राजा भैया ने मुलायम से की मुलाकात, अखिलेश से फोन पर बात, योगी को लेकर कर चुके हैं ये ऐलान

Raja bhaiya

मुलाकात के बाद राजा भैया ने कहा कि नेता जी मुलायम सिंह यादव के जन्मदिन पर मैं हमेशा मिलकर शुभकामनाएं देते रहा हूं, लेकिन इस बार मैं बाहर था, इसलिये जन्मदिन पर शुभकामनाएं देने नहीं आ पाया था।

New Delhi, Nov 25 : यूपी में अगले कुछ ही दिनों में होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर सपा लगातार छोटी पार्टियों से गठबंधन में लगी हुई है, अभी तक इस गठबंधन में जयंत चौधरी की पार्टी रालोद, ओपी राजभर की सुभासपा जैसे नाम शामिल हो चुके हैं, कल ही राजधानी लखनऊ में आप प्रभारी संजय सिंह ने पूर्व सीएम अखिलेश यादव से मुलाकात की थी, आज राजा भैया ने मुलायम सिंह यादव से मुलाकात की है।

मुलाकात पर सफाई
हालांकि मुलाकात के बाद राजा भैया ने कहा कि नेता जी मुलायम सिंह यादव के जन्मदिन पर मैं हमेशा मिलकर शुभकामनाएं देते रहा हूं, लेकिन इस बार मैं बाहर था, इसलिये जन्मदिन पर शुभकामनाएं देने नहीं आ पाया था, चुनाव से जोड़कर इसे ना देखा जाए, इसका कोई अलग से निहितार्थ ना निकाला जाए।

अखिलेश से फोन पर बात
सूत्रों का दावा है कि बीती रात अखिलेश यादव से राजा भैया की फोन पर बात हुई थी, इसके बाद आज उन्होने लखनऊ में मुलायम सिंह यादव से मुलाकात की, akhilesh yadav आपको बता दें कि पिछले दिनों राजा भैया ने कहा था कि उनकी पार्टी जनसत्ता दल लोकतांत्रिक यूपी चुनाव में 100 सीटों पर चुनाव लड़ेगी, वहां से कोई उम्मीदवार नहीं होगा, जहां से सीएम योगी चुनाव लड़ेंगे, मुलायम के करीबी रहे राजा भैया पिछले काफी समय से अपनी पार्टी को मजबूत करने में लगे हैं। राजा भैया अखिलेश सरकार में मंत्री रहे हैं, साथ ही उनके योगी के भी करीबी होने की बात कही जाती है।

1993 से लगातार विधायक
राजा भैया कुंडा सीट से 1993 से लगातार विधायक हैं, वो अभी तक निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ते और जीतते रहे हैं, कुंडा में उन्हें अपराजेय माना जाता है, लेकिन कुछ सालों से वो अपनी पार्टी खड़ी करने की कोशिशों में लगे हैं। यूपी में बसपा प्रमुख मायावती के शासनकाल के दौरान राजा भैया पर साल 2000 में पोटा के तहत कार्रवाई की गई थी, 2 नवंबर 2000 को उन्हें गिरफ्तार किया गया था, राजा भैया उनके पिता और चचेरे भाई पर आतंकवाद निरोधक अधिनियम के तहत धाराएं लगाई गई थी, तत्कालीन सरकार ने राजा भैया के 600 एकड़ में फैले तालाब को कब्जे में लेकर अभ्यारण्य घोषित कर दिया था। फिर अगस्त 2003 में मायावती के इस्तीफे के बाद सीएम पद की शपथ लेने के आधे घंटे बाद ही मुलायम सिंह यादव ने राजा भैया से पोटा हटा लिया था, इसके बाद उनकी मुश्किलें कम होती गई, बाद में मुलायम सरकार में खाद्यान्न मंत्री बनाये गये, फिर अखिलेश सरकार में जेल मंत्री रहे, हालांकि कहा जाता है कि अखिलेश से उनकी ज्यादा नहीं बनी।