रॉन्ग नंबर से शुरु हुई मोहब्बत का दर्दनाक The End, केस सुलझाने में पुलिस के छूट गये पसीने

जूही और साजिद की प्रेम कहानी साल 2010 में रांग नंबर से शुरु हुई थी, दरअसल बिहार के छपरा की रहने वाली जूही के पास एक दिन साजिद ने गलती से कॉल कर दिया।

New Delhi, Jul 04 : दिल्ली के सरिता विहार में बीते 21 जून की सुबह टुकड़ों में एक महिला की लाश मिली थी, अब पुलिस ने इस केस को सुलझाने का दावा किया है। बताया जा रहा है कि महिला के पति ने ही अपने दो भाइयों के साथ मिलकर इस वारदात को अंजाम दिया था, फिर तीनों ने मिलकर शव को सात टुकड़ों में बांट दिया और फिर सामान पैक करने वाले डिब्बे और बैग में भरकर इन्हें जंगल में फेंक दिया। तीनों आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।

बीस जून को हत्या
दिल्ली पुलिस की टीम के अनुसार मुख्य आरोपी साजिद अली अंसारी (26 साल) ने मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढाई की है, लेकिन फिलहाल बेरोजगार है, Murderपैसे ना कमाने की वजह से अकसर घर में पत्नी जूही से झगड़े होते थे, इसी बीच उसकी जिंदगी में एक दूसरी लड़की भी आ गई, साजिद ने बताया कि बीते 20 जून को पत्नी से उसका झगड़ा हुआ, इसी दौरान उसने उसकी गला घोंटकर हत्या कर दी।

हत्या कर लाश को ठिकाने लगाया
हत्या करने के बाद उसने अपने भाइयों को जब इस बारे में बताया, तो सभी परेशान हो गये, फिर तीनों भाइयों ने मिलकर जूही की लाश के सात टुकड़े किये, Murder3फिर उन्हें सामान पैक करने वाले डिब्बे और बैग में भरकर सरिता विहार के पास फेंक दिया, ताकि उसकी पहचान ही ना हो सके। आरोपियों की पहचान मोहम्मद साजिद अली अंसारी (26 साल), इश्तियाक आलम (28 साल) और हसमत अली (46 साल) के रुप में हुई है।

डिब्बे पर लिखी पते से साजिद तक पहुंच गई पुलिस
डीसीपी साउथ ईस्ट चिन्मय बिश्वाल ने जानकारी दी, कि जिस डिब्बे में जूही का शव टुकड़े कर फेंका गया था, उस पर मूवर्स एंड पैकर्स लिखा हुआ था, Delhi Policeजब दिल्ली पुलिस की टीम इस कंपनी के गुड़गांव ऑफिस पहुंची, तो वहां पता चला कि इस कार्टून में सामान पैक होकर यूएई से अलीगढ के पते पर आया था। जिसके बाद पुलिस एक-एक कड़ी को जोडती गई और साजिद तक पहुंच गई।

अलीगढ पहुंची पुलिस
पुलिस इसी सुराग के आधार पर अलीगढ के रहने वाले जावेद नाम के शख्स के पास पहुंची, तो वहां जानकारी मिली कि जावेद ने यूएई से भारत आते समय कुछ सामान अलीगढ भेजा था, delhi Police4बाद में वो सामान वो डिब्बा लेकर दिल्ली आया था। जिस फ्लैट में ये डिब्बा जिस फ्लैट में रखा था, वो फ्लैट मार्च में साजिद अंसारी को किराये पर दे दिया था।

22 जून को फ्लैट खाली
साजिद अंसारी ने 22 जून को ही फ्लैट खाली कर दिया था। जूही की हत्या के बाद से वो अपने भाई के पास रह रहा था। इस इस केस में पुलिस की जांच साजिद अंसारी पर केन्द्रित हो गई। जब साजिद से पुलिस ने कड़ाई से पूछताछ की, तो फिर उसने पुलिस के सामने अपना जुर्म कबूल कर लिया। फिर उसने सबकुछ पुलिस को बता दिया, जिसके बाद दोनों भाइयों को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।

रांग नंबर से शुरु हुई थी लव स्टोरी
जूही और साजिद की प्रेम कहानी साल 2010 में रांग नंबर से शुरु हुई थी, दरअसल बिहार के छपरा की रहने वाली जूही के पास एक दिन साजिद ने गलती से कॉल कर दिया। रांग नंबर डायल होने के बाद दोनों अकसर बातें करने लगे, धीरे-धीरे उनमें मोहब्बत हो गई। couple1साल 2011 में साजिद अंसारी ने कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी से मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढाई पूरी की, तो जूही ने भी साइकोलॉजी में बीए ऑनर्स कर लिया। फिर दोनों ने शादी करने का प्लान बनाया, लेकिन इसके लिये घर वाले तैयार नहीं थे, जिसके बाद जूही अपने घर से भाग साजिद के साथ आ गई। साल 2014 में दोनों ने शादी कर ली। 2016 में दोनों बिहार से दिल्ली आ गये।