तो क्‍या झुक गया पाकिस्तान? कहा- हम भारत से दुश्मनी नहीं चाहते!

पाकिस्‍तान की नई सुरक्षा नीति जानकर आप पशोपेश में पड़ सकते हैं, पड़ोसी देश को अचानक दुश्‍मनी छोड़ भारत से संबंधों की फिक्र हो रही है । आगे पढ़ें विस्‍तार से ।

New Delhi, Jan 12: पाकिस्तान की नई सुरक्षा नीति सामने आई है, जिसमें भारत के साथ शांतिपूर्ण रिश्तों की बात की गई है । पाकिस्‍तान के एक अधिकारी ने कहा कि कश्मीर विवाद को अलग रखते हुए पाकिस्तान भारत के साथ व्यापार और वाणिज्यिक रिश्ते शुरू कर सकता है । हालांकि अधिकारी की ओर से ये भी कहा गया है कि भारत की नरेंद्र मोदी सरकार के साथ रिश्ते ठीक होने की संभावना नहीं है. । पड़ोसी मुल्‍क ने अपनी नई सुरक्षा नीति में कहा है कि वो भारत के साथ किसी तरह की दुश्मनी नहीं रखना चाहता है ।

शांतिपूर्ण रिश्‍ते चाहता है पाकिस्‍तान
सुरक्षा नीति में कहा गया है कि पाकिस्तान अपने पड़ोसी देशों के साथ शांतिपूर्ण रिश्ते चाहता है । कहा गया है कि इस राष्ट्रीय सुरक्षा नीति में पड़ोसी देशों के साथ शांति और आर्थिक कूटनीति पाकिस्तान की विदेश नीति के केंद्र में होगी । पाकिस्तान के प्रमुख अखबार एक्सप्रेस ट्रिब्यून में दी गई जानकारी के मुताबिक, एक अधिकारी ने नई सुरक्षा नीति को लेकर मीडिया को मंगलवार को पूरी जानकारी दी । इस अधिकारी ने कहा कि 100 पन्नों की सुरक्षा नीति में कहा गया है कि लंबे समय से चले आ रहे कश्मीर विवाद के अंतिम समाधान के बिना ही भारत के साथ व्यापार और वाणिज्यिक संबंधों के लिए पाकिस्तान की तरफ से रास्ते खुले हैं, बशर्ते कि दोनों परमाणु-संपन्न पड़ोसियों के बीच बातचीत में प्रगति हो।

दुश्‍मनी नहीं चाहिए
पाक अधिकारी ने कहा-  ‘हम अगले 100 वर्षों के लिए भारत के साथ शत्रुता नहीं चाहते हैं । नई नीति पड़ोसियों के साथ शांति चाहती है । अगर बातचीत में प्रगति होती है तो भारत के साथ व्यापार और वाणिज्यिक संबंधों को सामान्य करने की संभावना होगी जैसा कि पहले हुआ था।’ गौरतलब है कि भारत पाकिस्‍तान के बीच अगस्त 2019 के बाद से बातचीत लगभग ठप है, दरअसल तब भारत की नरेंद्र मोदी सरकार ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाकर विशेष राज्य का दर्जा खत्म कर दिया था । पाकिस्तान भारत के इस कदम से नाराज था, उसने प्रतिक्रिया स्‍वरूप भारत से राजनयिक संबंधों को कमजोर कर दिया था ।

पाकिस्तानी अधिकारी ने आगे कहा-  ‘आर्थिक सुरक्षा नई राष्ट्रीय सुरक्षा नीति का केंद्रीय विषय होगा । इसी तरह, आर्थिक कूटनीति और पड़ोसियों के साथ शांति देश की विदेश नीति का केंद्रीय विषय होगा । साथ ही जियो-इकोनॉमिक्स का मतलब ये नहीं है कि हम अपने रणनीतिक और राजनीतिक हितों की अनदेखी करेंगे । अधिकारी ने जोर देकर कहा, भारत के साथ लंबे समय से कश्मीर विवाद को पाकिस्तान के लिए एक ‘महत्वपूर्ण राष्ट्रीय नीति’ का मुद्दा माना गया है । हालांकि अधिकारी की ओर से ये भी स्पष्ट किया गाया कि भारत की मौजूदा नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार के तहत भारत के साथ तालमेल की कोई संभावना नहीं है ।

2014 से तैयार हो रही थी ये सुरक्षा नीति
पाक अधिकारी ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि, पाकिस्तान के पास रक्षा, विदेश और आंतरिक नीतियां भी हैं, ले‍कि ये नई सुरक्षा नीति भविष्य के लिए दिशा प्रदान करने वाले ‘अंब्रेला डॉक्यूमेंट’ के रूप में काम करेगी । इस नीति को तैयार करने में 7 साल का समय लगा है । अधिकारी ने बताया कि तत्कालीन राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार सरताज अजीज ने 2014 में इसे शुरू किया था । आपको बता दें पाकिस्‍तान के प्रधानमंत्री इमरान खान जल्‍द इस नई सुरक्षा नीति का औपचारिक रूप से शुभारंभ करेंगे । अधिकारी ने कहा कि नई राष्ट्रीय सुरक्षा नीति को बनाने में सभी संघीय, प्रांतीय संस्थानों के साथ-साथ सैन्य और अन्य विभागों से इनपुट लिए गए हैं ।