राफेल पर शरद पवार के बयान से उनकी पार्टी में ही मची खलबली, अमित शाह ने राहुल पर साधा निशाना

एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने एक मराठी चैनल को दिये इंटरव्यू में राफेल मसले पर पीएम मोदी को क्लीन चिट दी थी, उन्होने कहा था कि पीएम मोदी की मंशा पर कोई संदेह नहीं है।

New Delhi, Sep 28 : बिहार कटिहार से लोकसभा सांसद तारिक अनवर ने लोकसभा और एनसीपी से इस्तीफा दे दिया है, दरअसल राफेल सौदे पर एनसीपी प्रमुख के बयान से नाराज होकर तारिक अनवर ने इस्तीफा दिया है। आपको बता दें कि गुरुवार को एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा था कि लोगों को राफेल सौदे पर पीएम मोदी की मंशा पर किसी को संदेह नहीं है। शरद पवार के इसी बयान से नाराज होकर तारिक अनवर ने पार्टी और संसद सदस्यता दोनों से इस्तीफा दे दिया।

राफेल पर क्लीन चिट
मालूम हो कि एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने एक मराठी चैनल को दिये इंटरव्यू में राफेल मसले पर पीएम मोदी को क्लीन चिट दी थी, उन्होने कहा था कि पीएम मोदी की मंशा पर कोई संदेह नहीं है, इसके साथ ही उन्होने ये भी कहा था कि विमान से संबंधित तकनीकी जानकारियां साझा करने की विपक्ष की मांग का कोई तुक नहीं है, हालांकि उन्होने ये भी कहा कि विमान के दामों को सार्वजनिक करने से कोई नुकसान नहीं है।

कीमत सार्वजनिक करें
एनसीपी प्रवक्ता नवाब मलिक ने शरद पवार की मांग को दोहराते हुए कहा कि मोदी सरकार राफेल विमानों के कीमतों का खुलासा करे, साथ ही उन्होने इस मामले में संयुक्त संसदीय समिति से जांच की मांग की। नवाब मलिक ने शरद पवार के बयान पर कहा कि मीडिया में आई खबरें भ्रम फैलाने वाली और गुमराह करने वाली हैं। पवार ने कहा था कि देश की जनता को पीएम की मंशा पर कोई संदेह नहीं है।

शाह ने किया ट्वीट
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने ट्वीट कर लिखा कि मैं पूर्व रक्षा मंत्री और वरिष्ठ नेता शरद पवार की सराहना करता हूं, उन्होने दलगत राजनीति से ऊपर उठकर राष्ट्रहित को रखा और सच बोला। प्रिय राहुल गांधी, आपको सहयोगी शरद पवार जैसे कद्दावर नेता पर भरोसा करना चाहिये। आपको बता दें कि राहुल गांधी इन दिनों राफेल डील को लेकर रोजाना सरकार पर हमले कर रहे हैं, ऐसे में शरद पवार का बयान निश्चित रुप से उनके लिये झटका है।

महागठबंधन में दरार
हाल ही में पेट्रोल-डीजल के भारत बंद के ऐलान के दौरान शरद पवार ने कांग्रेस अध्यक्ष के साथ मंच साझा किया था, लेकिन उनके इस बयान ने राजनीतिक सरगर्मी बढा दी है, इस बयान के दूरगामी परिणाम भी देखे जाने लगे हैं। पहले ही मायावती तेवर दिखाकर संभावित महागठबंधन में दरार डाल रही है, अब शरद पवार का ये बयान कुछ और ही कहानी बयां कर रहा है। हाल ही में कांग्रेस प्रभारी मल्लिकार्जुन खडगे ने ऐलान किया था कि महाराष्ट्र में कांग्रेस और एनसीपी साथ मिलकर चुनाव लड़ेगी, सीटों पर फैसला बाद में होगा।