अब ओम प्रकाश राजभर ने पढे जिन्ना के शान में कसीदे, योगी सरकार पर लगाया बड़ा आरोप

rajbhar jinnah

जिन्ना की वकालत करते हुए राजभर ने कहा कि जिन्ना ने देश का बंटवारा नहीं कराया, जिन्ना ने तो फांसी की सजा पाये बाल गंगाधर तिलक का केस लड़ा, अगर जिन्ना को प्रधानमंत्री बना देते, तो देश का बंटवारा नहीं होता।

New Delhi, Nov 16 : सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष तथा योगी के पूर्व मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने वाराणसी के मुनारी के मैदान में आयोजित भागीदारी संकल्प मोर्चा में शामिल पार्टी द्वारा आयोजित वंचित, पिछड़ा, दलित अल्पसंख्यक महापंचायत को संबोधित किया, इस दौरान उन्होने बीजेपी पर जमकर हमला बोला और गंभीर आरोप लगाये।

बीजेपी पर बड़ा आरोप
ओपी राजभर ने बीजेपी पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि उनको लगातार संदेश मिल रहे हैं, कि बीजेपी उनकी हत्या करा सकती है, या फिर अफीम, गांजा, चरस मेरी गाड़ी में रखवाकर मुझे पकड़वा सकती है, यही नहीं जिन्ना प्रेम एक बार फिर से राजभर की जुबां पर सुनाई दिया।

जिन्ना की तारीफ
जिन्ना की वकालत करते हुए उन्होने कहा कि जिन्ना ने देश का बंटवारा नहीं कराया, जिन्ना ने तो फांसी की सजा पाये बाल गंगाधर तिलक का केस लड़ा, अगर जिन्ना को प्रधानमंत्री बना देते, तो देश का बंटवारा नहीं होता, राजभर ने आगे यहां तक कह डाला कि जिन्ना ने देश का बंटवारा नहीं कराया, बल्कि देश का बंटवारा आरएसएस और विश्व हिंदू परिषद ने कराया है, बीजेपी हमेशा धर्म की राजनीति करती है, उन्होने कहा कि सिलेंडर एक हजार के पार कर दिया, महंगाई की बात कीजिए, तो कहते हैं आप पाकिस्तानी हो, जातिवार जनगणना की बात करों, तो ये धर्म की बात करते हैं, ये सिर्फ समाज का ध्यान धर्म में भटकाते हैं।

धर्म की आड़ में राजनीति
मुसलमान पाकिस्तान की बात करते हैं, हम भी धर्म को मानते हैं, लेकिन हम धर्म की आड़ में राजनीति नहीं करते, राजभर ने आगे कहा, बीजेपी के नेता एक समान शिक्षा पर चर्चा क्यों नहीं करते, जातिवार जनगणना पर क्यों नहीं चर्चा करते, पूरा देश संविधान से चलता है, जब काशी लौटी मां अन्नपूर्णा की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की बात पर राजभर का पक्ष पूछा गया, तो उन्होने कहा, बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर ने कहा था पॉलिटिकल पावर इज द मास्टर की, अभी कोरोना रहा, बांदा से लेकर बलिया तक गंगा में लाश तैर रही थी, तब तो कोई देवी देवता नहीं दिखाई दिये, अस्पताल में ही ठिकाना लगा, अस्पताल में ही इलाज मिला, कोई भी व्यक्ति मंदिर से इंजीनियर, डॉक्टर, कलेक्टर नहीं बन सकता, बाबा साहब की व्यवस्था से ही डॉक्टर, इंजीनियर और कलेक्टर बन सकता है।