राहुल गांधी के साथ लंच करने पर देने पड़े 82 हजार रुपये, पार्टी नेताओं ने ही उठाये सवाल

राहुल गांधी के कार्यक्रम में ओवरसीज कांग्रेस के इस कदम से कई कांग्रेस नेता नाराज हो गये हैं।

New Delhi, Sep 04 : कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी का हाल ही में किया लंदन दौरा विवादों में आ गया है, दरअसल राहुल गांधी के लंदन दौरे के दौरान एक कार्यक्रम के आयोजकों ने अमेरिकी कल्चर की नकल करते हुए फंड जुटाने की कोशिश की। लंदन में राहुल गांधी भारतीय पत्रकारों को संबोधित करने वाले थे, इस सभागार की कुछ सीटें खाली बची हुई थीं, कार्यक्रम के आयोजक इंडियन ओवरसीज कांग्रेस ने इन सीटों को 900 पाउंड यानी करीब 80 हजार रुपये प्रति सीट के हिसाब से आवंटित किया ।

कांग्रेस नेता नाराज
राहुल गांधी के कार्यक्रम में ओवरसीज कांग्रेस के इस कदम से कई कांग्रेस नेता नाराज हो गये हैं। अंग्रेजी वेबसाइट डीएनए के अनुसार कांग्रेस के नेताओं का कहना है कि जिस कार्यक्रम में पार्टी के अध्यक्ष पत्रकारों, बिजनेसमैन और हाई प्रोफाइल लोगों को संबोधित करने वाले थे, उस कार्यक्रम का खर्च निकालने के लिये इस तरह के फंड का जुगाड़ करना ठीक नहीं है।

लंच का इंतजाम
आपको बता दें कि इंडियन ओवरसीज कांग्रेस द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में ऐसी व्यवस्था की गई थी कि कांग्रेस अध्यक्ष पत्रकारों को संबोधित करेंगे, उसके बाद राहुल गांधी वहां मौजूद मेहमानों के साथ लंच करेंगे। इस प्रोग्राम के आयोजकों ने कार्यक्रम का खर्च निकालने के लिये टेबल पर खाली कुछ सीटों को बेचनी शुरु कर दी।

आयोजक से पार्टी नाराज
कांग्रेस के सूत्र का कहना है कि एक कमरे में जहां पत्रकार और उद्योगपति होंगे, हाई प्रोफाइल लोग मौजूद रहेंगे, वहां किसी को पता नहीं होगा, कि आखिर कार्यक्रम का मकसद क्या है, ये कोई बहुत अच्छा आइडिया नहीं है, कि राहुल गांधी के साथ लंच के लिये सीट बेचा जाए। पार्टी सूत्रों का दावा है कि आयोजक के इस फैसले से पार्टी नाराज है। आपको बता दें कि इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष कमल धालीवाल हैं।

पुरानी रिवाज है
मालूम हो कि अमेरिका समेत यूरोप के दूसरे देशों में फंड इक्ट्ठा करने के लिये वीआईपी हस्तियों के साथ लंच के लिये मोटी रकम देने का रिवाज है, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप के साथ लंच करने के लिये इसी साल मार्च में लोगों ने 35 हजार डॉलर तक चुकाये हैं, कई इवेंट मैनेजमेंट कंपनियां सामाजिक कार्यों के लिये फंड इकट्ठा करने के लिये ऐसे तरकीब का सहारा लेती है।