विराट कोहली के ‘उत्तराधिकारी’ का टीम इंडिया से बाहर होना तय, आंकड़े देख रह जाएंगे हैरान

केएल राहुल को भविष्य का विराट कोहली और टीम इंडिया का अगला कप्तान कहा जा रहा था, उनकी क्लासिक बल्लेबाजी के चर्चे पूरी दुनिया में थी।

New Delhi, Sep 04 : इंग्लैंड के साथ चौथे टेस्ट मैच में जिस बात का डर था, आखिरकार वही हुआ, टीम इंडिया ने ये मुकाबला 60 रनों से गंवा दिया, इसके साथ ही सीरीज भी इंग्लैंड के नाम हो गई। विराट कोहली की कप्तानी में टीम इंडिया इंग्लैंड टेस्ट सीरीज जीतने का सपना लेकर पहुंची थी, लेकिन कुछ भारतीय बल्लेबाजों की गलतियों की वजह से ये सपना चकनाचूर हो गया। टेस्ट सीरीज में भारतीय गेंदबाजों ने अपनी जान लड़ा दी, लेकिन बल्लेबाजों ने मिट्टी पलीत कर दी।

भारतीय फैंस के अरमान टूटे
जिस एक बल्लेबाज पर सबसे ज्यादा भरोसा किया जा रहा था, वो के एल राहुल थे, उन्हें शुरुआती मैचों में पुजारा जैसे बल्लेबाज को बाहर बिठा मौका दिया गया, लेकिन राहुल ने भारतीय फैंस की उम्मीदों पर पानी फेर दिया। वो इंग्लैंड की पिचों पर रन बनाने के लिये संघर्ष करते दिखे। अब कहा जा रहा है कि विराट अगले मुकाबले में उन्हें ड्रॉप कर पृथ्वी शॉ को मौका दे सकते हैं।

भविष्य का कप्तान
केएल राहुल को भविष्य का विराट कोहली और टीम इंडिया का अगला कप्तान कहा जा रहा था, उनकी क्लासिक बल्लेबाजी के चर्चे पूरी दुनिया में थी, लेकिन अंग्रेज गेंदबाजों के सामने उन्होने घुटने टेक दिया। इसी साल आईपीएल में उनकी बल्लेबाजी देख फैंस कह रहे थे कि ये अंग्रेजों लगान वसूलेंगे, लेकिन राहुल ने भारतीय फैंस को निराश कर दिया।

8 पारियों में 113 रन
केएल राहुल अब तक 4 टेस्ट मैचों में प्लेइंग इलेवन का हिस्सा रहे हैं, उन्होने 8 पारियों में सिर्फ 113 रन बनाये हैं, इस दौरान उनका औसत सिर्फ 14.12 का रहा है। इस सीरीज में अब तक राहुल के बल्ले से एक भी अर्धशतक नहीं निकला है। उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 36 रन रहा है। वो पूरी सीरीज में रन बनाने के लिये संघर्ष करते नजर आये हैं।

टेस्ट मैचों में कर देते हैं सरेंडर
हालांकि आपको बता दें कि ऐसा पहली बार नहीं है कि लोकेश राहुल का बल्ला खामोश हो गया है, अकसर मुश्किल हालातों में वो सरेंडर करते नजर आते हैं, भारतीय उपमहाद्वीप के बाहर पिछली 13 पारियों में उन्होने एक बार भी 50 का आंकड़ा नहीं छुआ है। इस दौरान उनकी औसत सिर्फ 13.15 का रहा है। आईपीएल में गेंदबाजों की धुनाई करने वाले राहुल टेस्ट क्रिकेट में सरेंडर कर देते हैं, हालांकि विशेषज्ञों का कहना है कि उन्हें अपनी तकनीक पर कुछ और काम करने की जरुरत हैं।