बैंक ने बताया कि रिजर्व बैंक के नाम से फर्जी ईमेल भेजने वाले आरबीआई और रिजर्व बैंक जैसे नामों का इस्तेमाल करते हैं।
New Delhi, Jul 06 : यूं तो आरबीआई ऑनलाइन बैंकिंग को लेकर कई चेतावनी जारी कर चुका है, लेकिन जिस रफ्तार से इंटरनेट बैंकिंग की ओर लोगों का झुकाव बढ रहा है, उस गति से बैंक फ्रॉड भी बढ रहे हैं, इसे देखते हुए रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया एक जागरुकता अभियान चला रही है, इसमें वो आम लोगों को ऑनलाइन फ्रॉड और बैंकिग से जुड़े सभी लेन-देन को लेकर जागरुक कर रही है। अगर आप भी अपनी गाढी कमाई को फ्रॉड से बचाना चाहते हैं, तो कुछ बातों का ध्यान रखें।
फर्जी ई-मेल से बचने की सलाह
इस दिशा में केन्द्रीय बैंक ने एक बयान जारी किया है, जिसमें उन्होने आरबीआई के नाम से आने वाले कुछ ई-मेल्स से बचने की सलाह दी है। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के नाम से आने वाले ई-मेल आपके बैंक खाते में जमा आपकी कमाई को साफ कर सकते हैं, इसलिये इसका ध्यान रखें।
आते हैं ऐसे ईमेल
भारतीय रिजर्व बैंक को शिकायत मिली थी कि उसके नाम पर कुछ फर्जी मेल भेजे जाते हैं, इन ई-मेल्स में कहा जाता है कि आप ईनाम जीत चुके हैं, फिर लाखों रुपये का ईनाम हासिल करने के लिये प्रोसेसिंह फीस और दूसरे तरह के चार्ज की बात कहकर पैसे मंगाये जाते है, फिर संबंधित व्यक्ति से संपर्क करना मुश्किल हो जाता है।
ईमेल या एसएमएस से जानकारी नहीं
भारतीय रिजर्व बैंक ने उपभोक्ताओं को साफ तौर पर कहा कि उनकी तरफ से ऐसे ईमेल और मैसेज कभी भी किसी को नहीं भेजे जाते हैं, आरबीआई ने कहा कि उसकी तरफ से लॉटरी जीतने अथवा विदेशों से पैसा आने जैसी कोई जानकारी ईमेल और एसएमएस के जरिये नहीं भेजी जाती है।
कैसे करें पहचान
बैंक ने बताया कि रिजर्व बैंक के नाम से फर्जी ईमेल भेजने वाले आरबीआई और रिजर्व बैंक जैसे नामों का इस्तेमाल करते हैं, जिससे कई बार लोग इन बातों पर ज्यादा गौर नहीं करते, ऐसे में वो धोखाधड़ी का शिकार हो जाते हैं, लेकिन अगर आपको ऐसे धोखाधड़ी के मामलों से बचना है तो ये जरुर पता करें, कि ईमेल किस एड्रेस से भेजा गया है।
कुछ भी साझा ना करें
किसी भी संदिग्झ लगने वाले किसी भी तरह से ईमेल का जवाब ना दें, ना ही उनसे किसी भी तरह की जानकारी साझा करें। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने साफ कहा है कि ऐसे ईमेल या एसएमएस का कोई जवाब ना दें। अगर आप सावधानी नहीं बरतेंगे, तो आपके बैंक खाते से पैसे गायब हो सकते हैं।
कॉल भी आते हैं
आरबीआई को कुछ ऐसी भी शिकायतें मिली थी, कि कुछ कस्टमर के पास कॉल आया, जिसमें लॉटरी लगने या बैंक डॉक्यूमेंट्स वेरिफाई के लिये कॉल करने की बात कही गई, फिर उनसे एटीएम नंबर और पिन मांगा गया, जिसके बाद उनके बैंक खाते से पैसे निकाल लिये गये। आरबीआई ने कहा कि ये चीजें किसी के साथ भी साझा ना करें, अगर ऐसी कॉल आती है, तो शिकायत करें।