पूर्व केन्द्रीय मंत्री ने साल 2014 के लोकसभा चुनाव में सबमिट किए एफिडेविट में खुद को एग्रीकल्चरिस्ट और पत्नी साराह को सोशल वर्कर बताया था।
New Delhi, Feb 03 : सचिन पायलट की अगुवाई में कांग्रेस ने राजस्थान में उपचुनाव की तीनों सीटें जीत ली हैं, इस जीत ने एक बार फिर से सचिन पायलट तो लाइमलाइट में ला दिया है, मालूम हो कि जिस अजमेर सीट को कांग्रेस ने उपचुनाव में जीता है, 2014 लोकसभा चुनाव में इसी सीट से खुद सचिन पायलट लड़े थे, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। खैर आज हम आपको सचिन की पर्सनल लाइफ और उनकी पत्नी के बारे में बताते हैं।
सोशल वर्कर हैं सचिन की पत्नी
पूर्व केन्द्रीय मंत्री ने साल 2014 के लोकसभा चुनाव में सबमिट किए एफिडेविट में खुद को एग्रीकल्चरिस्ट और पत्नी साराह को सोशल वर्कर बताया था, उन्होने तब पांच करोड़ की संपत्ति घोषित की थी। उनके द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक साराह सलाना 19 लाख रुपये सोशल वर्क से कमाई करती हैं, जबकि सचिन पायलट की खुद की कमाई सलाना करीब 10 लाख रुपये है।
योगा टीचर भी हैं साराह
सचिन पायलट ने कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्लाह की बहन साराह अब्दुल्लाह से शादी की है, वो हठ और विन्यास योग की ट्रेंड इंस्ट्रक्टर हैं, वो योगा भी सिखाती थी, हालांकि अब घर-परिवार में व्यस्त होने की वजह से इस पर ज्यादा समय नहीं दे पाती। साराह के नाम गुरुग्राम में 55 लाख रुपये की शॉप है, जिससे उन्हें हर महीने किराया मिलता है।
दिलचस्प है लव स्टोरी
सचिन और साराह की लव स्टोरी की शुरुआत लंदन में हुई थी, दोनों वहां पढाई करने के लिये गये थे, तभी एक फैमिली फंक्शन के दौरान दोनों की पहली मुलाकात हुई और वहीं से दोस्ती की शुरुआत हुई। फिर पढाई पूरी करने के बाद सचिन दिल्ली आ गये, तो सारा लंदन में ही रह रही थीं, दोनों फोन पर घंटों बातें किया करते थे। सचिन और सारा ने शादी से पहले करीब तीन साल तक डेट किया ।
आसान नहीं थी शादी
साराह ने एक इंटरव्यू में बताया था कि उनकी शादी बिल्कुल भी आसान नहीं था, दोनों राजनीतिक परिवारों में शादी से पहले खूब आंसू बहे थे, लेकिन हम दोनों ने भी तय कर लिया था कि हम एक-दूसरे के बिना रह नहीं सकते, इसलिये हमने दुनिया की परवाह किये बिना शादी करने का फैसला लिया।
शादी के बाद फारुख अब्दुल्ला ने स्वीकारा दामाद को
शादी के समय जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम फारुख अब्दुल्ला ने अपनी बेटी के फैसले का विरोध किया था, हालांकि शादी के कुछ समय बाद ही सचिन पायलट राजनीति में आ गये, वो सिर्फ 26 साल की उम्र में सांसद बन गये थे, फिर यूपीए सरकार में उन्हें मंत्री बना दिया गया, जिसके बाद उनके ससुर फारुख अब्दुल्ला ने भी उन्हें अपने दामाद के रुप में स्वीकार कर लिया।
राजनीति में कदम
शादी से पहले सचिन ने राजनीति में आने के बारे में सोचा भी नहीं थी, लेकिन पिता राजेश पायलट की मौत के बाद उन्हें पॉलिटिक्स में कदम रखना पड़ा, 2004 लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने उन्हें दौसा सीट से टिकट दिया, वो इस सीट से बडी जीत हासिल कर संसद पहुंचे, फिर बाद में उन्हें मंत्री भी बना दिया गया था।
हिंदू-मुस्लिम धर्म की दीवार
आपको बता दें कि सचिन और साराह की शादी में अब्दुल्लाह के परिवार से कोई भी सदस्य शामिल नहीं हुआ था, एक हिंदू और मुस्लिम परिवार में शादी के बीच धर्म की दीवार आ गई थी, हालांकि सचिन और साराह ने इन बातों की परवाह किये बिना शादी करने का फैसला लिया था। फिलहाल सचिन पायलट कांग्रेस में राजस्थान के अध्यक्ष हैं, वो यहां पर पार्टी की वापसी कराने के लिये मेहनत कर रहे हैं।
हैप्पी कपल
साराह और सचिन हैप्पी मैरिड कपल हैं, दोनों के दो बेटे भी हैं, जिनका नाम आरन और विहान पायलट है। साल 2014 में दिये गये जानकारी के मुताबिक बड़े बेटे आरन पायलट के नाम पर 10.7 लाख की संपत्ति और छोटे बेटे विहान पायलट के नाम पर 2 लाख रुपये की संपत्ति है।