इस सीट से लोकसभा चुनाव में उतरने की तैयारी कर रही लालू की बहू, शादी के बाद तेज प्रताप हो गये हैं मुखर

लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव की जब से शादी हुई है, वो खुलकर बयानबाजी कर रहे हैं, राजद स्थापना दिवस पर भी उन्होने मंच से खुलेआम ऐलान कर दिया, तो सबसे सीनियर मास्टर वो हैं, उनके अनुसार सबको चलना पड़ेगा।

New Delhi, Jul 08 : लालू परिवार में आग और भड़क उठी है, बड़े बेटे रह-रह कर राजनीति छोड़ने की धमकी दे देते हैं। आपको बता दें कि कुछ दिन पहले ही तेज प्रताप यादव ने कहा था कि तेजस्वी के करीबी लोग उन्हें जोरु का गुलाम, पागल और सनकी कहते हैं, वो प्रेशर में है, इस प्रेशर में राजनीति नहीं कर सकते, हालांकि जब उनका फेसबुक पोस्ट वायरल हुआ, तो उन्होने सफाई देते हुए कहा कि बीजेपी के लोगों ने उनका फेसबुक अकाउंट हैक कर लिया था, साथ ही उन्होने मीडिया पर भी तोहमत लगाने में बिल्कुल देर नहीं की।

शादी के बाद मुखर हो गये हैं तेज प्रताप
आपको बता दें कि लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव की जब से शादी हुई है, वो खुलकर बयानबाजी कर रहे हैं, राजद स्थापना दिवस पर भी उन्होने मंच से खुलेआम ऐलान कर दिया, तो सबसे सीनियर मास्टर वो हैं, उनके अनुसार सबको चलना पड़ेगा। इतना ही नहीं उन्होने रामचंद्र पूर्वे को चेतावनी भरे लहजे में कहा कि अगली बार से ज्यादा कुर्सी का इंतजाम करें, क्योंकि वो नहीं चाहते कि किसी कार्यकर्ता को खड़ा रहना पड़ा। तेज प्रताप के भाषण पर जितनी तालियां बजी, उतनी किसी के भाषण पर नहीं बजी, साथ ही कार्यकर्ताओं से सीएम के नाम पर नारेबाजी कर उन्होने तेजस्वी को भी अपनी ताकत का एहसास करा दिया।

पत्नी भी राजनीतिक घराने से रखती है ताल्लुक
मालूम हो कि तेज प्रताप यादव की पत्नी ऐश्वर्या भी राजनीतिक घराने से ताल्लुक रखती है, उनके दादा दरोगा राय बिहार के सीएम रह चुके हैं, पिता 6 बार से विधायक हैं और महागठबंधन सरकार में परिवहन मंत्री रह चुके हैं। कहा जा रहा है कि इस बार सारण सीट से ऐश्वर्या को लोकसभा चुनाव में उतारा जा सकता है। आपको बता दें कि इस सीट से कभी लालू खुद सांसद रहे, पिछली बार राबड़ी देवी यहां से चुनाव लड़ी थी, लेकिन वो हार गई थी। इस बार राजद स्थापना दिवस के पोस्टरों पर भी उन्हें जगह दी गई थी।

सोशल मीडिया के जरिये दर्द किया बयां
आपको बता दें कि बीते सप्ताह तेज प्रताप अपने विधानसभा क्षेत्र महुआ लोगों से मिलने गये थे, वहां पर कुछ कार्यकर्ताओं ने उनसे शिकायत की थी, कि तेजस्वी यादव के करीबी नेता उन्हें बदनाम कर रहे हैं, उनके बारे में तरह-तरह की बातें करते हैं, जिसके बाद तेज प्रताप के सब्र का बांध टूट गया और उन्होने फेसबुक पर अपना दर्द बयां करते हुए कहा कि वो सब छोड़कर राजनीति से संन्यास ले लेंगे।

लालू-राबड़ी बात नहीं सुनते
तेज प्रताप यादव ने अपने फेसबुक पर लिखा था कि ओम प्रकाश यादव उर्फ भुट्टू यादव और एमएलसी सुबोध राय की करतूतों की जानकारी उन्होने अपनी मां और पिता को भी कई बार दे चुके हैं, लेकिन लालू-राबड़ी भी उनकी बात नहीं सुनते । माता-पिता उन्हें ही डांट लगा देते हैं, जिसके बाद अब और कुछ सहना उनके बस में नहीं है।

पहले भी कर चुके हैं दर्द बयां
आपको बता दें कि कुछ दिन पहले ही तेज प्रताप यादव ने एक फेसबुक पोस्ट से सनसनी मचा दी थी, उन्होने दोहे के माध्यम से अपना दर्द बयां किया है, उन्होने लिखा था कि वो अर्जुन को हस्तिनापुर की गद्दी सौंप खुद द्वारका चले जाएंगे, लेकिन कुछ चुगलों को ये बात भी बात भी नहीं पचेगी, उन्हें लगेगा कि कहीं वो किंगमेकर ना कहलाए।

पार्टी में असामाजिक तत्व
इस फेसबुक पोस्ट के बाद उन्होने खुलकर मीडिया से बात करते हुए कहा था कि उनकी उपेक्षा की जा रही है, पार्टी में उनकी बात नहीं सुनी जाती। इसके साथ ही उन्होने ये भी कहा था कि उन्होने प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र पूर्वे जी को कुछ कहा था, उनकी बात को अनसुना कर दिया गया, कुछ असामजिक लोग भाई-भाई को लड़ाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन हम उन्हें उनके मंसूबों में कामयाब नहीं होने देंगे।