अब सीएम योगी के इसी हमले पर ओवैसी ने जवाब दिया है, इसके साथ ही उन्होने योगी को नये नाम से पुकारा है।
New Delhi, Nov 24 : यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने सीएए तथा एनआरसी को लेकर राजनीति करने पर एआईएमआईएम नेता असदुद्दीन ओवैसी को हाल ही में जमकर आड़े हाथों लिया था, उन्होने कहा था कि सीएए के खिलाफ भावनाओं को उकसाने वाले अब्बाजान और चचाजान से हमारी सरकार सख्ती से निपटना जानती है, उन्होने ओवैसी को सपा का एजेंट भी बताया था।
ओवैसी का जवाब
अब सीएम योगी के इसी हमले पर ओवैसी ने जवाब दिया है, इसके साथ ही उन्होने योगी को नये नाम से पुकारा है, उन्होने सोशल मीडिया के जरिये अपना जवाब दिया है, जिस पर सोशल मीडिया यूजर्स खूब रिएक्ट कर रहे हैं, कुछ लोग उनकी तारीफ कर रहे हैं, तो कुछ लोग गालियां दे रहे हैं।
ठोंक देंगे वाले बाबा
ओवैसी को योगी को नया नाम देते हुए उन्हें ठोंक देंगे वाले बाबा कहा है, उन्होने ट्विटर पर योगी के शब्दों को काटने की कोशिश की, खुद को सपा एजेंट कहे जाने पर ओवैसी ने लिखा, ठोक देंगे वाला बाबा, मैं सिर्फ नका एजेंट हूं, जिन्होने मुल्क को आजादी दिलाई, भारतीयों के नागरिकता को मजहब से परे रखा। योगी ने कहा था आज माफिया की छाती पर बुलडोजर चलाने वाली सरकार है, इस पर ओवैसी ने कहा, आपकी सरकार ने बुलडोजर नहीं थार चलाई थी, इससे जिसे रौंद्रा गया था, दंगाई या माफिया नहीं बल्कि लखीमपुर खीरी के किसान थे, रौंदने वाले का बाप अभी भी मंत्री है।
योगी ने अब्बाजान, चचाजान को क्यों दिखाई थी आंखें
अब हम आपको ये भी बताते हैं कि क्यों सीएम योगी को सीएए को लेकर सपा और एआईएमआईएम नेता ओवैसी के खिलाफ सख्त शब्दों का इस्तेमाल करना पड़ा था, एक दिन पहले ही कानपुर में ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के अधिवेशन में सीएए वापस लेने के बारे में प्रस्ताव पास किया गया था, इसके बाद ओवैसी ने भी बीजेपी को चेतावनी भरे लहजे में कहा था कि यदि किसान कानूनों की तरह सीएए वापस नहीं हुआ, तो हम फिर सड़कों पर निकलेंगे, यहीं पर शाहीन बाग बना देंगे, शाहीन बाग बनाने वाली ओवैसी की बात योगी से सहन नहीं हुई, उन्होने अगले ही दिन अपनी सभा में उन्हें सख्त रवैया दिखा दिया था।
बुल्डोज़र नहीं, #THAR चलाई थी।जिसे रौंदा गया था वो दंगाई/माफिया नहीं, #लखीमपुर_खीरी के किसान थे।रौंदने वाले का बाप अभी भी मंत्री है।ठोक देंगे वाले बाबा, मैं सिर्फ़ उनका एजेंट हूँ जिन्होंने मुल्क को आज़ादी दिलायी और भारतीयों के नागरिकता को मज़हब से परे रखा pic.twitter.com/2ckHXnp7W3
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) November 23, 2021