, लेकिन वो आखिर में 7337 वोट से हार गये।

New Delhi, Mar 11 : यूपी विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने भले ही बड़ी जीत हासिल की है, लेकिन कौशाम्बी की सिराथू सीट से डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य को हार का सामना करना पड़ा है, अपना दल की पल्लवी पटेल ने इस सीट से 7337 वोट से जीत हासिल की है, पल्लवी पटेल को 105559 वोट मिले हैं, जबकि बीजेपी के केशव प्रसाद मौर्य को 98727 वोट मिले।

7337 वोट से हार
सिराथू विधानसभा सीट पर कई बार केशव प्रसाद मौर्य की बढत ने बीजेपी कार्यकताओं के चेहरे खिला दिये, लेकिन वो आखिर में 7337 वोट से हार गये, सिराथू में बसपा के मुनसाब अली 10034 वोटों के साथ तीसरे नंबर पर रहे, वहीं सपा के हाथों मिली बार के बाद केशव प्रसाद मौर्य ने ट्वीट किया,  उन्होने लिखा सिराथू विधानसभा क्षेत्र की जनता के फैसले को विनम्रतापूर्वक स्वीकार करता हूं, एक-एक कार्यकर्ता के परिश्रम के लिये आभारी हूं, जिन वोटरों ने वोट रुप आशीर्वाद दिया, उनके प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करता हूं।

मोदी के मंत्री की बहन
सिराथू की वीआईपी सीट पर बीजेपी और सपा ने अपना पूरा दम लगाया था, यही नहीं पल्लवी पटेल की छोटी बहन और मोदी सरकार में मंत्री अनुप्रिया पटेल ने भी केशव मौर्य के लिये जमकर प्रचार किया था, केशव मौर्य सिराथू के ही रहने वाले हैं, जबकि पल्लवी इस क्षेत्र की बहू है।

2004 में लड़ा था पहला चुनाव
आपको बता दें कि यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने 2017 में विधानसभा चुनाव नहीं लड़ा था, लेकिन इस बार वो कौशाम्बी के सिराथू सीट से चुनावी मैदान में ताल ठोक रहे थे, राजनीति में आने के बाद केशव ने पहला चुनाव 2004 में बाहुबली अतीक अहमद के प्रभाव वाली सीट इलाहाबाद पश्चिम से लड़ा था, लेकिन 2004 और 2007 में उन्हें हार का सामना करना पड़ा, फिर 2012 में वो सिराथू से लड़े और पहली बार इस सीट पर कमल खिलाया, फिर 2014 लोकसभा चुनाव में पार्टी ने उन्हें फूलपुर से लड़ाया और वो चुनाव जीत गये, इसके बाद पार्टी ने उन्हें प्रदेश अध्यक्ष बना दिया, केशव की कुशल संगठनात्मक क्षमता ही थी, जिसने सारी पिछड़ी जातियों को बीजेपी के पक्ष में लामबंद किया था, 2017 में उन्हें डिप्टी सीएम बनाया गया।