योगी कैबिनेट से बाहर रखे गए मोहसिन रजा, मंत्री ना बनाए जाने पर अब दिया ये बयान

योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को दोबारा यूपी के मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली है । उनके साथ योगी कैबिनेट के 52 मंत्रियों ने भी शपथ ली है ।

New Delhi, Mar 26: लखनऊ का इकाना स्‍टेडियम बीते दिन खचाखच भरा था । 25 मार्च को योगी आदित्‍यनाथ ने दोबारा यूपी के मुख्‍यमंत्री के रूप में शपथ ली । इस शपथ ग्रहण समारोह में पीएम नरेंद्र मोदी समेत कई केंद्रीय मंत्री और बीजेपी शासित राज्यों के सीएम शामिल हुए । सीएम के अलावा, यूपी में शुक्रवार को 52 अन्‍य मंत्रियों ने शपथ ली । जिनमें केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली, इसके बाद 16 नेताओं ने कैबिनेट मंत्री, 14 नेताओं ने राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और 20 नेताओं ने राज्य मंत्री पद की शपथ ली । कुछ चेहरे जो कैबिनेट का हिस्‍सा नहीं बन पाए उनमें एक नाम मोहसिन रजा का भी है ।

नहीं मिली कैबिनेट में जगह
योगी सरकार के पहले कार्यकाल में प्रमुख मुस्लिम चेहरे रहे मोहसिन रजाको इस बार कैबिनेट से दूर रखा गया है । उनकी जगह पार्टी ने दानिश आजाद अंसारी को अल्पसंख्यक कोटे से मंत्री बनाया है । यूपी में कैबिनेट मंत्री रहे मोहसिन रजा ने मंत्रिमंडल में जगह न मिलने पर मीडिया से बात की और कहा कि नई सरकार का जो मंत्रिमंडल बनाया गया है, वह काफी सोच समझकर और बहुत ही अच्छा बनाया गया है । मोहसिन रजा ने आजतक से बात करते हुए कहा कि उन्हें कैबिनेट में शामिल नहीं किया गया है, इसका कोई दूसरा मतलब नहीं निकाला जाना चाहिए ।

संगठन के लिए काम करता रहूंगा
मो‍हसिन रजा ने कहा कि बीजेपी रोटेशन पर काम करती है, एक व्यक्ति को काम दिया फिर दूसरे को देती है । मैं संगठन के लिए काम कर रहा हूं, आगे भी करता रहूंगा । अब कुछ और काम करूंगा । दूसरा मुस्लिम चेहरा लाया गया है कि वो ज्यादा काम करेगा और अच्छी बात यह होगी कि बड़ों का अपने काम में उपयोग करेगा अच्छी बात है, अगर कोई ऐसे लोगों को लेकर चलता है तो अच्छा रहेगा ।
इन्‍हें भी नहीं मिली मंत्रिमंडल में जगह
पिछली बार मंत्री रहे मोहसिन रजा के अलावा आशुतोष टण्डन, महेंद्र सिंह, सतीश महाना, श्रीकांत शर्मा, सिद्धार्थनाथ सिंह, उपेन्द्र तिवारी, अशोक कटारिया, राम नरेश अग्रिहोत्री, नीलकंठ तिवारी, राजेन्द्र प्रताप सिंह उर्फ मोती सिंह, सुरेश राणा जैसे चेहरों को भी इस बार मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किया गया है ।

दानिश अंसारी का बयान
योगी कैबिनेट में राज्यमंत्री बनाए गए दानिश आजाद अंसारी ने आज तक से कहा कि मोहसिन रजा उनके बड़े भाई हैं, हम दोनों लोग की यूपी में मुस्लिम समुदाय के लिए काम करेंगे । बात करें दानिश के पॉलिटिकल करियर की तो उन्‍होंने लखनऊ विवि से छात्र राजनीति से शुरुआत की थी । दानिश आजाद लंबे समय से राजनीति में सक्रिय हैं । दानिश अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद में विभिन्न पदों पर काम कर चुके हैं । सूबे में 2017 में भाजपा सरकार आने के बाद उन्हें भाषा समिति का सदस्य बनाया गया, वो लगातार अल्पसंख्यक समाज व युवाओं में अपनी सक्रियता बनाये हुए हैं । राजनीति के एक्‍सपर्ट्स का मानना है कि अब बीजेपी का फोकस मुस्लिम पसमांदा जाति पर है, जिसके लिए मोहसिन रजा की जगह दानिश आजाद को लाया गया है । मोहसिन, जहां शिया और मुस्लिम सवर्ण जाति से आते हैं, वहीं दानिश मुस्लिम ओबीसी के अंसारी समुदाय से आते हैं ।