बेटे-बेटियों के लिये टिकट मांगने वालों को पीएम का कड़ा संदेश, बहुत कुछ कह गये मोदी

Narendra Modi

सांसदों तथा बीजेपी नेताओं को कड़ा संदेश देते हुए पीएम मोदी ने कहा कि पार्टी में पारिवारिक राजनीति की इजाजत नहीं दी जाएगी, अन्य पार्टियों में वंशवाद की राजनीति के खिलाफ लड़ा जाएगा।

New Delhi, Mar 15 : बीजेपी संसदीय दल की मीटिंग को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कांग्रेस पर तंज कसा है, उन्होने कहा कि परिवारवादी पार्टियां देश को खोखला कर रही है, लोग बीजेपी के विचारों पर इसलिये मुहर लगाते हैं, क्योंकि हम वंशवाद की राजनीति के खिलाफ लड़ते हैं, आपको बता दें कि यूपी विधानसभा चुनाव में प्रयागराज से बीजेपी सांसद रीता बहुगुणा जोशी अपने बेटे के लिये लखनऊ कैंट सीट से टिकट मांग रही थी, लेकिन उन्हें टिकट नहीं दिया गया।

मोदी का कड़ा संदेश
सांसदों तथा बीजेपी नेताओं को कड़ा संदेश देते हुए पीएम मोदी ने कहा कि पार्टी में पारिवारिक राजनीति की इजाजत नहीं दी जाएगी, अन्य पार्टियों में वंशवाद की राजनीति के खिलाफ लड़ा जाएगा, pm modi इसके लिये पहले अपनी पार्टी में वंशवाद से लड़ना जरुरी है, मोदी ने कहा कि अगर किसी नेता, सांसद या उसके परिवार में किसी की उम्मीदवारी खारिज हुई है, तो ये उनकी जिम्मेदारी है।

सीएम के नाम पर चर्चा
आपको बता दें कि दिल्ली के अंबेडकर भवन में बीजेपी संसदीय दल की मीटिंग जारी है, पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों के नतीजों के बाद हो रही इस मीटिंग में उत्तराखंड तथा मणिपुर के सीएम के नामों पर चर्चा होगी। मीटिंग को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा जिन सीटों पर बीजेपी को हार मिली है, BJP उसकी वजह क्या इसका पता लगाने की जिम्मेदारी सांसदों को दी गई है, उन्होने कहा कि सांसद हार के कारणों का पता लगाने के बाद रिपोर्ट बनाएंगे, फिर उस पर काम किया जाएगा।

मीटिंग में मोदी का जोरदार स्वागत
बीजेपी संसदीय दल की बैठक में पीएम मोदी के पहुंचते ही 4 राज्यों में मिली जीत को लेकर जेपी नड्डा की अगुवाई में सांसदों ने ताली बजाकर उनका स्वागत किया, फिर संसदीय दल की मीटिंग में भारत रत्न लता मंगेशकर, कर्नाटक के बजरंग दल के कार्यकर्ता हर्षा, यूक्रेन में मारे गये भारतीय छात्र को श्रद्धांजलि देने के बाद दो मिनट का मौन रखा गया। आखिरी बार ऐसी मीटिंग 21 दिसंबर 2021 को हुई थी, तब मोदी भी मीटिंग में शामिल हुए थे, उन्होने उस समय संसद में सांसदों की उपस्थिति को लेकर चिंता जाहिर की थी, और आगाह किया था कि जब तक सांसद खुद को नहीं बदल लेते, तब तक बदलाव नहीं हो सकता।