सरेआम फांसी की सजा, सुनकर आपको 100 साल पहले का कोई क्रूर शासक याद आ रहा होगा । लेकिन ये सजा 21वीं सदी में दी गई है । आगे जानिए कहां दी गई सामूहिक फांसी ।
New Delhi, Dec 19 : कहानी में सुना है, इतिहास में पढ़ा है कि कभी दुनिया पर ऐसे शासकों का शासन हुआ करता था, जो जब किसी का अपराध सुनते थे तो उसे ऐसी सजा सुनाते थे कि रूह कांप जाएं । कई सौ वर्षों पहले हर देश में इस तरह की सजाएं आम थीं । सरेआम लोगों के सामने अपराधों की सजा दी जाती थी ताकि लोगों में अपराध के प्रति डर पैदा हो और वो ऐसे किसी भी क्राइम में शामिल ना हों । लेकिन ताजा मामला आधुनिक चीन का है ।
सरेआम फांसी की सजा
10 हजार लोगों की भीड़ और 10 ऐसे दोषी जिन्होने अक्ष्म्य अपराध किया था । मामला चीन का है जहां ऐसे ही 10 लोगों को भीड़ के सामने फांसी दी गई । चंद लोग नहीं बल्कि हजारों के समूह को फांसी का ये मंजर देखने के लिए बुलाया गया था । हजारों लोगों के सामने 10 लोगों को उनकी करनी की सजा दी गई । सबके सामने उन्हें मौत की सजा सुना दी गई ।
गुआंगडोंग प्रांत का मामला
मीडिया जानकारी के अनुसार ये पूरा मामला गुआंगडोंग प्रांत का है । यहां कोर्ट की ओर से सजा के आदेश के तुरंत बाद सभी दोषियों को सजा दे दी गई । सजा थी मौत की, वो भी सबके सामने । इस फांसी को देखने के लिए स्टेडियम में हजारों लोग जुटे थे । जमा हुई भीड़ इस सजा को देखने के लिए उतावली थी । इन सभी दोषियों ने काम ही ऐसा किया था कि वो कोर्ट से माफी नहीं पा सके ।
ड्रग्स और डकैती के अपराधी
फांसी की सजा पाने वाले इन 10 दोषियों में से 7 पर ड्रग्स से जुड़े अपराधों में शामिल होने का मामला था वहीं तीन पर हत्या और डकैती के मामले दर्ज थे । कोर्ट में सुनवाई के दौरान ये सभी अक्षमय अपराध के दोषी पाए गए और कोर्ट ने सबके सामने इन्हें फांसी देने की सजा सुना दी । हालांकि सुनवाई के दौरान कोर्ट में 13 दोषियों पर सुनवाई शुरू की गई, 10 को फांसी और 3 को दूसरी सजा सुनाई गई ।
वीडियो वायरल
इस घटना के चश्मदीद बने जारों लोगों ने इस पूरे मंजर को अपने कैमरे में कैद कर लिया । इस घटना के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं । हैरानी की बात इन हजारों लोगों को चीनी प्रशासन की ओर से इनवाइट भेजा गया था । सुनवाई और सजा के दिन से 4 दिन पहले इन सभी को आमंत्रण भेजकर इस सामूहिक सजा का दर्शक बनने को बुलाया गया था ।
स्टेडियम में ही हुआ ट्रायल
इन सभी दोषियों का अ्रायल भी इसी सटेडियम में हुआ । सभी को एक बख्तरबंद गाड़ी में लाया गया । दक्षिण चीन के स्पोर्ट्स स्टेडियम में हजारों की संख्या में लोगों के सामने एक-एक दोषी को बाहर ले जाया गया । ट्रायल पूरा हुआ तो 10 व्यक्तियों को फांसी की सजा सुनाई गई और ऑन स्पॉट उन्हें फांसी पर लटका दिया गया । हजारों लोगों की मौजूदगी में सामूहिक रूप से दी गई फांसी का ये दूसरा मामला है ।
अदालत की इस कार्यवाही की जमकर आलोचना
सामूहिक रूप से फांसी दिए जाने और इस पूरे मामले में हजारों लोगों की उपस्थिति होने की सोशल मीडिया पर कड़ी आलोचना की जा रही है । लोगों के अपने-अपने मत है इसे लेकर । कोई इसे निर्ममता बता रहा है तो कोई डे पैनल्टी पर रोक लगाने की मांग कर रहा है । साल 2015 में लुफेंग एक ऐसा ही ओपन ट्रायल किया गया था ।
साल भर में 2400 लोगों को मौत की सजा
आपको बता दें मौत की सजा देने के मामले में चीन दुनिया में टॉप पर है । पिछले साल के आंकड़े देखें तो चीन ने पिछले साल 2400 लोगों को मौत की सजा सुनाई थी । मंगलवार को अमेरिका के एक ह्यूमन राइट्स ग्रुप की ओर से ये जानकारी दी गई है । हालांकि 2012 के मुकाबले इस आंकड़े में काफी बगरावट देखी गई है । साल 2012 में चीन में 12000 लोगों को मौत की सजा दी गई थी ।