बिहार के मंत्री का दावा, कृषि कानूनों की जल्द होगी वापसी, मोदी & टीम कर रही ये बड़ी तैयारी

मंत्री ने आगे कहा कि केंद्र सरकार के कृषि कानून से देश के सभी किसान नाराज नहीं थे । किसानों की बड़ी संख्या ने केंद्र सरकार के कानून को मान लिया था । लेकिन एक बड़ा धड़ा सरकार से नाराज था । इसी वजह से ये फैसला लेना पड़ा होगा ।

New Delhi, Nov 20: मोदी सरकार ने किसानों से क्षमा मांगते हुए तीनों कृषि कानून वापस ले लिए हैं । प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी ओर से ही कोई कमी रही होगी कि वो किसानों को इनके फायदे समझा नहीं पाए । बहरहाल, केंद्र सरकार के कानून वापसी के एलान के बाद से ही इस पर प्रतिक्रिया सामने आ रही हैं । इस फैसले पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए बिहार के कृषि मंत्री और बीजेपी नेता अमरेंद्र प्रताप सिंह ने भी बड़ा बयान दिया है । उन्‍होंने ये दावा किया कि कृषि कानून एक बार फिर लौट आ सकते हैं ।

इस बार तैयारी के साथ आएंगे पीएम
बिहार के मंत्री ने दावा किया कि कृषि कानूनों का जल्‍द पुनर्जन्‍म होगा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बहुत जल्द किसानों के समूह को समझाने में सफल होंगे । बिहार में जेडीयू-बीजेपी गठबंधन वाली सरकार में कृषि मंत्री अमरेंद्र सिंह ने आगे कहा कि केंद्र सरकार के कृषि कानून से देश के सभी किसान नाराज नहीं थे । किसानों की बड़ी संख्या ने केंद्र सरकार के कानून को मान लिया था । लेकिन एक बड़ा धड़ा सरकार से नाराज था । इसी वजह से ये फैसला लेना पड़ा होगा ।

विपक्ष था सड़क पर
अमरेंद्र प्रताप सिंह ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा, बिहार के किसानों ने केंद्रीय कृषि कानून का स्वागत किया था । कानून के विरोध में सिर्फ kisanविपक्ष के नेता किसान का भेष धारण कर सड़क पर उतरे थे । बिहार के किसान आज भी उम्मीद में है कि इस कानून पर विस्तार से चर्चा होगी और इसका पुनर्जन्म होगा।  इस कानून का किसानों को बहुत ज्यादा फायदा मिलेगा ।

जेडीयू ने क्‍या कहा
वहीं, प्रधानमंत्री के कृषि कानून को वापस लेने के फैसले पर बिहार के मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी और कहा ये तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का निर्णय है अब प्रधानमंत्री ने खुद ही घोषणा कर दी है कि अगले सत्र में हम इसे वापस लेंगे । नीतीश ने कहा, ‘उन्होंने (पीएम) खुद ही सब विस्तार से कह दिया कि हमने कोशिश की, कुछ लोग समझे ही नहीं । सब चीज तो उन्होंने स्पष्ट ही कह दिया । इस पर हम लोगों की क्या प्रतिक्रिया हो सकती है।’ जबकि विपक्षी नेता लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव ने कृषि कानून वापस होने के बाद सरकार पर तीखा हमला किया, उन्होंने कहा कि सरकार ने किसानों के आंदोलन को बदनाम करने के लिए बहुत कुछ किया । लालू ने इसे चुनावी फैसला बताया वहीं तेजस्वी यादव ने कहा कि ये किसानों की जीत है और नीतीश के साथ बीजेपी के अहंकार की हार है।