जिंदा या मुर्दा, पुतिन के सर पर इस शख्स ने रखा ईनाम, गिरफ्तार करने वाले को मिलेंगे इतने करोड़

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एलेक्स कोनानीखिन द्वारा पोस्ट की गई तस्वीर में व्लादिमीर पुतिन की तस्वीर लगी है, जिसमें लिखा है जिंदा या मुर्दा, बिजनेसमैन ने अपने पोस्ट में आगे लिखा है।

New Delhi, Mar 03 : यूक्रेन में तबाही मचाने वाले रुसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के सिर पर इनाम की घोषणा की गई है, खुद को रुस का बिजनेसमैन बताने वाले शख्स ने दावा कियास है कि अगर कोई पुतिन को गिरफ्तार करता है, तो वो उसे साढे 7 करोड़ का इनाम देगा, इस शख्स का नाम एलेक्स कोनानीखिन है, एलेक्स ने इस बारे में सोशल मीडिया पर एक पोस्ट किया है, जो अब वायरल हो रहा है।

पुतिन की तस्वीर के साथ लिखा जिंदा या मुर्दा
एलेक्स कोनानीखिन द्वारा पोस्ट की गई तस्वीर में व्लादिमीर पुतिन की तस्वीर लगी है, जिसमें लिखा है जिंदा या मुर्दा, बिजनेसमैन ने अपने पोस्ट में आगे लिखा है, मैं वादा करता हूं कि जो भी अधिकारी अपनी संवैधानिक ड्यूटी का पालन करेगा, पुतिन को एक युद्ध अपराधी के तौर पर रुस और अंतरराष्ट्रीय कानून के अंतर्गत गिरफ्तार करेगा, मैं उसको 10 लाख डॉलर दूंगा।

पुतिन को राष्ट्रपति मानने से किया इंकार
एलेक्स ने लिंकडिन पर लिखे अपने पोस्ट में कहा, कि पुतिन रुस के राष्ट्रपति नहीं है, उन्होने स्पेशल ऑपरेशन के तहत रुस के कई अपार्टमेंट, बिल्डिंग को उड़ा दिया, जिसके बाद उन्होने इलेक्शन नहीं करवाये, संविधान की धज्जियां उड़ाई गई, उन्होने अपने विरोधियों की हत्या करवाई, रुसी नागरिक होने के नाते ये मेरा नैतिक कर्तव्य है कि रुस को नाजीवाद और उसके प्रभाव से छुटकारा दिलाने के लिये मैं मदद करूं।

कौन हैं एलेक्स कोनानीखिन
इस बिजनेसमैन का कहना है कि वो लगातार यूक्रेन की सहायता करता रहेगा, जिसने इस युद्ध में एक नायक की तरह पुतिन के खिलाफ अपना पक्ष रखा है, एलेक्स कोनानीखिन की रुसी सरकार के साथ हमेशा तनाव की स्थिति रही है, वॉशिंगटन पोस्ट के एक आर्टिकल के अनुसार 1996 में एलेक्स ने मास्को फिजिक्स एंड टेक्निकल इंस्टीट्यूट में पढाई की, लेकिन उनकी पढाई पर रोक लगा दी थी, जिसके बाद उन्होने स्टूडेंट कंस्ट्रक्शन को-ऑपरेटिव की शुरुआत की, कई दूसरे बिजनेस भी किये, alex konanykhin जिसमें बैंकिंग, स्टॉक्स और रियल इस्टेट शामिल है, 25 साल की उम्र आते-आते उनके पास 100 फर्म थी। 1992 में एलेक्स कोनानीखिन की कंपनियों की कमाई 22 अरब रुपये से ज्यादा थी, इस साल वो रुस के राष्ट्रपति बोरिय येल्तिसिन के साथ अमेरिका जाने वाले प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा थे, लेकिन इसके बाद उनके लिये हालात बिगड़ते चले गये, 1996 में उनहें और उनकी पत्नी को वीजा में धोखाधड़ी मामले में गिरफ्तार किया गया था, फिर बाद में वहां से चेक गणराज्य और फिर न्यूयॉर्क आ गये।