एनसीपी के साथ मिलकर मोदी का रथ रोकेगी कांग्रेस, शिवसेना से गठबंधन पर कही ये बात

महाराष्ट्र में कांग्रेस उन दिनों बूथ स्तर पर संगठन को मजबूत करने और फिर से जनता का भरोसा हासिल करने के लिये जन संघर्ष यात्रा कर रही है।

New Delhi, Sep 11 : कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और लोकसभा में पार्टी नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि महाराष्ट्र में एनसीपी के साथ कांग्रेस का गठबंधन तय है, हालांकि अभी सीटों के तालमेल के बारे में कोई बातचीत नहीं हुई है, इस बारे में फैसला पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी करेंगे, लेकिन 2019 चुनाव में हम एनसीपी के साथ ही गठबंधन में उतरेंगे। मल्लिकार्जुन खड़गे ने भविष्य में शिवसेना के साथ गठबंधन की किसी भी संभावना से इंकार किया।

एनसीपी के साथ गठबंधन तय
कांग्रेस के महाराष्ट्र प्रभारी खड़गे ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि राहुल जी और शरद पवार के बीच गठबंधन को लेकर बातचीत हुई है, एनसीपी के साथ हमारा गठबंधन निश्चित है, साथ ही कांग्रेस नेता ने ये भी कहा कि सीटों के तालमेल को लेकर राहुल जी और आलाकमान फैसला करेंगे, हम जल्द ही महाराष्ट्र कांग्रेस के नेताओं के साथ बैठेंगे, उसके बाद इस बारे में निर्णय लेंगे।

जन संघर्ष यात्रा
महाराष्ट्र में कांग्रेस उन दिनों बूथ स्तर पर संगठन को मजबूत करने और फिर से जनता का भरोसा हासिल करने के लिये जन संघर्ष यात्रा कर रही है। मल्लिकार्जुन खडगे ने कहा कि महाराष्ट्र में जन संघर्ष यात्रा का पहला चरण 8 सितंबर को पूरा हो चुका है, इस महीने के आखिर में फिर से इस यात्रा का दूसरा चरण शुरु होगा, कांग्रेस कार्यकर्ता बीजेपी और सरकार के खिलाफ माहौल बना रही है। डोर टू डोर जाकर हम लोगों से मिल रहे हैं।

शिवसेना के साथ गठबंधन
मल्लिकार्जुन खड़गे ने आगे बोलते हुए कहा कि सब लोग एक जुट होकर काम कर रहे हैं, कुछ जगहों पर दिक्कत थी, लेकिन हम आपस में बैठकर उन चीजों को सुलझा चुके हैं, सभी लोग पार्टी को जिताने के लक्ष्य के साथ काम कर रहे हैं। खड़गे से शिवसेना के साथ गठबंधन की संभावना को लेकर भी सवाल किया गया, तो उन्होने कहा कि मुझे फिलहाल इसकी कोई संभावना नजर नहीं आती ।

कांग्रेस ने बंद में शामिल होने का दिया था न्योता
आपको बता दें कि बीते सप्ताह ही महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष ने शिवसेना को 10 सितंबर को भारत बंद में शामिल होने का आह्वान किया था, जिसके बाद से चर्चा शुरु हो गई थी कि क्या शिवसेना कांग्रेस के खेमे में जा सकती है। आपको बता दें कि बीजेपी के साथ शिवसेना का रिश्ता खट्टा-मीठा रहा है, वो भले सरकार में शामिल हो, लेकिन रह-रहकर सरकार की नीतियों का विरोध भी करती रहती है, इसके साथ ही शिवसेना प्रमुख ने पहले ही ऐलान कर दिया है, कि लोकसभा चुनाव वो अकेले अपने दम पर लड़ेंगे, हालांकि कहा जा रहा है कि मोदी-शाह ठाकरे को मनाएंगे, क्योंकि अगर एनसीपी-कांग्रेस का गठबंधन हुआ, तो बीजेपी भी शिवसेना को साथ लेने की कोशिश करेगी, नहीं तो 2014 दुहरा पाना बीजेपी के लिये आसान नहीं होगा।