सपा की हार के बाद शुरु हुई गठबंधन में कलह, चाचा शिवपाल ने दिखाया आईना

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महान दल के प्रमुख केशव देव मौर्य ने कहा कि गठबंधन के कुछ नेता बहुत हवा बना रहे थे, उनके पास खुद अपना वोट नहीं था, लेकिन वो बड़े-बड़े दावे करते रहे।

New Delhi, Mar 13 : यूपी विधानसभा चुनाव में सपा के नेतृत्व में गठबंधन को मिली हार के बाद जहां सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने चुप्पी साध रखी है, तो वहीं गठबंधन के दूसरे घटक दल एक-दूसरे पर दोष मढने लगे हैं, इस कड़ी में महान दल के अध्यक्ष केशव देव मौर्य ने कहा कि गठबंधन के कुछ साथी अति आत्मविश्वास में थे, और उन्होने अखिलेश यादव को भी ओवर कान्फिडेंस में रखा।

बहुत हवा बना रहे थे
महान दल के प्रमुख केशव देव मौर्य ने कहा कि गठबंधन के कुछ नेता बहुत हवा बना रहे थे, उनके पास खुद अपना वोट नहीं था, लेकिन वो बड़े-बड़े दावे करते रहे, वो खुद तो अतिआत्मविश्वास में थे ही, Akhilesh yadav अखिलेश यादव को भी इसी भूलावे में रखा, वहीं मौर्य से जब पूछा गया कि वो किसके बारे में ये बात कर रहे हैं, तो उन्होने कहा, कि इसमें गठबंधन के सभी साथी शामिल हैं।

चाचा ने भी तोड़ी चुप्पी
अखिलेश यादव के चाचा तथा प्रसपा प्रमुख शिवपाल यादव ने भी हार के लिये संगठन में खामियों को जिम्मेदार बताते हुए कहा कि इस बार के चुनाव में जनता का मन सपा की तरफ था, माहौल अनुकूल था, अखिलेश यादव के नेतृत्व में गठबंधन बना, लेकिन बीजेपी को बहुमत मिला, तो इसमें कहीं ना कहीं खामियां रही हैं। पूर्व मंत्री ने कहा कहीं ना कहीं कुछ खामियां रह जाती है, उस पर हम सभी लोगों को चिंतन करना है, समीक्षा करनी है, फिर आगे काम करेंगे, चुनाव हमेशा संगठन के बल पर ही जीता जाता है, तो कहीं ना कहीं संगठन में खामियां हो जाती है।

विश्लेषकों ने क्या कहा
यूपी की सियासत पर करीबी नजर रखने वाले जानकारों ने कहा कि इस हार के बाद सपा गठबंधन के सभी साथियों का एकजुट बने रहना मुश्किल लग रहा है, अब हार पर मंथन होगी, तो गठबंधन के साथी एक-दूसरे पर आरोप मढेंगे, ऐसे में बिखराव होगा, वो अपनी इस राय के पक्ष में दलील देते हुए कहते हैं कि 2017 विधानसभा चुनाव में सपा ने कांग्रेस, फिर 2019 लोकसभा चुनाव में बसपा के गठबंधन किया, लेकिन चुनाव में हार के बाद ये गठबंधन टूट गया, ऐसे में इस बार भी गठबंधन के टूटने से इंकार नहीं किया जा सकता है।