कर दिया मायावती ने ऐलान, अपने दम पर अकेले लड़ेंगी सभी सीटों पर चुनाव, महागठबंधन की निकली हवा

मायावती के इस ऐलान ने कांग्रेस समेत महागठबंधन की बांट जोह रहे दलों को तगड़ा झटका दिया है । मायावती सारी सीटों पर अकेले चुनाव लड़ने की घोषणा कर चुकी हैं । आगे पढ़ें पूरी खबर।

New Delhi, Oct 04 : बसपा सुप्रीमो मायावती ने आने वाले विधानसभा चुनाव में अकेले चुनाव लउ़ने का फैसला किया है । मायावती मध्यप्रदेश और राजस्थान की सभी सीटों पर अकेले ही चुनाव मैदान में उतरेंगी । बुधवार को एक प्रेस कॉन्‍फ्रेंस में मायावती ने साफ कहा कि वो कांग्रेस के रवैये से नाराज हैं । कांग्रेस का रवैया बसपा के लिए शुरुआत से ही विरोध भरा रहा है । इसलिए उनकी पार्टी मध्यप्रदेश,  राजस्थान और छत्तीसगढ़ में क्षेत्रीय पार्टियों के साथ मिलकर चुनाव लड़ेगी।

दिग्विजय सिंह पर आरोप
वहीं मायावती ने कांग्रेस के साथ गठबंधन ना होने की वजह कांग्रेस नेता और मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को बताया । उन्‍होने आरोप लगाया कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और सोनिया गांधी बीएसपी के साथ गठबंधन के पक्ष में थे लेकिन दिग्विजय सिंह ऐसा बिलकुल होने देना नहीं चाहते थे । माया ने दिग्‍गी राजा को बीजेपी का एजेंट बताय डाला ।

डरते हैं दिग्विजय सिंह
मायावती ने आरोप लगाया कि वह बीजेपी के एजेंट है और ईडी, सीबीआई से डरते हैं । माया ने ये भी कहा कि वो भाजपा को मदद पहुंचाने के लिए कांग्रेस और बसपा गठबंधन को रोकने के लिए सभी प्रयास करेंगे । दरअसल मायावती दिग्विजय सिंह से खफ चल रही हैं । इस नाराजगी की वजह एक इंटरव्‍यू है जिसमें दिग्विजय ने मायावती पर ये आरोप लगाया था कि वो डर के कारण कांग्रेस से समझौता नहीं कर रही हैं ।

माया का कांग्रेस पर आरोप
मायावती ने प्रेस कॉन्‍फ्रेंस में खुलकर कांग्रेस की खिलाफत की । उन्‍होने कहा कि कांग्रेस बसपा जैसी छोटी पार्टियों को खत्म करना चाहती है । कांग्रेस मध्यप्रदेश में हमें 230 में से सिर्फ 15-20 देना चाहती है । हमेशा से ऐसा होता आया है, गठबंधन में चुनाव लड़ने से वोट शेयरिंग कांग्रेस के पास चली जाती है । जिसकी वजह से ऐसा लगता है कि कांग्रेस छोटे दलों का अस्तित्‍व खत्‍म करने के लिए ऐसा करना चाहती है ।

दिग्विजय का बयान
वहीं मायावती के बयान के बाद दिग्विजय सिंह का बयान सामने आया । जिसमें उन्‍होने कहा कि मैं तो चाहता हूं मायावती की पार्टी और कांग्रेस के बीच गठबंधन हो । दिग्विजय ने कहा – मैं पूर्व से ही नरेंद्र मोदी, अमित शाह, बीजेपी और संघ का सबसे बड़ा आलोचक रहा हूं। ऐसे में मायावती द्वारा मुझ पर लगाए गए आरोप निराधार हैं।  दिग्विजय ने कहा- मैं मायावती का बहुत सम्मान करता हूं और पहले भी कांग्रेस और बीएसपी के गठबंधन के पक्ष में रहा हूं। मध्यप्रदेश में जब गठबंधन की बातचीत की जा रही थी, तो मायावती ने कांग्रेस को भुलाकर अपने 22 उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया।

अब भी गठबंधन की राह
वहीं, कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि मायावती ने कांग्रेस नेतृत्व के प्रति जो विश्वास व्यक्त किया है, इसके लिए पार्टी उनका आदर करती है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, सोनिया गांधी और मायावती के बीच यदि सहमति बनती है तो कोई तीसरी ताकत विघ्न पैदा कर ही नहीं सकती। बहरहाल देखना होगा मायावती आगे चलकर किसका साथ देती हैं ।