एक मिस्ड कॉल और तबाह हो गई जिंदगी, बंगाल से लेकर दिल्ली तक कई बार बेची गई युवती

पश्चिम बंगाल पुलिस के अनुसार जांच में ये बात सामने आई है कि बाबू ने तीस हजार रुपये में सोनिया के साथ युवती का सौदा किया, अगले ही दिन फिर उसे 70 हजार रुपये में मेरठ में बेच दिया गया।

New Delhi, Jul 11 : पश्चिम बंगाल के हावड़ा से लापता हुई युवती की तलाश में निकली पुलिस ने गाजियाबाद से मेरठ कर फैले देह व्यापार और मानव तस्करी के काले कारोबार का खुलासा किया है। बंगाल की युवती का पैकेज में सौदा किया गया था और उसे बंगाल से लेकर एनसीआर के बीच कई बार बेचा गया। पश्चिम बंगाल पुलिस ने सिहानी गेट थाना और एसएसपी द्वारा गठित टीम की मदद से मंगलवार को नंदग्राम से गिरोह के सात लोगों को गिरफ्तार कर इनके चंगुल से दो लड़कियों को छुड़ाया है। इनमें लापता युवती के साथ एक झारखंड की लड़की भी है। मामले में तीन आरोपी पहले ही बंगाल से गिरफ्तार किये जा चुके हैं।

पुलिस की कार्रवाई
दोनों राज्यों की पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए नंदग्राम से आरोपियों को धर दबोचा, गिरफ्तार लोगों में 4 महिलाएं और तीन पुरुष हैं, इनकी पहचान भारती शर्मा, संतो, सोनिया और रुचि के रुप में हुई है, जबकि पुरुष आरोपी के नाम राकेश, मुकेस और रवेंद्र है। सीओ सेकेंड आतिश सिंह ने बताया कि पश्चिम बंगाल पुलिस ट्रांजिट रिमांड पर आरोपियों को अपने साथ ले जाएगी।

एक मिस्ड कॉल और तबाह हो गई जिंदगी
छुड़ाई गई हावड़ा की रहने वाली 17 वर्षीय युवती ने बताया कि मिस्ड कॉल के जरिये उसकी पहचान अशरफुल नाम के शख्स से हुई थी,Mobile फिर दोनों फोन पर बातें करने लगे। अशरफुल मूल रुप से तमिलनाडु का रहने वाला है, उसने युवती को बताया कि वो बेहद अमीर है, जिससे पीड़िता उसके झांसे में आ गई, 4 अप्रैल को युवती उसके झांसे में आकर घर छोड़कर फरार हो गई, इस बाबत हावड़ा के उलेबेरिया थाने में रिपोर्ट भी दर्ज है। युवती ने बताया कि अशरफुल ने उसे बाबू नाम के अपने एक दोस्त के पास छोड़ा था, दो दिन बाद बाबू उसे दिल्ली में शादी कराने का झांसा देकर गाजियाबाद लेकर पहुंचा था।

पैकेज में सौदा
पश्चिम बंगाल पुलिस के अनुसार जांच में ये बात सामने आई है कि बाबू ने तीस हजार रुपये में सोनिया के साथ युवती का सौदा किया, अगले ही दिन फिर उसे 70 हजार रुपये में मेरठ में बेच दिया गया। इसके बाद गाजियाबाद में एक बार फिर उसे तीस हजार रुपये में बेचा गया, इस खरीद-फरोख्त में गिरफ्तार आरोपी शामिल थे। किशोरी एक पैकेज के रुप में कई लोगों की दी जाती थी, इन लोगों ने मेरठ से गाजियाबाद के बीच युवती से देह व्यापार कराया, पीड़िता कुछ दिन मेरठ में रखी जाती थी, तो कुछ दिन गाजियाबाद में, जब युवती विरोध करती, तो उसके साथ मारपीट की जाती थी।

बंगाल-नॉर्थ ईस्ट से लाते हैं लड़कियां
पुलिस ने बताया कि गैंग के एजेंट पश्चिम बंगाल और नॉर्थ ईस्ट के प्रदेशों से लड़कियों की तस्करी कर यहां लाते थे, गाजियाबाद से मेरठ तक फैले देह व्यापार के दलाल इन लड़कियों को 20 से 40 हजार रुपये तक में खरीदते हैं। इन लड़कियों का एक बार नहीं बल्कि कई बार सौदा होता है, हर बार इनकी बोली बढती चली जाती है, और पांच लाख रुपये तक पहुंच जाती है।

और लड़कियां भी थीं वहां
एक पीड़िता ने बताया कि उनके अलावा वहां कई और भी लड़कियां थीं, हर लड़की के साथ रोजाना 5-6 पुरुषों को भेजा जाता था, कस्टमर से मिलने वाले पैसों को गैंग के लोग रख लेते थे। पश्चिम बंगाल पुलिस ने बताया कि छापेमारी के दौरान उन्हें वहां कुछ और लड़कियां भी मिली थीं, लेकिन उन्होने कुछ भी बात करने से इंकार कर दिया, जिसके बाद उन्हें केस में शामिल नहीं किया गया है।

अशरफुल और बाबू भी गिरफ्तार
सीओ सेकेंड आतिश सिंह ने बताया कि पश्चिम बंगाल से अशरफुल और बाबू की गिरफ्तारी के बाद वहां की एक टीम गाजियाबाद आई थी, arrestयहां से जानकारी मिली, कि गैंग के सदस्य मेरठ में छिपे हैं, हालांकि आरोपियों को पुलिस कार्रवाई की पहले ही जानकारी मिल चुकी थी, वो लोग नंदग्राम में छिप गये थे। गाजियाबाद पुलिस की मदद से पश्चिम बंगाल पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।