प्रियंका गांधी ने तोड़ी चुप्पी, क्यों प्रशांत किशोर के साथ नहीं हुई साझेदारी

prashant-kishor (1)

प्रियंका गांधी वाड्रा ने इंकार करते हुए कहा कि इसका कांग्रेस में किसी बाहरी व्यक्ति को लाने की अनिच्छा से कोई लेना-देना नहीं है।

New Delhi, Jan 22 : कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा कि चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर के पिछले साल कांग्रेस में शामिल होने की संभावना थी, लेकिन ये नहीं हो पाई, उन्होने एनडीटीवी को बताया कि इसके पीछे कई कारण थे, उन्होने साफ कहा कि कई कारण थे, कुछ कारण हमारी ओर से थे, तो कुछ कारण उनकी ओर से थे, मोटे तौर पर कुछ मुद्दों पर सहमति नहीं बन पाई, कुल मिलाकर ये नहीं हो पाया, उन्होने इसके विवरण में जाने से मना कर दिया।

अगर अनिच्छा होती, तो चर्चाएं नहीं होती
प्रियंका गांधी वाड्रा ने इंकार करते हुए कहा कि इसका कांग्रेस में किसी बाहरी व्यक्ति को लाने की अनिच्छा से कोई लेना-देना नहीं है, उन्होने कहा कि अगर अनिच्छा होती, तो इतनी चर्चाएं नहीं होती, उन्होने कहा कि हां प्रशांत किशोर की कांग्रेस में शामिल होने की संभावना थी, वास्तव में थी, लेकिन कुछ बिंदुओं पर ये नहीं हो पाया। आपको बता दें कि प्रशांत किशोर ने पिछले साल तीनों गांधी सोनिया, राहुल और प्रियंका के साथ कई दौर की चर्चा की थी।

तीखा हमला
पीके की राहुल गांधी के घर जाने की तस्वीरों ने अटकलों को हवा दी थी, कहा जाता है कि कांग्रेस में उनका प्रवेश हो गया था, prashant kishor (1) हालांकि इस बातचीत में टूट जाने के बाद पीके ने तीखा हमला बोला था, उन्होने सार्वजनिक रुप से कहा था कि कांग्रेस का नेतृत्व करने के लिये किसी भी व्यक्ति का दैवीय अधिकार नहीं है, वो भी तब जब पार्टी पिछले 10 सालों में हुए चुनावों में 90 फीसदी से ज्यादा हार गई हो।

2017 में साथ काम
इससे पहले प्रशांत किशोर का 2017 यूपी चुनावों के लिये कांग्रेस के साथ सहयोग बुरी तरह फेल रहा था, सपा-कांग्रेस गठबंधन को पछाड़कर बीजेपी सत्ता में आई थी, हालांकि कांग्रेस ने पंजाब में जीत हासिल की थी, जहां कैप्टन अमरिंदर सिंह के लिये पीके प्लान बना रहे थे।