राहुल द्रविड़ के एक और ‘चेले’ को टीम इंडिया में मिली एंट्री, कंपाउंडर पिता ने क्रिकेट छोड़ने के लिये की थी पिटाई

भारतीय टीम को जहीर खान के बाद एक बेहतरीन बायें हाथ के तेज गेंदबाज की तलाश है, लेकिन ऐसा कोई गेंदबाज नहीं आया, जो लंबे समय तक टीम इंडिया के लिये खेल सके।

New Delhi, Sep 02 : राजस्थान के टोंक जिले के 20 वर्षीय बायें हाथ के तेज गेंदबाज को पहली बार टीम इंडिया में शामिल किया गया है। 15 सितंबर से यूएई में होने वाले एशिया कप में उन्हें टीम में जगह दी गई है। आपको बता दें कि इस टूर्नामेंट में नियमित कप्तान विराट कोहली को आराम दिया गया है, हिटमैन रोहित शर्मा भारतीय टीम की कमान संभालेंगे, इस टीम में एक मात्र नया चेहरा खलील अहमद हैं, कहा जाता है कि इनकी प्रतिभा को निखारने में टीम इंडिया के पूर्व कप्तान राहुल द्रविड़ का खास योगदान है।

बायें हाथ के तेज गेंदबाज की तलाश
सच कहा जाए, तो भारतीय टीम को जहीर खान के बाद एक बेहतरीन बायें हाथ के तेज गेंदबाज की तलाश है, लेकिन ऐसा कोई गेंदबाज नहीं आया, जो लंबे समय तक टीम इंडिया के लिये खेल सके। हालांकि उनादकट और बरिंदर सरन को टीम में एंट्री जरुर मिली थी, लेकिन वो मिले मौके का फायदा नहीं उठा सके, अब चयनकर्ताओं ने युवा खलील अहमद पर भरोसा जताया है। वैसे खलील ने भी अपने इरादे जाहिर कर दिये हैं, उन्होने कहा कि अब जब मुझे चुना गया है, तो मैं सिर्फ एशिया कप नहीं बल्कि लंबे समय तक भारतीय टीम के लिये खेलना चाहता हूं, कम से कम 10 साल भारतीय टीम में अपनी जगह पक्की करना चाहता हूं, जितना हो सके, ज्यादा से ज्यादा विकेट हासिल करना चाहता हूं।

पिता बनाना चाहते थे डॉक्टर
टोंक के रहने वाले खलील अहमद को बचपन से ही क्रिकट का शौक था, इसी वजह से उन्होने अंडर-16 और अंडर-19 क्रिकेट में राजस्थान के लिये दमदार प्रदर्शन किया। लेकिन खलील के पिता तो उनका क्रिकेट खेलना बिल्कुल भी पसंद नहीं था, दरअसल खलील के पिता खुर्शीद पेशे से कंपाउंडर हैं, और वो चाहते थे कि बेटा पढ लिख कर डॉक्टर बने। एक बार को खलील को क्रिकेट की वजह से पिता से पिटाई भी खानी पड़ी थी, जिसके बाद खलील के कोच इम्तियाद अली खान ने खुर्शीद से बात किया और खलील के क्रिकेट को जारी रखने में मदद की।

राहुल द्रविड़ ने खेल को निखारा
वैसे को खलील अहमद से अंडर-14 राजसिंह डूंगरपुर ट्रॉफी में 4 मैचों में 26 विकेट लेकर तहलका मचा दिया था, लेकिन अगर सही मायने में ये युवा तेज गेंदबाज सुर्खियों में आया, जब 2016 में दिल्ली डेयरडेविल्स की टीम ने उन्हें 10 लाख रुपये में खरीदा, हालांकि पूरे सीजन वो बेंच पर बैठकर अपनी बारी का इंतजार करते रहे, लेकिन कहा जाता है कि राहुल द्रविड़ की संगत ने इस युवा का खेल ही बदल दिया।

मुश्ताक अली टूर्नामेंट में धाक
इस साल सैयद मुश्ताक अली टूर्नामेंट में खलील ने 10 मैचों में 17 विकेट हासिल किये, इस दौरान उनका औसत 15.33 का रहा। एक युवा तेज गेंदबाज के लिये ये शानदार प्रदर्शन है। इसी प्रदर्शन से उन्होने भारतीय चयनकर्ताओं का ध्यान अपनी ओर खींचा, इसके साथ ही खलील ने इंग्लैंड दौरे पर इंडिया ए की ओर से खेलते हुए शानदार प्रदर्शन करते हुए 5 मैचों में 8 विकेट हासिल किया।

टीम इंडिया को मिलेगा दूसरा जहीर खान
वैसे अभी से खलील अहमद को टीम इंडिया का दूसरा जहीर खान कहना जल्दबाजी होगा, लेकिन इस युवा तेज गेंदबाज के रोल मॉजल जहीर खान ही हैं। वैसे एक इंटरव्यू के दौरान उन्होने कहा था कि जहीर खान को गेंदबाजी करते देख ही उन्होने क्रिकेट खेलना शुरु किया था, खलील की गेंदबाजी एक्शन भी जहीर खान से प्रभावित लगती है। उनकी सबसे बड़ी खासियत ये है कि रफ्तार और लाइन लेंथ दोनों पर ध्यान देते हैं, वो 145 की औसत रफ्तार से नियंत्रित गेंदबाजी करते हैं।