1 ओवर में ही फूलने लगती थी अश्विन की सांस, 2018 में ही लेना चाहते थे संन्यास, खुद बताई आपबीती

Ashwin

अश्विन ने ईएसपीएन क्रिकइंफो से बातचीत में बताया कि उन्होने 2018 से 2020 के दौरान कई बार क्रिकेट से संन्यास लेने के बारे में सोचा।

New Delhi, Dec 21 : टीम इंडिया के दिग्गज स्पिनर आर अश्विन ने कई चौंकाने वाली बातें कही है, उन्होने बताया कि उनके करियर में एक वक्त ऐसा भी आया, जब 5-6 गेंद फेंकने में ही उनकी सांस फूलने लगती थी, उन्होने ये भी बताया कि 2018 में वो संन्यास लेने के बारे में सोच रहे थे, उस समय खराब फॉर्म से जूझ रहे थे, तब किसी ने भी उनकी ओर मदद का हाथ नहीं बढाया था।

संन्यास लेने के बारे में सोचा
अश्विन ने ईएसपीएन क्रिकइंफो से बातचीत में बताया कि उन्होने 2018 से 2020 के दौरान कई बार क्रिकेट से संन्यास लेने के बारे में सोचा, इस समय वो लगातार बेहतर करने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन चीजें मुश्किल होती जा रही थी, 6 गेंद करने के बाद ही उनकी सांस फूलने लगती थी, शरीर थक जाता था, घुटने का दर्द बढने पर वो छोटी जंप लेकर गेंदबाजी करने की कोशिश करते थे, इसके बावजूद जल्दी थक जाते थे।

कंधों में तकलीफ
उसके बाद उनके कमर, कंधों में तकलीफ होने लगती थी, अश्विन ने बताया कि बढती उम्र की वजह से फिटनेस पर नियंत्रण रखना काफी मुश्किल होता है, अश्विन कोरोना काल से पहले तक काफी संघर्ष कर रहे थे, टीम में उनकी जगह पर सवाल खड़े हो रहे थे। उन्होने ये भी कहा कि उनकी चोट को लेकर खिलाड़ी संवेदनशील नहीं थे, कोई भी मदद के लिये आगे नहीं आया, भारतीय टीम के कई खिलाड़ियों पर भरोसा जताया गया, लेकिन अश्विन के साथ ऐसा नहीं हुआ। उन्होने कहा मुझे लगता है कि कई खिलाड़ियों पर भरोसा जताया गया, फिर मुझ पर क्यों नहीं जताया गया, मैंने कुछ कम नहीं किया, मैंने टीम को कई मैच जिताये, लेकिन मुझ पर भरोसा नहीं जताया गया।

पिता को था भरोसा
अश्विन ने बताया कि 2018 में जब वो दोबारा चोटिल हुए, तो उन्होने कई बार संन्यास लेने के बारे में सोचा, उस समय वो सिर्फ अपनी पत्नी से ही बात करते थे, Ashwin Rahane हालांकि उनके पिता को पूरा भरोसा था कि उनका बेटा सीमित ओवरों में भी जरुर वापसी करेगा, वो मरने से पहले इसे देखेंगे, उनके लिये ये काफी व्यक्तिगत चीज थी। आपको बता दें कि आईसीसी टी-20 विश्वकप 2021 में अश्विन को टीम में शामिल किया गया, इसके बाद न्यूजीलैंड के खिलाफ टी-20 सीरीज में भी टीम में चुना गया, अब उन्हें दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ वनडे सीरीज में भी मौका दिया जा सकता है।