सक्रिय राजनीति में क्यों फ्लॉप हुए प्रशांत किशोर, बंगाल में बीजेपी की ‘जीत’ पर कही बड़ी बात!

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प्रशांत किशोर ने जदयू के उपाध्यक्ष बनाये जाने और हटाये जाने पर कहा, कि मैंने राजनीति में एक शुरुआत की थी, लेकिन इसमें बुरी तरह फेल हो गया।

New Delhi, Apr 13 : क्लब हाउस एप्प पर की गई चैट जब से सोशल मीडिया पर वायरल हुई है, तब से चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर विभिन्न मीडिया समूहों को लगातार इंटरव्यू दे रहे हैं, और अपना रुख साफ कर रहे हैं, पश्चिम बंगाल में बीजेपी के उभार और पीएम मोदी की लोकप्रियता को लेकर उनकी कही गई बातों के वायरल ऑडियो क्लिप को लेकर पीके ने कहा कि उस ऑडियो में मैंने ऐसा कुछ भी नहीं कहा, जो पब्लिक प्लेटफॉर्म में ना कहा हो, पीके ने एक बार फिर दावा किया, कि पश्चिम बंगाल में कठिन मुकाबले के बावजूद ममता बनर्जी फिर से सरकार बनाने जा रही है, पीके ने एक बार फिर दावा किया, कि बंगाल में कठिन मुकाबले के बावजूद ममता बनर्जी फिर से सरकार बनाने जा रही है, बीजेपी 100 के आंकड़े को पार नहीं कर पाएगी, इस दौरान एक निजी न्यूज चैनल से बात करते हुए उन्होने अपने भविष्य के बारे में भी बातें की।

सक्रिय राजनीति में आएंगे
एक निजी न्यूज चैनल से बात करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा, कि आने वाले समय में वो सक्रिय राजनीति में जरुर आएंगे, उनसे जब पूछा गया कि क्या बिहार की राजनीति में वापस आ रहे हैं, तो उन्होने कहा कि मैं राजनीति में जरुर आउंगा, prashant kishor इतना तय है, लेकिन कहां जाऊंगा, कैसे जाऊंगा, बिहार जाऊंगा या बाहर जाऊंगा ये अभी तय नहीं है, आपको बता दें कि नीतीश कुमार ने पीके को अपनी पार्टी का उपाध्यक्ष बनाया था, हालांकि बाद में उन्हें पार्टी से बाहर कर दिया।

सक्रिय राजनीति में क्यों हुए फ्लॉप
पीके ने जदयू के उपाध्यक्ष बनाये जाने और हटाये जाने पर कहा, कि मैंने राजनीति में एक शुरुआत की थी, लेकिन इसमें बुरी तरह फेल हो गया, फिलहाल अभी जो भी मैं कर रहा हूं, मैं उसने ऑक्यूपाइड हूं, 2 मई को चुनाव नतीजे आने के बाद दोबारा सोचेंगे, कि आगे कैसे बढना है, थोड़ी बहुत जो सीख मिली है, उसको आत्मसात करते हुए बेहतर तरीके से तैयारी करेंगे, बता दें कि पीके ने जदयू से निकाले जाने के बाद बात बिहार की नामक कार्यक्रम के जरिये बिहार में सोशल मीडिया के जरिये युवाओं से जुड़ने की कोशिश भी की थी, लेकिन ये कार्यक्रम भी फिलहाल ठंडे बस्ते में है।

ममता की जीत का दावा
बहरहाल पीके ने इस बातचीत में आगे कहा कि पश्चिम बंगाल में बीजेपी को 34-35 से 40-41 फीसदी तक मत आ सकते हैं, वो टीएमसी को टफ फाइट दे रही है, उन्होने इसकी कई वजहें भी बताई, इनमें पीएम मोदी की लोकप्रियता, एससी में बीजेपी की पैठ, मतुआ समाज का समर्थन और ध्रुवीकरण बड़े फैक्टर हैं, उन्होने ये भी कहा कि हिंदी भाषियों पर भी बीजेपी की कड़ी पकड़ है लेकिन टीएमसी को 45 फीसदी से ज्यादा वोट आएंगे, सरकार भी ममता दीदी की ही बनेगी, इसका मुझे पूरा विश्वास है।