राखी का त्यौहार कल पूरे देश में मनाया जाएगा । इस मोके पर मुस्लिम बहनों ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को खास राखी भेजी हैं । मुस्लिम महिलाओं के लिए सरकार की ओर से उठाए कदम के लिए शुक्रिया भी किया ।
New Delhi, Aug 25 : रविवार को देश में मनाया जाएगा रक्षाबंधन का त्यौहार, इस पावन मौके पर बहनें अपने भाई की कलाई पर राखी बांधकर उनकी लंबी उम्र की दुआ करती हैं और भाई अपनी बहनों की रक्षा का वचन देते हैं । इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को उनके संसदीय क्षेत्र वाराणसी से भेजी गई हैं राखियां । प्रदेश की मुस्लिम महिलाओं ने खासतौर पर मोदी जी के लिए राखियां तैयार की हैं ।
मुस्लिम महिलाओं ने भेजी राखियां
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी से मुस्लिम महिलाओं ने एक नई मिसाल पेश की । रक्षा, विश्वास, सद्भावना और देशभक्ति की मिसाल पेश करते हुए इन मुस्लिम महिलाओं ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के लिए अपने हाथों से रखरी बनाई हैं । ये खास राखियां मोदी के चित्र और सितारों से सजाई गई हैं । महिलाओं ने ये राखी डाक के जरिए प्रधानमंत्री को दिल्ली भिजवाई हैं ।
मुस्लिम महिलाओं के लिए बने कानून पर किया धन्यवाद
मुस्लिम महिलाओं के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेन्द मोदी ने उनके लिए बहुत काम किए हैं । मुस्लिम महिला फाउंडेशन की नेशनल सदर नाजनीन अंसारी के नेतृत्व में हुकुलगंज स्थित विशाल भारत संस्थान परिसर में महिलाओं ने पीएम मोदी के लिए ये राखियां बनाईं। नाजनीन अंसारी के मुताबिक नरेंद्र मोदी एक भाई और पिता की तरह मुस्लिम महिलाओं की चिंता करते हैं।
मोदी का धन्यवाद
तीन तलाक और हलाला से नरेन्द्र मोदी और उनकी सरकार ने मुक्ति दिलाई । हज पर महिलाओं को अकेले जाने की छूट दी गई । इतना ही नहीं मोदी सरकार मुस्लिम बच्चियों को पढ़ने के लिए प्रोत्साहित कर रही है । ऐसे में मुस्लिम बहनें हर हाल में उनके साथ खड़ी हैं । नरेन्द्र मोदी एक भाई, पिता की तरह उनके लिए काम कर रहे हैं इसलिए वो ये राखी भेजकर ना सिर्फ प्रधानमंत्री का धन्यवाद करती हैं बल्कि उनकी लंबी उम्र की कामना भी करती हैं ।
राखी का नाम मोदी राखी
मुस्लिम महिलाओं ने ये राखियां अपने हाथों से तैयार की हैं । उन्होने इस राखी को मोदी राखी नाम दिया है । इस मौके पर संस्थान में बड़ी संख्या में जुटी मुस्लिम महिलाओं ने पीएम मोदी के चित्र को गोल आकार में काटकर, उसमें टिक्की और गोटे आदि लगाकर मोदी राखी का निर्माण किया। सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल इस से बड़ी और क्या होगी ।