राहुल द्रविड़ के समय डरपोक थी टीम इंडिया? दिग्गज के बयान से सनसनी

Dravid virat

राहुल द्रविड़ टीम इंडिया के मुख्य कोच हैं, द्रविड़ के कोच बनते ही टीम में बड़े बदलाव देखने को मिले, विराट कोहली को सीमित ओवरों की कप्तानी से हटा दिया गया।

New Delhi, Dec 22 : टीम इंडिया के टेस्ट कप्तान विराट कोहली के बचपन के कोच ने एक बयान से सनसनी मचा दी है, विराट के कोच राजकुमार शर्मा के मुताबिक राहुल द्रविड़ के समय में भारतीय टीम जीत के लिये नहीं बल्कि हार से बचने के लिये खेलती थी, राजकुमार ने कहा कि राहुल जिन दिनों खेला करते थे, उस समय भारतीय टेस्ट टीम की मानसिकता डिफेंसिव खेल खेलने की थी, राजकुमार शर्मा ने कहा कि भारतीय टीम अब विदेशी धरती पर जिस तरह सिर्फ जीत के इरादे से खेलती है, उसका क्रेडिट विराट कोहली को जाता है।

द्रविड़ के समय डरपोक थी टीम इंडिया
आपको बता दें कि राहुल द्रविड़ टीम इंडिया के मुख्य कोच हैं, द्रविड़ के कोच बनते ही टीम में बड़े बदलाव देखने को मिले, विराट कोहली को सीमित ओवरों की कप्तानी से हटा दिया गया, अब रोहित सीमित ओवरों में कप्तान हैं, विराट सिर्फ टेस्ट में कप्तान हैं, यू-ट्यूब चैनल खेलनीति पर बात करते हुए राजकुमार शर्मा ने कहा कि राहुल द्रविड़ के खेलने के दिनों में भारतीय टीम का मानसिकता डिफेंसिव थी, वो इस मानसिकता के साथ उतरते थे कि सीरीज ना हारें।

बयान से मची सनसनी
राजकुमार शर्मा ने आगे कहा, राहुल द्रविड़ चाहते थे कि जब वो विदेशी दौरे पर हों, तो सीरीज ना हारें, विराट कोहली का टारगेट किसी भी कीमत पर जीत हासिल करना है, virat kohli2 इसलिये वो 5 गेंदबाजों के साथ खेलते हैं, विराट कोहली और राहुल द्रविड़ के बीच कप्तान और कोच का कॉम्बिनेशन कैसे काम करेगा, इस पर राजकुमार ने कहा कि ग्रेग चैपल युग के दौरान भारत की कप्तानी करने का अनुभव द्रविड़ के लिये उपयोगी होगा, उन्हें पता होगा कि टीम का नेतृत्व करना कप्तान का काम है।

कप्तान ही टीम को लीड करता है
राजकुमार शर्मा के अनुसार राहुल द्रविड़ का जो कद है, उन्हें अच्छे से हेड कोच की भूमिका पता है, हालांकि उन्होने कहा कि कोच मुख्य रुप से योजना बनाने पर ध्यान देता है, क्योंकि अंत में कप्तान ही टीम को लीड करता है, Team india5 राहुल द्रविड़ ने ग्रेग चैपल की घटना देखी है, इसलिये वो जानते हैं कि कोच की भूमिका क्या है, उनका काम रणनीति बनाना और युवाओं को तैयार करना है, आखिर में कप्तान को ही टीम को लीड करना होता है। आपको बता दें कि भारतीय टीम दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 26 दिसंबर से सेंचुरियन में पहला टेस्ट मैच खेलेगी, इस सीरीज में टीम इंडिया को 3 टेस्ट और 3 वनडे मैच खेलने हैं।