51 दिनों तक मनाते रहे केजरीवाल, दिये थे ये ऑफर्स, फिर भी इस वजह से नहीं माने आशुतोष

सूत्रों का कहना है कि आशुतोष ने पार्टी छोड़ने का तभी मन बना लिया था, जब राज्यसभा में उनकी जगह सुशील गुप्ता और एनडी गुप्ता को भेजा गया था।

New Delhi, Aug 26 : इसी महीने आम आदमी पार्टी से इस्तीफा देने वाले आशुतोष हिमाचल में छुट्टियां बिता रहे थे, वो अपने दो दोस्तों के साथ वहां छुट्टियां बिताने गये थे। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा था। कहा जा रहा है कि आप से इस्तीफा देने पर पार्टी संयोजक और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने उन्हें कई लुभावने ऑफर्स दिये, करीब 51 दिनों तक मान-मनौव्वल का दौर चला, लेकिन आशुतोष नहीं माने।

23 जून को सौंप दिया था इस्तीफा
न्यूज 18 की खबर के अनुसार आशुतोष ने पीएसी और केजरीवाल को 23 जून को ही अपना इस्तीफा सौंप दिया था, जिसके बाद सीएम ने उन्हें कई बार मनाने की कोशिश की, इसके लिये उन्होने अपने घर पर डिनर रखा, जिसमें पार्टी के शीर्ष नेता मनीष सिसोदिया, संजय सिंह और गोपाल राय के साथ आशुतोष पहुंचे थे। ये नेता बार-बार आशुतोष को मनाते रहे, कि वो अपना इस्तीफा वापस ले लें, लेकिन वो नहीं मानें।

केजरीवाल के साथ फिल्म देखने गये
कुछ दिन पहले ही सीएम केजरीवाल, सिसोदिया और Ashutosh ने अपने-अपने परिवारों के साथ एक साथ फिल्म मुल्क देखने पहुंचे थे। जब 15 अगस्त के दिन आशुतोष ने अपना इस्तीफा सार्वजनिक किया। तो उनके इस फैसले से आप नेता हैरान थे। रिपोर्ट के अनुसार इस्तीफे की खबर फैलते ही संजय सिंह ने बीच में ही अपनी लखनऊ यात्रा रद्द कर वापस दिल्ली के तरफ दौड़े, इसके अलावा गोपाल राय, दिलीप पांडे और आदिल अहमद नोएडा के सेक्टर 105 स्थित आशुतोष के घर पहुंचे, जहां उन्हें करीब 4 घंटे उनसे मिलने के लिये इंतजार करना पड़ा।

दिये गये ये ऑफर
सूत्रों का दावा है कि Ashutosh उस दिन अपने घर पर नहीं थे, वो अपने किताब के लिये प्रकाशकों के साथ मीटिंग के लिये गये थे, आप नेता उनके घर से तभी गये, जब आशुतोष ने फोन पर उनसे वादा किया, कि अगले दिन लंच पर मुलाकात करेंगे। अगले दिन संजय सिंह समेत आप के कुछ नेता आशुतोष के साथ बैठे, करीब 4 घंटे तक मीटिंग चली, कहा जा रहा है कि आशुतोष को पश्चिमी दिल्ली लोकसभा सीट का टिकट ऑफर किया गया, मालूम हो कि ये सीट आप के लिये सबसे सुरक्षित सीट मानी जा रही है। इसके अलावा उन्हें दिल्ली डायलॉग कमीशनम का उपाध्यक्ष पद ऑफर किया गया, इसके बावजूद वो नहीं मानें।

राज्यसभा नहीं भेजे जाने से नाराज
सूत्रों का कहना है कि Ashutosh ने पार्टी छोड़ने का तभी मन बना लिया था, जब राज्यसभा में उनकी जगह सुशील गुप्ता और एनडी गुप्ता को भेजा गया था, कहा जाता है कि सुशील गुप्ता को राज्यसभा भेजे जाने के फैसले पर आशुतोष ने पीएसी में भी अपना असंतोष जताया था, इस्तीफा देने के बाद उन्होने अपने पूर्व सहयोगियों को लेकर कहा था, कि हनीमून खत्म, तलाक हो गया, और जब हम मिलेंगे, हम बच्चों के खातिर तलाकशुदा पेरेंट्स की तरह मिलेंगे।