5 बार पार्टी बदले थे मुलायम सिंह यादव, सपा नहीं बल्कि इस दल से पहली बार बने थे सीएम

mulayam singh yadav

मुलायम सिंह यादव 1967 में अपने राजनीतिक गुरु राम मनोहर लोहिया की पार्टी संयुक्त सोशलिस्ट पार्टी से विधायक का चुनाव लड़े और जीते थे।

New Delhi, Nov 14 : यूपी की मैनपुरी सीट से मुलायम सिंह यादव चुनाव लड़ते रहे हैं, मैनपुरी समाजवादी पार्टी का गढ माना जाता है, सैफई में जन्मे मुलायम सिंह यादव के जीवन का सफर दिलचस्प रहा है, पहलवानी का अखाड़ा छोड़कर अब राजनीति के अखाड़े में मुलायम अपना दांव आजमा रहे हैं, 28 साल की उम्र में मुलायम यूपी विधानसभा पहुंचे थे, मुलायम 3 बार यूपी के सीएम रह चुके हैं।

पहला चुनाव
मुलायम सिंह यादव 1967 में अपने राजनीतिक गुरु राम मनोहर लोहिया की पार्टी संयुक्त सोशलिस्ट पार्टी से विधायक का चुनाव लड़े और जीते थे, mulayam-singh-yadav ये उनकी पहली पार्टी थी, 1968 में लोहिया का निधन के बाद मुलायम किसान नेता चौधरी चरण सिंह की पार्टी भारतीय क्रांति दल में शामिल हो गये।

पार्टी बदलते रहे
मुलायम 1974 में भारतीय लोकदल में सामिल हो गये, इसी पार्टी में क्रांति दल का विलय हो गया था। फिर 1987 में चौधरी चरण सिंह की मृत्यु के बाद उनके बेटे अजित सिंह के साथ उनका टकराव हुआ, तो पार्टी दो धड़ों में बंट गई, 1989 में ही उन्होने अपने धड़े के लोकदल का विलय वीपी सिंह के जनता दल में कर लिया।

सीएम बने
1989 में विधानसभा चुनाव हुए, तो दिसंबर महीने में मुलायम सिंह यादव पहली बार जनता दल से यूपी के सीएम बने, मुलायम की सरकार ज्यादा दिन नहीं चली, उन्होने 1990 में ही वीपी सिंह का साथ छोड़कर चंद्रशेखर के साथ समाजवादी पार्टी की नींव रखी, साल 1992 में मुलायम ने खुद की पार्टी समाजवादी पार्टी बनाई, 1993 में बसपा के साथ मिलकर यूपी में सरकार बनाई और दूसरी बार सीएम बने थे।