अपनी ही सीट पर फंसे नवजोत सिंह सिद्धू? बार-बार लगा रहे वैष्णो देवी में हाजिरी, Inside Story

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एक तरफ सिद्धू माता वैष्णो देवी की यात्रा पर हैं, तो उनकी पत्नी नवजोत कौर ने विधानसभा क्षेत्र में मोर्चा संभाल लिया है, वो अपने पति के लिये वोट मांग रही है।

New Delhi, Feb 10 : पंजाब में कांग्रेस की ओर से मुख्यमंत्री पद के रेस में रहे नवजोत सिंह सिद्धू अब अपनी ही सीट पर फंसते दिख रहे हैं, अमृतसर पूर्व सीट से चुनाव लड़ रहे सिद्धू एक बार फिर से माता वैष्णो देवी की यात्रा पर निकल गये हैं, एक सप्ताह के भीतर ये वैष्णो देवी की उनकी दूसरी यात्रा है, 20 फरवरी को मतदान होना है, लेकिन उससे पहले उनके वैष्णो देवी जाने को लेकर कहा जा रहा है कि हिंदू समुदाय को लुभाने के लिये वो ऐसा कर रहे हैं, दरअसल अकाली दल से यहां बिक्रम सिंह मजीठिया मुकाबले में उतरे हैं, कहा जा रहा है कि सीट पर कांटे की टक्कर है, अमृतसर ईस्ट सीट हिंदू बहुल है, सिद्धू के लिये चुनावी समर उतना आसान नहीं है, जितना समझा जा रहा था।

पत्नी ने संभाला मोर्चा
एक तरफ सिद्धू माता वैष्णो देवी की यात्रा पर हैं, तो उनकी पत्नी नवजोत कौर ने विधानसभा क्षेत्र में मोर्चा संभाल लिया है, वो अपने पति के लिये वोट मांग रही है, वो ये कहते हुए वोट मांग रही है कि सिद्धू के पास पूरे प्रदेश की जिम्मेदारी है, sidhu2 इसलिये मैं आप लोगों के बीच हूं, उन्होने दावा किया कि कई लोगों ने शिकायत की है, कि मजीठिया के लोगों ने उनको धमकी दी है, इससे पहले 2 फरवरी को सिद्धू वैष्णो देवी पहुंचे थे, एक स्थानीय व्यक्ति ने कहा, इस सीट पर हिंदओं की अच्छी खासी आबादी है, हर वोट मायने रख रहा है, शायद यही वजह है कि वो हिंदू समुदाय को लुभाने के लिये वैष्णो देवी जा रहे हैं, मजीठिया के साथ उनका मुकाबला कड़ा हो चुका है।

वीडियो पोस्ट
इस बीच नवजोत सिंह सिद्धू ने एक वीडियो भी पोस्ट किया है, जिसमें वो खुद को अमृतसर के लिये समर्पित बताते दिख रहे हैं, Navjot Singh Sidhu इस वीडियो में अरुण जेटली के लिये अपनी अमृतसर लोकसभा सीट छूटने का दर्द भी जताते दिख रहे हैं।

अकाली की साजिश
सिद्धू ने कहा कि अकाली दल की ही साजिश थी कि वो अमृतसर से दूर चले जाएं, आपको बता दें कि अमृतसर पूर्व सीट पंजाब चुनाव में हॉट सीट बन चुका है, Sidhu (1) बिक्रम सिंह मजीठिया ने सिद्धू की चुनौती को स्वीकारते हुए इसी सीट से नामांकन दाखिल कर दिया है, कहा ये भी जा रहा है कि मजीठिया को अन्य दलों की ओर से अंदरखाने समर्थन मिल रहा है, ताकि सिद्धू को हराया जा सके।