शराबबंदी पर बड़ा बयान दे गये प्रशांत किशोर, नीतीश के फैसलों से संतुष्ट नहीं हैं पीके

प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार में हुए विकास को लेकर वो संतुष्ट नहीं हैं, लेकिन सीएम नीतीश कुमार लगातार सही दिशा में काम कर रहे हैं।

New Delhi, Oct 25 : बिहार की सियासत में इन दिनों हर किसी की नजर पीके पर टिकी है, जदयू में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनने के बाद से प्रशांत किशोर एक्शन में नजर आ रहे हैं, लगातार दो दिनों में कई बैठकें कर चुके हैं। रविवार को भी उन्होने युवाओं से मुलाकात की, उन्होने युवाओं को चुनावी रणनीति का मंत्र दिया। इसके साथ ही उन्होने आगे की रणनीति का भी खुलासा किया, आइये आपको बताते हैं कि पीके आगे क्या करने वाले हैं।

युवाओं पर खास जोर
पीके से मिलने के लिये सैकड़ों की संख्या में युवा सोमवार को सीएम आवास पहुंचे, जहां पर पीके ने उनसे मुलाकात की, हालांकि इस मुलाकात से पहले ही युवाओं को कह दिया गया था कि वो उनसे पॉलिटिकल सवाल ना करें, युवाओं के सवाल सिर्फ करियर से जुड़ा हुआ हो, मीटिंग में शामिल होने पहुंचे युवाओं को ऐसा लग रहा था, जैसे उन्हें कोई नई नौकरी मिलने वाली हो, वो पीके से मिलने के लिये खासे उत्साहित थे, पीके भी अपनी रणनीति में युवाओं पर खास जोर देते हैं।

शराबबंदी को सही नहीं मानते पीके
मीटिंग के दौरान पीके और युवाओं के बीच सवाल-जवाब का दौर चलता रहा, एक युवा ने उनसे पूछा कि शराबबंदी को लेकर उनका क्या नजरिया है, इस पर पीके ने कहा कि वो खाने-पीने पर पाबंदी को सही नहीं मानते हैं, लेकिन ऐसे निर्णय समाज में बदलाव लाते हैं, उन्होने गुजरात का उदाहरण देते हुए कहा कि शराबबंदी के बावजूद गुजरात का हाल सबके सामने हैं, बिहार में भी पहले के शराबबंदी कानून में बहुत बदलाव किया गया है, आगे भी इसमें बदलाव किये जाने की संभावना है, शराबबंदी जैसे मसले पर पीके ने अपनी बेबाक राय रखी।

इशारों में तेजस्वी पर हमला
पीके ने कहा कि बिहार में हुए विकास को लेकर वो संतुष्ट नहीं हैं, लेकिन सीएम नीतीश कुमार लगातार सही दिशा में काम कर रहे हैं, पीके ने बिहार में सुस्त विकास के लिये राजद के 15 साल के शासनकाल को जिम्मेदार बताया, उन्होने कहा कि बिहार में फिलहाल नीतीश कुमार का कोई विकल्प नहीं है, उन्होने इशारों में तेजस्वी यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि मुझे भरोसा है कि बिहार में आप जैसे युवा किसी पागल को नीतीश का विकल्प नहीं बनाएंगे।

पीके होंगे सुशासन बाबू के उत्तराधिकारी
युवाओं से सवाल-जवाब में पीके जबरदस्त बेबाकी दिखा रहे थे, पीके ने मीटिंग के दौरान ही कई युवाओं की क्लास भी लगा दी, दरअसल एक युवा ने उनसे कहा कि उन्हें जबरदस्ती जदयू का सदस्य बना दिया गया और रशीद पकड़ा दी गई, इस पर पीके ने कहा कि आप गांजा पीकर आये हैं क्या, जब आपको जदयू का सदस्य नहीं बनना था, तो उसी समय विरोध करते, 25 हजार युवाओं ने आवेदन किया है, जिसमें से 1 हजार कमिटेड युवाओं को बुलाया गया है, अगर आप जदयू में इंटरस्टेड नहीं हैं, तो इंकार कर देते। पीके को नीतीश कुमार का उत्तराधिकारी कहा जा रहा है, हालांकि इसके लिये भी उन्होने रणनीति बना रखी है, सूत्रों के अनुसार 2025 में पीके नीतीश के उत्तराधिकारी बनेंगे, उससे पहले वो बिहार की जनता के लिये काम करना चाहते हैं।