राहुल गांधी के आरोपों पर रक्षा मंत्री ने उन्हें धो डाला, सबूत पेश कर, कर दी बोलती बंद

रक्षा मंत्री ने कहा कि जब कांग्रेस की सरकार थी, उस समय के तत्कालीन रक्षा मंत्री ए के एंटनी ने फ्रांस की सरकार के साथ सीक्रेसी एग्रीमेंट्स किया था। जिसे वो आगे बढा रही हैं।

New Delhi, Jul 20 : मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर लोकसभा में चर्चा के दौरान राहुल गांधी ने जमकर वार किये। राफेल डील पर जोरदार बहस देखने को मिली, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के आरोपों के बाद रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने करारा जवाब दिया, उन्होने कहा कि 25 जनवरी 2008 को फ्रांस के साथ सीक्रेसी एग्रीमेंट कांग्रेस की ही सरकार ने किया था। हम तो बस उसे आगे बढा रहे हैं। इसी समझौते में राफेल डील भी शामिल है।

राहुल गांधी ने लगाया था आरोप
दरअसल आज संसद में बोलते हुए राहुल गांधी ने आरोप लगाया था कि पीएम मोदी के दबाव में डिफेंस मिनिस्टर निर्मला सीतारमण ने राफेल डील को लेकर देश से झूठ बोला । उन्होने पहले कहा था कि वो राफेल विमान की कीमत बताएंगी, फिर कहा कि वो इसकी कीमत नहीं बता सकती, क्योंकि फ्रांस के साथ उनका समझौता हुआ है कि वो इसकी कीमत सावर्जनिक नहीं कर सकती। राहुल ने कहा कि उनकी फ्रांस के राष्ट्रपति के साथ व्यक्तिगत मुलाकात हुई, जिसमें उन्होने बताया कि ऐसा कोई समझौता नहीं हुआ है।

रक्षा मंत्री का पलटवार
निर्मला सीतारमण ने कहा कि जब कांग्रेस की सरकार थी, उस समय के तत्कालीन रक्षा मंत्री ए के एंटनी ने फ्रांस की सरकार के साथ सीक्रेसी एग्रीमेंट्स किया था। जिसे वो आगे बढा रही हैं। उन्होने आगे बोलते हुए कहा कि अब कांग्रेस अध्यक्ष जब फ्रेंच प्रेसीडेंट से मिले, तो क्या बात हुई, ये उन्हें नहीं पता। मालूम हो कि पूरा मामला राफेल की कीमत को लेकर है, कांग्रेस अध्यक्ष का आरोप है कि मोदी सरकार ने विमान की कीमत बढा दी ।

राष्ट्रपति के इंटरव्यू का हवाला
निर्मला सीतारमण ने आगे फ्रेंच राष्ट्रपति द्वारा एक भारतीय मीडिया समूह को दिये इंटरव्यू का हवाला देते हुए कहा कि सवाल का जबाव देते हुए फ्रांस के राष्ट्रपति ने साफ-साफ कहा था कि आपके साथ (भारत से ) कॉर्मशल समझौता है, आपके पास प्रतिद्वंद्वी भी हैं, ऐसे में हम आपको डील की डिटल नहीं दे सकते हैं।

तकनीकी मामलों में जबाव नहीं
उन्होने आगे बोलते हुए कहा कि फ्रांस के प्रेसीडेंट ने कहा था कि समझौते में साफ कहा गया है कि कुछ तकनीकी मामलों के जवाब नहीं दिये जाएंगे। इंटरव्यू में राष्ट्रपति मैक्रों ने साफ कहा था कि भारत और फ्रांस में ये डील काफी संवेदनशील है, हम बिजनेस कारणों से डिटेल सार्वजनिक नहीं कर सकते हैं।

राहुल गांधी ने क्या कहा था ?
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि राफेल डील में उनकी सरकार ने 520 करोड़ रुपये प्रति विमान में डील की थी, पता नहीं क्या हुई, किससे बात हुई, पीएम फ्रांस गये और जादू से विमान की कीमत 1600 करोड़ प्रति प्लेन हो गई। पहले रक्षा मंत्री ने कहा था कि मैं देश को विमान की कीमत बताउंगी, फिर उन्होने ऐसा करने से साफ मना कर दिया, उन्होने कहा कि मैं आंकड़ा नहीं दे सकती, क्योंकि फ्रांस और भारत के बीच सीक्रेसी एग्रीमेंट है।