क्या 16 अगस्त से पहले हो चुकी थी अटल बिहारी वाजपेयी की मौत ? बीजेपी की सहयोगी शिवसेना की ओर से बड़ा बयान

भाजपा की सहयोगी पार्टी शिवसेना ने एक बड़ा प्रश्‍न उठाया है । पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के निधन की तारीख को लेकर ये सवाल उठाया जा रहा है । बीजेपी से पूछा गया है कि उनका निधन 16 को हुआ ये निधन की मात्र घोषणा की गई ।

New Delhi, Aug 27 : प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के निधन की तारीख पर सवाल उठ रहे हैं । भाजपा की सहयोगी पार्टी शिवसेना के प्रवक्‍ता संजय राउत ने पार्टी की ओर से बड़ा बयान देकर राजनीतिक हलके में हलचल पैदा कर दी है । संजय राउत ने सवाल उठाया है कि क्या पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का निधन 16 अगस्त को ही हुआ था या उस दिन उनके निधन की घोषणा की गई थी । पूर्व पीएम के निधन की तिथि पर उठाया गया ये सवाल ऐसे समय में आया है जब अटल जी के अस्थि कलश यात्रा को लेकर भी तमाम सवाल उठ रहे हैं ।

मुखपत्र सामना में निशाना
शिवसेना के वरिष्ठ नेता और प्रवक्‍ता संजय राउत ने शिवसेना के मुखपत्र सामना में ये सवाल उठाया है । उन्‍होने स्‍वराज्‍य क्या है, शीर्षक से एक लेख लिखा है । जिसमें उन्‍होने पूछा है कि क्या पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का निधन 16 अगस्त को ही हुआ था या उस दिन उनके निधन की घोषणा की गई, जिससे यह सुनिश्चित हो सके कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वतंत्रता दिवस भाषण बाधित न हो ।

सवाल को लेकर कोई कारण नहीं
संजय राउत के इस लेख में सरकार से बस सवाल किया गया है । इसके पीछे ना तो तर्क दिया गया है और ना ही कोई स्‍पष्‍टीकरण मांगा गया है ।लेकिन ये सवाल अपने आप में बहुत बड़ी बात कह रहा हे । वो भी ऐसे समय में जब अटल जी की अस्थि कलश यात्रा को लेकर इतने सवाल उठ ही रहे हैं । आपको बता दें, वाजपेयी जी के निधन की घोषणा एम्स की ओर से 16 अगस्त को दी गई थी, उनकी मृत्‍यु का समय भी बताया गया था ।

इस प्रकार किए हैं शब्‍द बाण
बीजेपी की सहयोगी दल शिवसेना अकसर ही सरकार के काम पर सवाल उठाती रहती है । बात जनता से जुड़ी हो या राजनीति के कोइ्र फैसले सरकार को कसौटी पर कसने से शिवसेना पीछे नहीं हटती । लेख में संजय राउत ने लिखा है – ‘‘ स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्रीय शोक और ध्वज को आधा झुकाने से बचने तथा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी लाल किले से अपना विस्तृत संबोधन देना था, वाजपेयी ने इस दुनिया को 16 अगस्त को छोड़ा। ’’

शब्‍दों के मायने
सामना में लिखे ये शब्‍द साफ कह रहे हैं कि शिवसेना वाजपेयाी जी के निधन की तिथि से इत्‍तेफाक नहीं रखती । वाजपेयी जी जून महीने से एमस में भर्ती थे ओर उनकी तबीयत लगातार नासाज बनी हुई थी । 12- 13 अगस्‍त से ही उन्‍हें लाइफ सपोर्ट सिस्‍टम पर रखा हुआ था । 14 तारीख की दोपहर से ही एम्‍स पर सबकी नजर थी । वाजपेयी जी की अस्थिर हालत का मेडिकल बुलेटिन भी जारी हुआ, 16 अगस्‍त को दोपहर बाद उनके निधन की खबर एमस की ओर से दी गई थी ।