राहुल गांधी का दावा, अगर महागठबंधन हुआ, तो यूपी में बीजेपी इतनी सीटें भी नहीं जीत पाएगी

राहुल गांधी ने लंदन में भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि 2019 लोकसभा आम चुनाव में भारत के सबसे बड़े प्रदेश यूपी में बीजेपी पांच सीटें नहीं जीत पाएगी।

New Delhi, Aug 24 : कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी फुल फॉर्म में दिख रहे हैं, वो विदेश से बीजेपी, मोदी और आरएसएस पर एक के बाद एक हमले कर रहे हैं, जर्मनी में बीजेपी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर निशाना साधने के बाद राहुल गांधी ने कहा कि अगर 2019 के चुनावों में महागठबंधन होता है, तो बीजेपी यूपी में 5 सीटों पर सिमट जाएगी, इसके साथ ही कांग्रेस अध्यक्ष ने डोकलाम मुद्दे पर पीएम मोदी पर निशाना साधा, उन्होने कहा कि बीजेपी देश में लोगों के बीच भेदभाव पैदा कर रही है।

यूपी में पांच सीटें नहीं मिलेगी
राहुल गांधी ने लंदन में भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि 2019 लोकसभा आम चुनाव में भारत के सबसे बड़े प्रदेश यूपी में बीजेपी पांच सीटें नहीं जीत पाएगी, राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस यूपी में सपा, बसपा और कुछ क्षेत्रीय दलों को मिलाकर एक महागठबंधन बनाएगी, इस महागठबंधन के चुनाव में उतरने के बाद बीजेपी के लिये 5 सीटें जीतनी मुश्किल हो जाएगी।

2014 की परिणाम
आपको बता दें कि 2014 लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की दुर्गति हो गई थी। 80 सीटों वाले यूपी में कांग्रेस को सिर्फ दो सीटें मिली थी, ये दोनों सांसद खुद सोनिया और राहुल गांधी हैं, इसके अलावा सपा के खाते में 5 सीटें गई थी, जिसमें से दो जगह से मुलायम सिंह यादव जीते थे। बसपा का तो खाता भी नहीं खुला था, अकेले बीजेपी ने 71 सीटें जीती थी, तो बाकी दो सीटें बीजेपी के सहयोगी पार्टी अपना दल को मिला था। इसी वजह से इस बार मोदी की आंधी को रोकने के लिये महागठबंधन की बात की जा रही है।

सत्ता का केन्द्रीकरण
कांग्रेस अध्यक्ष ने प्रधानमंत्री मोदी पर सत्ता के केन्द्रीकरण का भी आरोप लगाया, उन्होने कहा कि पिछले 4 सालों में बड़े पैमाने पर सत्ता का केन्द्रीकरण हुआ है, पीएमओ का सीधा विदेश मंत्रालय में हस्तक्षेप है, इन दिनों विदेश मंत्री के पास कोई काम नहीं है, इसी वजह से वो लोगों को वीजा देने में व्यस्त रहती हैं। राहुल गांधी ने कहा कि भारत तभी तरक्की कर सकता है, जब सत्ता का विकेंद्रीकरण होता है।

पाक के लिये रणनीति नहीं
भारत-पाकिस्तान संबंधों पर बोलते हुए कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि पीएम मोदी के पास पाकिस्तान के संबंध में कोई गहराई वाली सोची-समझी रणनीति नहीं है, इसके साथ ही उन्होने ये भी कहा कि पाकिस्तान से बातचीत करना बेहद मुश्किल है, क्योंकि उस देश में ऐसा कोई संस्था नहीं है, जिसे सर्वोच्च माना जा सके, तो हम पाकिस्तान से बात करने के लिये तब तक प्रतीक्षा करेंगे, जब तक वहां कोई सुसंगत ढांचा नहीं बन जाता है।