भारत के सख्त तेवर से घबराया पाकिस्तान, कहा हर मसले पर वार्ता को तैयार, दिया नया ऑफर

पाकिस्तानी वजीर-ए-आजम ने ट्वीट करते हुए लिखा कि शांति वार्ता फिर से फिर किये जाने के मेरे आह्वान पर भारत के अहंकारी और नकारात्मक रुख से निराश हूं।

New Delhi, Sep 24 : भारत और पाक के बीच संयुक्त राष्ट्र महासभा के दौरान होने वाली बातचीत के रद्द होने पर पाक पीएम ने इसे दुर्भाग्यपूर्ण और भारत को घमंड से चूर बताया था। इमरान खान ने कहा था कि वो भारत के नकारात्मक रुख से निराश हैं, पाकिस्तानी वजीर-ए-आजम ने ट्वीट करते हुए लिखा कि शांति वार्ता फिर से फिर किये जाने के मेरे आह्वान पर भारत के अहंकारी और नकारात्मक रुख से निराश हूं, छोटे लोग बड़े पदों पर आसीन रहे हैं, लेकिन उनके पास बड़ी तस्वीर देने का दृष्टिकोण नहीं है।

विदेश मंत्री ने दिया बयान
इमरान खान के ट्विटर पर आये इस जवाब के बाद पाकिस्तान के सूचना मंत्री फवाद चौधरी ने शनिवार को कहा कि दोनों देशों के विदेश मंत्रियों के बीच होने वाली वार्ता का रद्द होना दुर्भाग्यपूर्ण है। पाकिस्तान सिख श्रद्धालुओं के लिये करतारपुर कॉरिडोर खोलने के लिये तैयार है, ताकि सिख गुरुद्वारा दरबार साहिब के दर्शन कर सकें। साथ ही उन्होने कहा कि भविष्य में पाक के साथ वार्ता करने का फैसला भारत को करना है, लेकिन इस्लामाबाद सभी प्रमुख मुद्दों पर बातचीत के लिये तैयार है, क्योंकि उनका मानना है कि युद्ध और विरोध से कोई उपाय नहीं निकलता है।

इंटरव्यू में कही बातें
इमरान खान के मंत्री ने ये बातें फोन पर दिये एक इंटरव्यू में कही है। एनबीटी की रिपोर्ट के अनुसार उन्होने कहा कि दोनों देशों के बीच असली मुद्दा कश्मीर है, पाक हर मसले पर बातचीत के लिये तैयार है। आपको बता दें कि फवाद चौधरी को पीएम इमरान खान का करीबी माना जाता है, उन्होने आगे बोलते हुए कहा कि बहुत सारे तरीके हैं, जिनसे हम चीजों को संभाल सकते हैं, पहला तरीका है, कि हम युद्ध करें।

युद्ध करना मूर्खता
फवाद चौधरी ने कहा कि दोनों देशों के पास परमाणु हथियार हैं, युद्धे के बारे में सोचना मूर्खता होगी, दूसरा तरीका है, जिसकी वकालत भारत के एनएसए अजित डोभाल करते हैं, इस तरीके में दोनों देशों को आंतरिक तौर पर कमजोर करने का प्रयोग करते हैं, या फिर हम बैठकर अपने सभी मामले पर बातचीत करें, उसका समाधाम निकालें, या फिर एक-दूसरे की परेशानियां देखते रहें।

हर मसले पर बात करने के लिये तैयार
इमरान खान के मंत्री ने कहा कि हम सभी मसलों पर बात करने के लिये तैयार हैं, पिछले सात दशकों के दौरान हमने तीन बार युद्ध लड़ लिया, हम अपने पड़ोसी नहीं बदल सकते हैं, ये भारत को भी सोचना होगा, अब भारत में चुनाव होने हैं, तो हो सकता है, कि पाकिस्तान विरोधी नारें वहां बेचे जा सकते हैं, लेकिन भारत विरोधी नारे पाक में नहीं बिकते। पाकिस्तानी मंत्री ने के दावों पर सेवानिवृत्त कमांडर उदय भास्कर ने कहा कि आतंकवाद ने एक बार फिर से दोनों देशों के बीच होने वाली वार्ता को बाधित कर दिया है। पहले पाकिस्तान आतंकवाद पर नकेल कसें, फिर भारत से वार्ता के लिये तैयारी करे।