अमर सिंह ने कर दिया काम, इतना मिलने के बाद भी नहीं मान रहे चाचा शिवपाल

अखिलेश यादव ने चाचा शिवपाल यादव को मनाने के लिये उन्हें राष्ट्रीय महासचिव का पद और भाई आदित्य को लोकसभा का टिकट ऑफर किया है।

New Delhi, Aug 24 : मुलायम सिंह यादव के परिवार में कलह एक बार फिर से सामने आने शुरु हो गये हैं, तमाम कोशिशों के बावजूद चाचा शिवपाल यादव और भतीजे अखिलेश के बीच बात नहीं बन पा रही है, अब तक समाजवादी पार्टी में शिवपाल यादव को दोबारा सम्मानी. स्थान नहीं मिल सका है, कहा जा रहा है कि दो साल से चल रहे चाचा और भतीजे के बीच लड़ाई आखिरी दौर में पहुंच चुका है, तब अखिलेश यादव ने चाचा को प्रदेश अध्यक्ष पद से हटा दिया था, साथ ही पिता मुलायम सिंह यादव से राष्ट्रीय अध्यक्ष पद लेकर उन्हें संरक्षक बना दिया था, और अमर सिंह को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया था।

मुलायम मामला सुलझाने की कोशिश कर रहे
शिवपाल यादव तब से अभी तक खुद को उपेक्षित महसूस कर रहे हैं, वो पिछले महीने लखनऊ में आयोजित राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में भी मौजूद नहीं थे, हालांकि परिवार के कुछ सदस्यों ने दोनों के बीच दूरियों को पाटने की कोशिश की, लेकिन अब तक बात नहीं बनी है, कहा जा रहा है कि खुद मुलायम सिंह यादव दोनों के बीच समझौता करवाने में लगे हैं, लेकिन अब तक बात नहीं बनी है, कहा जा रहा है कि अखिलेश शिवपाल यादव को राष्ट्रीय महासचिव बनाने पर तैयार हो गये हैं, जल्द ही इसकी घोषणा की जाएगी।

आदित्य के चुनाव लड़ने की चर्चा
कहा जा रहा है कि अगले साल लोकसभा चुनाव में अखिलेश की पत्नी डिंपल यादव चुनाव नहीं लड़ेगी, उनकी जगह खुद अखिलेश यादव चुनावी ताल ठोकेंगे, इसके साथ ही अखिलेश यादव ने चाचा को मनाने के लिये उनके बेटे आदित्य यादव को चुनाव लड़वाने का ऑफर दिया है, शिवपाल विधानसभा में ही अपने बेटे के लिये टिकट चाहते थे, लेकिन ऐन मौके पर झगड़ा हो जाने की वजह से उन्हें टिकट नहीं मिल सका, कहा जा रहा है कि मामला सुलझाने के लिये आदित्य को चुनावी मैदान में उतारा जा सकता है।

दिल्ली में डेरा डाल रहे शिवपाल
सूत्रों का दावा है कि अखिलेश यादव ने चाचा को मनाने के लिये उन्हें राष्ट्रीय महासचिव का पद और भाई आदित्य को लोकसभा का टिकट ऑफर किया है, इसके बावजूद चाचा शिवपाल अपने राजनीतिक भविष्य को लेकर बेहद चिंतित हैं, उन्होने यूपी में अपने दौरे भी बढा दिये हैं, इसके साथ ही हर शनिवार और रविवार को वो दिल्ली में डेरा डाले रहते हैं, कहा जा रहा है कि अमर सिंह के वो संपर्क में हैं, राज्यसभा सांसद उन्हें नई पार्टी बनाने के लिये उकसा रहे हैं, ताकि उससे सपा दो फाड़ हो जाए।

नई पार्टी पर शिवपाल यादव ने क्या कहा ?
ऩई पार्टी बनाने पर शिवपाल यादव ने कहा, उनसे जुड़े कार्यकर्ता सपा में घुटन महसूस कर रहे हैं, उनकी उपेक्षा की जा रही है, जिसकी वजह से वो उन पर लगातार दबाव बना रहे हैं, कि कुछ हल निकालें, जल्द ही कुछ ना कुछ हल निकाला जाएगा। नई पार्टी बनाने के नाम पर शिवपाल यादव ने कहा कि इस बारे में दीपावली के बाद बात होगी। सूत्रों का दावा है कि अमर सिंह बीजेपी में जाने की भरपूर कोशिश कर रहे हैं, लेकिन शाह और मोदी उन्हें हरी झंडी नहीं दिखा रहे, इसी वजह से उन्होने शिवपाल यादव को अखिलेश और रामगोपाल के खिलाफ भड़काना शुरु कर दिया है, जल्द ही शिवपाल नई पार्टी बनाने का ऐलान कर सकते हैं।