पाकिस्‍तान मोह में अंधे हुए सिद्धू, फिर दे डाला विवादित बयान, अब जवाब देना भारी होगा

पाकिस्‍तान से लौटकर देश वापिस आ चुके सिद्धू का पाक प्रेम छूट नहीं रहा है । एक कार्यक्रम में उन्‍होने पाकिस्‍तान की जमकर तारीफ की है और उसे दक्षिण भारत से बेहतर बता दिया है ।

New Delhi, Oct 13 : अपने दोस्‍त इमरान खान के पाकिस्‍तान के प्रधानमंत्री बनने और उनके शपथग्रहण समारोह में पाकिस्‍तान पहुंचे नवजोत सिंह सिद्धू लगता है वहीं के होकर रह गए हैं । पाकिस्‍तान प्रेम में अंधे हो चुके सिद्धू एक के बाद एक ऐसी गलतियां करते जा रहे हैं जिसकी वजह से उनका जवाब देना भी मुश्किल हो सकता है । पाक प्रेम में निहाल नवजोत सिंह सिद्धू ने इस बार कुछ ऐसा बयान दिया है कि उस पर सफज्ञई देनी उनका भारी पड़ जाएगी ।

विवादित बयान
पाक सेना प्रमुख जनरल बाजवा को गले लगाना और फिर उस मुलाकात से पैदा हुए विवाद पर फेसे नवजोत सिंह सिद्धू ने पाकिस्‍तान को बेहतर जगह बताया है । सिद्धू, खुशवंत सिंह लिटरेचर फेस्ट के लिए शुक्रवार को कसौली पहुंचे थे । यहां चर्चा के दौरान उन्‍होने पाकिस्‍तान को बेहतर जगह बताकर एक बार फिर विवाद खड़ा कर दिया है । उन्‍होने कई मामलों में पाकिस्‍तान को भारत के खास हिस्‍से से बेहतर बताया है ।

दक्षिण भारत से बेहतर है पाकिस्‍तान
दरअसल सिद्धू ने यहां पाकिस्‍तान को दक्षिण भारत से बेहतर बताया है । उन्‍होने कहा कि पाकिस्‍तान में आप कहीं भी चले जाएं वहां बोली एक है, पहनावा एक है । लेकिन आप दक्षिण भारत चले जाएं वहां के लिए आपको खुद को पूरी तरह से बदलना पड़ता है । सिद्धू ने कहा – ‘पाकिस्तान में न भाषा बदलती है और न ही लोग बदलते हैं। जबकि दक्षिण भारत में जाने पर भाषा से लेकर खानपान तक सब कुछ बदल जाता है। आपको वहां रहने के लिए अंग्रेजी या तेलुगु सीखनी पड़ेगी लेकिन पाकिस्तान में ये जरूरी नहीं है।’

बाजवा को गले लगाने के पीछे क्‍या थी मंशा ?
इस फेस्‍ट में बात करते हुए जब सिद्धू से ये पूछा गया कि उन्‍होने बाजवा को गले क्‍यों लगाया । तो उन्‍होने इस राज को अपने अंदाज में खोला । उन्होंने कहा कि यह गले मिलना, राफेल डील की तरह नियोजित नहीं थी । यह सब कुछ अचानक ही हुआ । पाकिस्तान सेना प्रमुख ने सिखों के तीर्थस्थल करतारपुर साहिब कॉरिडोर को खोलने की बात कही, जिसके बाद वो खुद को रोक नहीं पाए और उन्‍हें गले लगा लिया ।

मिटनी चाहिए दूरियां
सिद्धू ने यहां कहा कि सिखों के लिए करतारपुर साहिब कॉथ्‍रडोर खुलना एक सपने की तरह है । जब कराची और मुंबई के बीच व्यापार संधि हो सकती है तो फिर अमृतसर और लाहौर के बीच की ये दूरियां भी मिट जानी चाहिए । सिद्धू ने इस फेस्ट की शुरुआत शायराना अंदाज में की, उन्‍होने कहा ‘सरकारें ताउम्र यही भूल करती रहीं, धूल चेहरे पर थी और आईना साफ करती रहीं’ । सिद्धू का ये अंदाज वहां मौजूद लोगों को खूब भाया, उनके लिए तालियां भी खूब बजीं । लेकिन उनका बयान कहीं ना कहीं कई सवाल भी छोड़ गया है । दक्षिण भारत से पाकिस्‍तान को बेहतर बताना सिद्धू को कहीं भारी ना पड़ जाए ।