साकार होने जा रहा है पीएम मोदी का सपना, खुलकर सामने आएगी काशी की भव्यता और दिव्यता

Modi kashi

संकरी गलियां काशी की पहचान है, लेकिन दिन ब दिन बढती श्रद्धालुओं तथा पर्यटकों की भीड़ ने प्रशासन को जमीन के बजाय यातायात के आसमानी साधन के बारे में सोचने पर मजबूर कर दिया है।

New Delhi, Dec 22 : पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में जल्द ही उनका एक बड़ा सपना साकार होने जा रहा है, क्योंकि अब टूरिस्ट काशी दर्शन का आनंद रोपवे के जरिये भी ले सकते है, काशी में पब्लिक ट्रांसपोर्ट के लिये रोपवे का काम नये साल की शुरुआत में शुरु होगा, अब आप आसमान से काशी का दर्शन कर सकते हैं, पहले फेज में कैंट स्टेशन गोदौलिया तक रोपवे बनेगा।

संकरी गलियां
दरअसल संकरी गलियां काशी की पहचान है, लेकिन दिन ब दिन बढती श्रद्धालुओं तथा पर्यटकों की भीड़ ने प्रशासन को जमीन के बजाय यातायात के आसमानी साधन के बारे में सोचने पर मजबूर कर दिया है, यही वजह है कि अब रोपवे का सहारा लिया गया है, काशी के आसमान से ही अब गंगा दर्शन हो सकेगा, आप रोपवे से बिना जाम में घंटों फंसे बाबा विश्वनाथ के दर्शन कर सकेंगे।

नये साल में काम शुरु
पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र में उनके निर्देश पर कैंट स्टेशन से गोदौलिया तक रोपवे बनेगा, जिससे बाबा विश्वनाथ के श्रद्धालु आसानी से बाबा के दरबार तथा गंगा घाट तक पहुंच सकेंगे। काशी में पह्लिक ट्रांसपोर्ट के लिये रोपवे का काम नये साल की शुरुआत में शुरु होगा, अब आप आसमान से काशी दर्शन कर सकते हैं, पहले चरण में कैंट स्टेशन से गोदौलिया तक रोपवे बनेगा, लापाज तथा मैक्सिको के बाद काशी दुनिया का तीसरा ऐसा शहर होगा, जहां रोपवे को लोग रोजाना ट्रांसपोर्ट के लिये इस्तेमाल कर सकेंगे।

कई मायनों में खास
ये रोपवे कई मायनों में खास होगा
रोपवे करीब 4 किमी लंबा होगा, जो करीब 45 मीटर की ऊंचाई पर चलेगी
220 ट्रॉली होगी, जिसमें एक में 10 लोग बैठ सकेंगे
कैंट से गोदौलिया तक कुल 4 स्टेशन होंगे, कैंट, साजन तिराहा, रथयात्रा और गोदौलिया
हर डेढ से दो मिनट में यात्रियों को ट्रॉली मिलेगी, ये प्रोजेक्ट नरेन्द्र मोदी के सपने को काशी के मूल रुप को बरकरार रखते हुए क्योटो की तर्ज पर विकसित करने की योजना का हिस्सा है।
एक दिशा में एक बार 4 हजार लोग यानी दोनों तरफ मिलाकर 8 हजार लोग यात्रा कर सकेंगे।
ये रोपवे रात में भी चलेगा, ताकि काशी की भव्यता तथा दिव्यता नजर आये।