जेल में बंद पति से मिलने ऐसे पहुंची पत्नियां, पति नहीं कर पाये कंट्रोल, हो गया भंडाफोड़

पति-पत्नी लंबे समय बाद खुले आसमान के नीचे एक साथ मिल रहे थे, दोनों एक-दूसरे को बांहों में भरने से नहीं रोक पाये।

New Delhi, Aug 27 : रक्षाबंधन के मौके पर कई जेलों में बंद कैदियों और विचाराधीन कैदियों से उनकी बहनों को मिलने के लिये दिया जाता है। लुक्सर स्थित गौतमबुद्ध नगर जिला जेल में कई पत्नियां खुद को बहन बताकर अपने पतियों से मिलने के लिये पहुंच गई। जेल प्रशासन ने कैदियों के रक्षाबंधन मनाने के लिये खास इंतजाम किया था, उन्हें खाली मैदान में अपनी बहनों से राखी बंधवाने की छूट दी गई थी। लेकिन कईयों ने इसका गलत फायदा उठाने की कोशिश की ।

ऐसे पकड़ी गई झूठ
सालों से जेल में बंद पति जब पार्क में अपनी पत्नियों से मिले, उन्हें देखा, तो खुद पर काबू नहीं रख सके, कई कैदियों ने अपनी बीवियों को बांहों में भर लिया, जिसके बाद उनकी पोल खुल गई, कि जो महिला उनसे मिलने आई थी, वो उनकी बहन नहीं बल्कि बीवी थी। पोल खुलने के बाद ऐसी महिलाओं को वहां से बाहर किया गया, इसके अलावा ग्रेटर नोएडा जेल परिसर में अपनों से मिलन के लिये कई मुस्लिम महिलाएं भी राखी लेकर पहुंची थी। जेल प्रशासन ने उनकी भी मुलाकात करवाई।

खुली मुलाकात का प्रबंध
ग्रेटर नोएडा जेल प्रशासन ने रक्षाबंधन के खास मौके को देखते हुए कैदियों के लिये विशेष इंतजाम किया था। कैदी अपने बहनों से मुलाकात कर सके, उनसे राखी बंधवा सके, इसके लिये खुली मुलाकात का प्रबंध किया गया था, जाली के बजाय जेल के भीतर खुले पार्क में मुलाकात का इंतजाम किया गया था। सुरक्षा के लिहाज से 51 पुलिसकर्मियों की अतिरिक्त तैनाती की गई थी।

बहन बोलकर पत्नियां पहुंच गई
रविवार देर शाम तक करीब दो हजार से ज्यादा महिलाएं जेल परिसर में बंद अपने भाइयों को राखियां बांधने के लिये पहुंची, जिनमें से करीब 100 से ज्यादा मुस्लिम महिलाएं भी शामिल था, मुस्लिम महिलाओं ने भी अपने भाइयों को राखी बांधकर रक्षाबंधन का त्योहार मनाया। हालांकि बड़ी संख्या में कई पत्नियां राखी लेकर अपने पति से मिलने पहुंची थी, हालांकि पुलिस ने ऐसी महिलाओं को बाद में बाहर कर दिया।

कई महिलाओं को पुलिस ने बाहर किया
पति-पत्नी लंबे समय बाद खुले आसमान के नीचे एक साथ मिल रहे थे, दोनों एक-दूसरे को बांहों में भरने से नहीं रोक पाये, उनकी हरकतें जब संदेहास्पद लगी, तो वहां सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों को उनके भाई-बहन होने पर शक होने लगा, जिसके बाद ऐसी महिलाओं को वहां से बाहर कर दिया गया। कई कैदियों ने भी पुलिस को बताया कि साहब जो महिला उस कैदी से मिलने आयी थी, वो उसकी बहन नहीं बल्कि पत्नी है, इसके बाद पुलिस ने कई महिलाओं की पहचान कर पार्क से बाहर कर दिया।