शंकर चरण त्रिपाठी को कहां पता था कि जो सितारे लालू की वजह से चमके हैं, वो राहुल गांधी की वजह से डूब भी जाएंगे।
New Delhi, Jul 24 : इन दिनों सोशल मीडिया पर एक ज्योतिषी की खूब चर्चा हो रही है, दरअसल शंकर चरण त्रिपाठी नाम के इस शख्स का पिछले साल तक मूल व्यवसाय ज्योतिष ही था, अब भी वो ज्योतिषी का ही काम करते हैं और हर बात में नंबर जोड़ने -घटाने के साथ-साथ ग्रह नक्षत्र भी देखते हैं। वैसे तो लखनऊ के रहने वाले हैं, लेकिन बिहार में इन दिनों सक्रिय हैं, कहा जाता है कि लालू ने इनकी वजह से ही सफेद कुर्ता पायजामा पहनना छोड़ दिया।
लालू के ज्योतिषी
पिछले दिनों लालू प्रसाद यादव शंकर चरण त्रिपाठी से मिले थे, उन्होने कुछ भविष्यवाणी की, साथ ही उन्हें सफेद कुर्ता और पायजामा छोड़कर रंगीन कुर्ता पहनने को कहा, फिर चुनाव हुए, जिसमें लालू की पार्टी बिहार विधानसभा चुनाव में सबसे ज्यादा सीटें जीती, फिर क्या था, लालू प्रसाद का बाबाजी पर भरोसा बढ गया, उन्होने नवंबर 2017 में अपनी पार्टी का उन्हें प्रवक्ता बना दिया।
खुद की किस्मत चमक गई
दूसरों की किस्मत चमकाने का दावा करने वाली त्रिपाठी जी की खुद की किस्मत चमक गई, सितारे बुलंदी पर थे, लेकिन उन्हें कहां पता था कि जो सितारे लालू की वजह से चमके हैं, वो राहुल गांधी की वजह से डूब भी जाएंगे। जी हां, सही समझे आप, राहुल गांधी ने अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान भाषण देने के बाद पीएम मोदी से गले मिलने उनकी सीट पर पहुंच गये थे। इसके बाद उन्होने आंख भी मारी थी, जिसकी तस्वीर सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुई थी।
राहुल गांधी पर दिया था बयान
राष्ट्रीय जनता दल के प्रवक्ता होने के नाते जब मीडियाकर्मियों से शंकर चरण त्रिपाठी से सवाल पूछा तो उन्होने कहा कि राहुल गांधी का आचरण काफी बचकाना था, साल 2019 में प्रधानमंत्री बनने का सपना देखने वाले किसी शख्स को ऐसी हरकतें शोभा नहीं देता है। राजद प्रवक्ता के तौर पर उनका बयान सीधे तौर पर राहुल गांधी के खिलाफ था। आपको बता दें कि बिहार में राजद और कांग्रेस का गठबंधन है।
पार्टी ने निकाला बाहर
बयान देने के तुरंत बाद पार्टी ने उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया और मामले में 48 घंटे में जवाब मांगा, जब उन्होने अगले दो दिन में इस मसले पर कोई जबाव नहीं दिया, तो पार्टी ने उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया। हालांकि आप को बता दें कि कुछ दिन पहले उन्होने लालू यादव के छोटे बेटे तेजस्वी की तुलना रावण से की थी। उन्होने कहा था कि तेजस्वी अहंकार में चूर हैं, उनका अहंकार ही पार्टी को ले डूबेगा।
बसपा ने भी अपने एक नेता को निकाला
वैसे आपको बता दें कि शंकर चरण त्रिपाठी अकेले नेता नहीं हैं, जिन्हें कांग्रेस अध्यक्ष पर टिप्पणी करने की वजह से पार्टी से निकाला गया है। उनसे पहले यूपी में बसपा सुप्रीमो ने पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जय प्रकाश सिंह को पहले उपाध्यक्ष पद से हटाया, फिर बाद में पार्टी से निष्कासित कर दिया।
बसपा नेता ने क्या कहा था ?
जय प्रकाश सिंह ने कहा था कि पूर्व पीएम रहे अपने पिता राजीव गांधी की तरह राहुल से भी कुछ उम्मीद थी, वो अपनी मां सोनिया के पदचिन्हों पर चले, उनकी मां विदेशी हैं, और इसलिये राहुल गांधी कभी भी भारतीय राजनीति में सफल नहीं होंगे। विदेशी खून देश की अगुवाई करने की इजाजत नहीं देता, राजा अब रानी के पेट से पैदा नहीं होगा, बल्कि अगला नेता पेटी (बैलेट बॉक्स) से पैदा होगा।