चारा घोटाले के एक और मामले में लालू प्रसाद यादव दोषी, करोड़ों की हुई थी अवैध निकासी

लालू प्रसाद यादव चारा घोटाले के डोरंडा केस में भी दोषी करार हुए हैं । यह मामला 139 करोड़ रुपये की अवैध निकासी से जुड़ा है । सजा का ऐलान अब 21 फरवरी को होगा ।

New Delhi, Feb 15: जमानत पर बाहर चल रहे आरजेडी के संस्‍थापक लालू प्रसाद यादव की मुश्किलें और बढ़ गई हैं । लालू, चारा घोटाले के डोरंडा केस में भी दोषी ठहराए गए हैं । मामला डोरंडा कोषागार से 139 करोड़ रुपये की अवैध निकासी से जुड़ा हुआ है । लालू यादव पर यह फैसला रांची स्थित सीबीआई की स्पेशल कोर्ट ने सुनाया है । इस मामले में सजा का ऐलान 21 फरवरी को होगा । मामले में अगर तीन साल से कम की सजा होती है तो यहीं से लालू को जमानत मिल जाएगी, लेकिन ऐसा नहीं होता है तो लालू को हिरासत में ले लिया जाएगा ।

24 बरी, 36 दोषी
लालू प्रसाद यादव समेत इस केस में अन्य भी आरोपी थे । रांची की साबीआई कोर्ट ने 24 को बरी किया है, वहीं 36 को दोषी ठहराया है । इस मामले में पूर्व सांसद जगदीश शर्मा, पीएसी के तत्कालीन अध्यक्ष ध्रुव भगत को भी दोषी माना गया है, इन सभी को तीन-तीन साल की सजा हुई है । लोअर कोर्ट का ट्रैक रिकॉर्ड देखें तो चारा घोटाले से जुड़े पिछले मामलों में लालू यादव को तीन-तीन साल से ज्यादा की ही सजा सुनाई गई है ।

चार मामलों में 14 साल की सजा
आपको बता दें चारा घोटाले से जुड़े चार अन्‍य मामलों में लालू प्रसाद यादव को करीब 14 साल की सजा सुनाई गई थी । ये मामले दुमका, देवघर और चाईबासा कोषागार से जुड़े थे । सजा ही नहीं उनको 60 लाख का जुर्माना भी भरना पड़ा था । फिलहाल लालू यादव जमानत पर बाहर हैं । लालू प्रसाद यादव की तबीयत ठीक नहीं बताई जा रही है । ऐसा माना जा रहा है कि सीबीआई कोर्ट इस बात को ध्यान में रखकर कुछ राहत दे सकती है । हालांकि, पिछले मामलों में लालू यादव को सीबीआई कोर्ट से कोई राहत नहीं मिली थी ।

डोरंडा कोषागार मामला
आपको बता दें, चारा घोटाले का यह मामला डोरंडा कोषागार से जुड़ा हुआ है ।  इस मामले में 139 करोड़ रुपये की अवैध निकासी की बात सामने आई थी ।  चारा घोटाले के सबसे बड़े आरसी 47 ए/96 के ये मामले दरसल 1990 से 1995 के बीच के हैं । इन पर सीबीआई की स्पेशल कोर्ट में सुनवाई चल रही थी । पूर्व में चारा घोटाले के अलग-अलग मामले में फिलहाल लालू यादव को हाईकोर्ट से जमानत मिली हुई है । डोरंडा कोषागार से जुड़े घोटाले में शुरुआत में 170 आरोपी थे, इनमें से 55 की मौत हो चुकी है ।