लोकसभा सीट बंटवारे के बाद अब नीतीश कैबिनेट पर नजर, जल्द होगी कुछ नये चेहरों की एंट्री

अभी नीतीश कुमार के कैबिनेट में खुद सीएम को मिलाकर कुल 28 सदस्य हैं, जिसमें जदयू कोटे से 14 मंत्री, बीजेपी से 13 और रामविलास पासवान की पार्टी लोजपा से एक मंत्री हैं।

New Delhi, Oct 27 : बिहार एनडीए में लोकसभा सीट का मसला सुलझा लिया गया है, अमित शाह ने बीती शाम बताया कि जदयू और बीजेपी बराबर सीटों पर चुनाव लड़ेगी, इसके साथ ही लोजपा और रालोसपा को भी सम्मानजनक सीटें दी जाएगी। अगले दो-तीन दिनों में सीटों की संख्या का ऐलान कर दिया जाएगा। अब नीतीश सरकार के मंत्रिमंडल का विस्तार हो सकता है। सीट का मामला सुलझते ही एनडीए के घटक दलों में मंत्री पद के प्रबल दावेदारों के नामों की चर्चा शुरु हो गई है। दावा किया जा रहा है कि नीतीश कैबिनेट में किसी महिला सदस्य को भी शामिल किया जा सकता है।

खुद नीतीश ने दिये थे संकेत
बिहार एनडीए के नेता फिलहाल इस पर कुछ भी बोलने से कतरा रहे हैं, लेकिन खुद सीएम नीतीश कुमार ने एक बैठक के दौरान संकेत दिये थे, कि दुर्गापूजा के बाद मंत्रिमंडल में विस्तार किया जाएगा। अब जब लोकसभा चुनाव के सीट का मामला भी सुलझा लिया गया है, तो कयास लगाये जा रहे हैं कि नीतीश कैबिनेट में कुछ नये चेहरों को जगह दी जा सकती है।

इतने मंत्रियों को शामिल कर सकते हैं
आपको बता दें कि अभी नीतीश कुमार के कैबिनेट में खुद सीएम को मिलाकर कुल 28 सदस्य हैं, जिसमें जदयू कोटे से 14 मंत्री, बीजेपी से 13 और रामविलास पासवान की पार्टी लोजपा से एक मंत्री हैं, वैसे मंत्रिपरिषद में कुल सदस्यों की संख्या अधिकतम 36 तक हो सकती है, इस हिसाब से नीतीश अपने कैबिनेट में 8 और लोगों को शामिल कर सकते हैं, हालांकि कहा जा रहा है कि अभी 4 लोगों को शामिल किया जाएगा। कुछ मंत्रियों के विभाग भी बदले जाएंगे।

रालोसपा को भी सरकार में जगह
सूत्रों के अनुसार नये मंत्रिमंडल में जदयू कोटे से 2 बीजेपी से 1 और उपेन्द्र कुशवाहा की पार्टी रालोसपा से एक सदस्य को शामिल किया जा सकता है। कोसी प्रमंडल को साधने के लिये नीतीश पूर्णिया के किसी विधायक को मंत्रिमंडल में शामिल कर सकते हैं, फिलहाल यहां से नीतीश कुमार सरकार में एक भी मंत्री शामिल नहीं है, इसलिये इसे सुशासन बाबू गंभीरता से ले रहे हैं।

महिला विधायक को मंत्री बनाया जाएगा
नीतीश कुमार की नजर इस बात पर है कि किसी महिला को अपने कैबिनेट में शामिल किया जाए, पिछले दिनों मुजफ्फरपुर बालिका गृह केस के बाद मंजू वर्मा को इस्तीफा देना पड़ा था। कहा जा रहा है कि नीतीश एक महिला और एक कोईरी समाज के विधायक को मंत्रालय सौंप सकते हैं, ताकि लव -कुश वोट को साधा जा सके। खैर अभी दो-तीन दिन तो लोकसभा सीट का ही मुद्दा गरम रहेगा, इसके बाद मंत्रिमंडल में किन लोगों को जगह दी जाएगी, इसकी चर्चा शुरु होगी।