रविन्द्र जडेजा के पिता अनिरुद्ध एक निजी कंपनी में चौकीदार थे, वो अपने बेटे को फौज में अधिकारी बनाना चाहते थे, लेकिन जड्डू का रुझान शुरु से ही क्रिकेट की ओर था।
New Delhi, Mar 06 : श्रीलंका के खिलाफ मोहाली टेस्ट में रविन्द्र जडेजा पूरी तरह से छा गये हैं, पहली पारी में उन्होने नाबाद 175 रनों की पारी खेली, फिर गेंद से शानदार प्रदर्शन करते हुए 5 विकेट हासिल किये, जडेजा को पूर्व कप्तान धोनी भी सर कहते थे, यहां तक कि भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी उन्हें सर जडेजा कहकर संबोधित कर चुके हैं, जी हां, आज जडेजा भले ही बुलंदियों पर हों, लेकिन उनका जन्म मामूली परिवार में हुआ था, उनके पिता एक निजी कंपनी में चौकीदार हुआ करते थे, इसके बाद भी जडेजा ने अपनी कड़ी मेहनत से टीम इंडिया में जगह बनाई, आइये आपको इस ऑलराउंडर के बारे में बताते हैं।
पिता चौकीदार
रविन्द्र जडेजा के पिता अनिरुद्ध एक निजी कंपनी में चौकीदार थे, वो अपने बेटे को फौज में अधिकारी बनाना चाहते थे, लेकिन जड्डू का रुझान शुरु से ही क्रिकेट की ओर था, जडेजा की मां चाहती थी कि बेटा क्रिकेटर बने, आर्थिक परेशानी होने के बावजूद जडेजा ने टीम इंडिया में जगह बनाई, हालांकि 2005 में एक एक्सीडेंट में अचानक उनकी मां का निधन हो गया था, मां के अचानक देहांत से जडेजा इतना टूट गये थे, कि उन्होने क्रिकेट छोड़ने तक का मन बना लिया था, हालांकि उस मुश्किल समय में उनकी बड़ी बहन ने उन्हें संभाला, फिर उनका चयन टीम इंडिया में हुआ, लेकिन उस खास पल को देखने के लिये मां मौजूद नहीं थी।
दो बड़ी बहन
रविन्द्र जडेजा की दो बड़ी बहन है, मां के जाने के बाद उनकी बड़ी बहन ने ही उन्हें मां और बहन का स्नेह दिया। फिर 17 अप्रैल 2017 को रीवा सोलंकी से उनकी शादी हुई, दोनों की एक बेटी भी है, रीवा गुजरात कांग्रेस के दिग्गज नेता की भतीजी है, हालांकि वो खुद बीजेपी की सदस्य है।
घुड़सवारी का शौक
रविन्द्र जडेजा को क्रिकेट के साथ-साथ घुड़सवारी का भी शौक है, उन्हें जब भी मौका मिलता है, घुड़सवारी का मजा लेते हैं, वो अकसर तस्वीरें और वीडियोज भी पोस्ट करते रहते हैं, उन्होने जब क्रिकेट से पैसे कमाये, तो अपने लिये एक अस्पबल लिया, जहां उन्हें समय बिताना अच्छा लगता है।