दोस्त का दिल आ गया था बहन पर, भाई ने बनाया सन्न कर देने वाला प्लान, 3 की ले ली जान

पहले तो आरोपी युवक ने अपनी बहन से दोस्त को दूर रहने के लिये कहा था, इसके बाद भी जब वो नहीं माना तो ऐसा प्लान बनाया, कि हर कोई हैरान रह गया। 

New Delhi, Jul 25 : यूपी पुलिस ने ग्रेटर नोएडा के सेक्टर ओमीक्रान में हुए 19 जुलाई की रात ट्रिपल मर्डर केस को सुलझा लिया है। इस केस में मृतक का दोस्त ही मुख्य आरोपी निकला। दरअसल मुख्य आरोपी की बहन और मृतक युवक कृष्णकांत के बीच प्रेम संबंध था। पहले तो आरोपी युवक ने दोनों को दूर रहने के लिये काफी दबाव बनाया, आरोपी ने कृष्णकांत की कुछ हफ्ते पहले पिटाई भी करवाई थी, इसके बाद भी जब युवक नहीं माना, तो आरोपी ने अपने 4 दोस्तों के साथ मिलकर उसकी हत्या कर दी।

सभी आरोपी गिरफ्तार
गौतम बुद्ध नगर पुलिस ने घटना के 4 दिन बाद ही केस सुलझाने का दावा किया है, सभी पांचों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। arrestएसएसपी डॉ. अजयपाल शर्मा शर्मा ने बताया कि पकड़ा गया मुख्य आरोपी कृष्णकांत का दोस्त मनीष (20 साल ) है। आपको बता दें कि मनीष ने अपने चार दोस्तों के साथ मिलकर कृष्णकांत और उसकी मां-बहन की हत्या कर दी थी।

कार की तलाशी में मिले लोहे के रॉड और चाकू
घटना में शामिल रहे मनीष के दोस्त बिट्टू कसाना, प्रवीण भाटी, तरुण लोहिया और अंकित भाटी को भी पुलिस ने मंगलवार को दादरी से गिरफ्तार कर लिया। Murder3उनकी कार की तलाशी में लोहे की रॉड और एक चाकू मिला है। आरोपियों ने घर में घुसने के बाद सबसे पहले कृष्णकांत की मां मंजू के सिर पर रॉड से हमला किया। फिर चाकू से चेहरा और गला काट दिया। फिर कृष्णकांत के कमरे में जाकर उसे भी मार दिया। फिर आरोपियों को पता चला कि उसकी बहन प्रियंका भी घर में है, तो कहीं वो घटना की गवाह ना बन जाए, इसलिये उसकी भी जान ले ली।

तीनों के शव को नहर में फेंकना चाहता था
आरोपियों ने पुलिस को बताया कि उनकी प्लानिंग थी कि हत्या के बाद तीनों के शव को नहर में फेंक देंगे। इसी वजह से हत्या के बाद कार से कृष्णकांत और उसकी बहन प्रियंका का शव कार में रखा, लेकिन तीसरे शव के लिये जगह नहीं बची थी। इसलिये उन्होने सोचा की दुबारा में मंजू के शव को ठिकाने लगाएंगे, लेकिन लौटते समय सुबह होने लगी थी। इसी वजह से मंजू के शव को घर नें ही छोड़ कर आरोपी ताला लगा कर भाग निकले ।

ऐसे सुलझा केस
मुख्य आरोपी मनीष ने अपने दोस्त और आरोपी बिट्टू कसाना के फोन से घटना वाली रात कृष्णकांत को फोन किया था। दरअसल वो कंफर्म करना चाहता था कि UP Policeउसका टारगेट घर में है या नहीं, फोन करने के बाद पांचों आरोपी हत्या करने के लिये निकले थे। पुलिस जांच में इसी कॉल से केस सुलझाने का दावा किया है। पुलिस जांच में सभी आरोपियों की लोकेशन भी घटना वाली रात कृष्णकांत के घर पर ही मिली है, जिसके आधार पर पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया है।

ऐसी रची साजिश
मामले की जांच करने वाली पुलिस टीम ने बताया कि कुछ सप्ताह पहले मनीष अपने अन्य आरोपी दोस्तों के साथ हरिद्वार गया था, Murderवहीं पर उसने बहन से प्रेम प्रसंग करने वाले की हत्या करने की साजिश बनाई थी। 19 जुलाई की रात 10.40 बजे पांचों आरोपी कृष्णकांत की घर की छत पर पहुंचे, घर में टीवी चल रहा था, पांचों पहले छत पर सिगरेट पीते रहे, जब रात 12 बजे टीवी की आवाज बंद हो गई, तब वो नीचे घर में दाखिल हुए और वारदात को अंजाम दिया।

क्यों भड़का था मनीष ?
मुख्य आरोपी मनीष और मृतक कृष्णकांच एक ही कॉलेज से बीसीए कर रहा है, दोनों अच्छे दोस्त थे। दोनों का एक-दूसरे के घर आना-जाना था, इसी दौरान कृष्णकांत की दोस्ती मनीष की बहन से हो गई। एक महीने पहले ही मनीष को दोनों के प्रेम प्रसंग के बारे में पता चला था, तब से ही कृष्णकांत उसका दुश्मन बन गया था, शुरुआत में उसने धमकी देकर अपनी बहन से दूर रहने को कहा, फिर मारपीट की, उसके बाद भी नहीं माना, तो हत्या का साजिश बना डाली।