एक तरफ पूरा देश नम आंखों से दे रहा था अटल जी को श्रद्धांजलि, दूसरी तरह पाकिस्‍तान में सिद्धू ने कह दी बड़ी बात

भारत अभी अटल जी के निधन के शोक में गमगीन है, तो वहीं पड़ोसी मुल्‍क में आज से नई सरकार का आगाज होने जा रहा है । इमरान खान आज पाकिस्‍तान के वजीर-ए-आजम बनने वाले हैं ।

New Delhi, Aug 18 : अटल बिहारी वाजपेयी गुरुवार को पंचतत्‍व में विलीन हो गए । उनकी अंतिम यात्रा में देश से ही नहीं बल्कि विदेश से भी राजनेता शामिल हुए । प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी और बीजेपी के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष अमित शाह जहां उनके अंतिम यात्रा के वाहन के साथ पैदल पैदल ही चले वहीं दूसरे राज्‍यों के सीएम से लेकर केन्‍द्रीय मंत्री भी इसमें शामिल हुए । क्‍या पक्ष, कया विपक्ष अटल किसी एक धारा के नेता नहीं थे, इसीलिए उनकी अंतिम यात्रा में उमड़ा जनता का प्रेम एक अद्भुत नजारा रहा । लेकिन एक शख्‍स जिन्‍होने अटल जी को कभी अपना आदर्श माना था वो यहां नहीं पहुंचे । नजर आए तो कहीं ओर, पड़ोसी देश पाकिस्‍तान में ।

पाकिस्‍तान पहुंचे नवजोत सिंह सिद्धू
पंजाब में कांग्रेस के केन्‍द्रीय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू पाकिस्‍तान पहुंच चुके हैं । सिद्धू , अटल बिहारी वाजपेयी की अंतिम यात्रा में शामिल नहीं  हुए बल्कि वो पड़ोसी मुल्‍क पाकिस्‍तान जा पहुंचे । सिद्धू अपने मित्र और पाकिस्‍तान के नए प्रधानमंत्री इमरान खान के शपथग्रहण में शामिल होने पहुंचे हैं । हालांकि उन्‍हें पाकिस्‍तान जाकर अटल बिहारी याद आए हैं ।

अटल जी के सपने को पूरा किया
ऐसा नहीं है कि नवजोत सिंह सिद्धू को अटल जी याद ही नहीं है । लाहौर जाने के लिए सिद्धू ने बस से जाना चुना, उन्‍होने वाघा बार्डर पर पाकिस्तानी मीडिया से खुलकर बात की । सिद्धू ने खुद को अमन का दूत बताया । सिद्धू ने यहां कहा कि –  पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जाने का बहुत अफसोस है। वाजपेयी भी भारत और पाकिस्तान के बीच अमन चाहते थे। इसीलिए वह बस लेकर लाहौर आए थे । वह कहा करते थे कि जब पड़ोस में आग लगी हो तो उसका ताप, मुझ तक भी आता है।

सिद्धू ने कही ये बात
नवजोत सिंह सिद्धू ने अटल जी को याद करते हुए कहा – आज अटल बिहारी वाजपेयी हमारे बीच में नहीं हैं, लेकिन जिंदगी यूं ही चलती रहती है। उन्होंने अमन की जो बात शुरू की थी, मैं उसे आगे बढ़ाने आया हूं। सिद्धू ने कहा कि उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन की शुरूआत भी पाकिस्तान से जाकर ही की थी जब वाजपेयी साहब के साथ बस में लाहौर आया था । अटल जी ने ही उन्‍हें अमृतसर से लोकसभा चुनाव लड़ने को कहा और मुझे सांसद बना दिया ।

इमरान खान की तारीफ
नवजोत सिंह सिद्धू ने मीडिया वालों से बातचीत करते हुए इमरान खान की भी जमकर तारीफ की । उन्‍होंने इमरान खान की शान में खूब कसीदे पढ़े । सिद्धू ने कहा कि –  मैं पाकिस्‍तान एक दोस्त के बुलावे पर आया हूं। अपने शायराना अंदाज के लिए जाने जाने वाले सिद्धू ने एक शायरी भी कही – प्यार, अमन ते खुशहाली दा रूप बण के, मेरा यार इमरान खान दिलदार जीवे।’

फासले मिटाना जानते हैं क्रिकेटर और कलाकार
सिद्धू ने ये भी कहा कि उन्‍होने बरसों तक इमरान खान को क्रिेकेट खेलते हुए देखा है । वह किसी भी कमजोरी को ताकत में तब्‍दील करना जानते हैं । मौजूदा पाकिस्तान को उनके जैसे सख्त नेता की जरूरत है। सिद्धू ने कहा कि क्रिकेटर हों या कलाकार वे फासले मिटाते हैं, एक दूसरे से जोड़ते हैं । सिद्धू 15 दिनों के वीजा पर पाकिस्‍तान गए हैं। इमरान खान के लिए वो एक पश्‍मीना शॉल तोहफे के रूप में ले गए हैं ।