हरियाणा की मिट्टी ने छुआ ग्लैमर का आसमान, मानुषी छिल्लर बनीं विश्व सुंदरी

Manushi chillar

मानुषी छिल्लर से पहले आखिरी बार साल 2000 में प्रियंका चोपड़ा ने ये खिताब जीता था, 17 साल बाद मानुषी ने भारत के लिये करिश्मा कर दिखाया है।

New Delhi, Nov 19 : भारत की सुंदरी मानुषी छिल्लर मिस वर्ल्ड बन गई हैं। ये खिताब जीतने वाली वो छठी भारतीय हैं, चीन के सनाया सिटी एरेनम में हुई इस प्रतियोगिता में मानुषी ने 108 अन्य खूबसूरत सुंदरियों को पछाड़कर ये खिताब जीता है। मानुषी छिल्लर से पहले आखिरी बार साल 2000 में प्रियंका चोपड़ा ने ये खिताब जीता था, 17 साल बाद मानुषी ने भारत के लिये करिश्मा कर दिखाया है। आपको बता दें दि मिस वर्ल्ड बनने से पहले हरियाणा की मानुषी ने साल 2017 में मिस इंडिया का भी खिताब जीता था।

हरियाणा की रहने वाली है मानुषी
विश्व सुंदरी का खिताब जीतने वाली मानुषी छिल्लर का परिवार मूल रुप से झज्जर जिले के बहादुरगढ के बामडौली गांव का रहने वाला है, china-miss-worldपिता मित्रबसु छिल्लर पेशे से डॉक्टर हैं, और फिलहाल दिल्ली के इनमास इंस्टीट्यूट में असिस्टेंट डायरेक्टर हैं, मानुषी की मां नीलम इब्मास कॉलेज में बायोकेमेस्ट्री की प्रोफेसर हैं, भले मानुषी मूल रुप से हरियाणा की हों, लेकिन वो पली-बढी दिल्ली में ही हैं।

गांव के लोग बेहद खुश
मानुषी के पैरेंट्स ने भले 15-20 साल पहले ही गांव छोड़ दिया था, वो नौकरी की वजह से दिल्ली आ गये थे, लेकिन गांव की बेटी की इस उपलब्धि पर गांव के लोग बेहद खुश हैं, manushi chillar4वो गर्व से सीना तान कर कह रहे हैं कि मानुषी उनके गांव की बेटी है। आपको बता दें कि मेडिकल छात्रा मानुषी हेड टू हेड चैलेंज और ब्यूटी विद पर्पस सेगमेंट दोनों में अव्वल रही है और देश का नाम रोशन किया।

भारत ने बनाया विश्व रिकॉर्ड
मानुषी के विश्व सुंदरी बनते ही भारत ने भी विश्व रिकॉर्ड बना दिया है, सबसे ज्यादा विश्व सुंदरी देने के रिकॉर्ड के मामले में भारत ने वेनेजुएला की बराबरी कर ली है। manushi chillar2मानुषी छिल्लर से पहले रेइता फारिया, ऐश्वर्या राय, डायना हेडेन, युक्ता मुखी, प्रियंका चोपड़ा ये खिताब अपने नाम कर चुकी है। जैसे ही मानुषी ने ये खिताब अपने नाम किया, भारत ने सबसे ज्यादा विश्व सुंदरी देने के रिकॉर्ड की बराबरी कर ली।

आखिरी सवाल ये पूछा गया था
विश्व सुंदरी से आखिरी सवाल ये पूछा गया था कि दुनिया में किस पेशे की सैलरी सबसे ज्यादा होनी चाहिये और क्यों ? manushi chillar parentsइसका उन्होने बहुत ही खूबसूरत जवाब दिया, उन्होने कहा कि मेरी मां मेरे लिये सबसे बड़ी प्रेरणा रही हैं, इसलिये मैं ये कह सकती हूं, कि मां होने की जॉब सबसे बेहतरीन है, बात सिर्फ पैसे की नहीं है, बल्कि प्यार और सम्मान के लिहाज से भी कोई भी मां सबसे ज्यादा सैलरी की हकदार होती है।

मिट्टी का कर्ज चुकाना चाहती है
मैं हरियाणा की बेटी हूं, अपनी मिट्टी का कर्ज चुकाना चाहती हूं, ये शब्द किसी और के नहीं बल्कि मानुषी के हैं, manushi chillar haryanaपहली बार ग्लैमर की दुनिया में हरियाणा का ध्वज फहराने वाली मानुषी ने ये शब्द सीएम मनोहर लाल खट्टर से व्यक्त की थी। सीएम भी उनके शब्दों से इतने अभिभूत थे कि उन्होने कहा था कि प्रदेश में कई ऐसी योजनाएं हैं, जिनसे वो जुड़ सकती हैं। सीएम ने कहा कि खेल के बाद अब ग्लैमर की दुनिया में भी हरियाणा की बेटियां पताका फहरा रही है, ये प्रदेश और देश के लिये गर्व की बात है।

पैरेंट्स ने दिया पूरा साथ
मानुषी छिल्लर के माता-पिता दोनों ही पेशे से डॉक्टर हैं, और वो चाहते थे कि उनकी बेटी भी इसी फील्ड में आए, manushi chillar3लेकिन मानुषी ने ग्लैमर की दुनिया में उतरने की इच्छा जाहिर की, जिसके बाद उनकी मम्मी-पापा भी उनके सपनों को पूरा करने में जुट गये। आपको बता दें कि मानुषी दिल्ली के एक मेडिकल कॉलेज से पढाई भी कर रही हैं, वो एमबीबीएस द्वितीय वर्ष की छात्रा हैं।

तपस्विनी नाम से पुकारते हैं पैरेंट्स
मानुषी के माता-पिता उन्हें प्यार से तपस्विनी नाम से पुकारते हैं, उनके बारे में बताते हुए उन्होने कहा कि वो शुरु से ही किसी बात की ठान लें, manushi chillar miss indiaतो फिर उसे हासिल करके ही मानती हैं, उनके अनुसार उनकी बेटी ने पहले ही अटेंप्ट में प्री-मेडिकल टेस्ट क्लियर कर लिया था, वो कुच्चीपुड़ी डांस बहुत अच्छा करती है, इसके लिये बकायदा उन्होने ट्रेनिंग भी ली है, इसके अलावा वो अच्छी डिबेटर भी हैं।

बेटियों ने किया हरियाणा का नाम रोशन
मानुषी ने हरियाणा को संस्कृति और लोक विरासत में धनी बताते हुए कहा कि हरियाणा की बेटियां चाहें वो साक्षी मलिक हो, या फोगाट बहनें या फिर कल्पना चावला। manushi chillar haryana1सभी ने अपनी-अपनी फील्ड में हरियाणा के साथ-साथ देश का भी नाम रोशन किया है। मानुषी के अनुसार उनके पैरेंट्स ने हमेशा उन्हें मोटिवेट किया। उनके हर कदम पर उनके साथ खड़े दिखे और हरसंभव मदद की।