जब टीम इंडिया 2003 में विश्वकप खेल रही थी, तो धोनी रेलवे में टिकट कलेक्टर की नौकरी कर रहे थे, सौरव गांगुली को बाद में ये जानकर हैरानी हुई।
New Delhi, Mar 02 : टीम इंडिया के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली सबसे सफल कप्तानों में से एक गिने जाते है, लेकिन अब उन्होने एक और सफल कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी को लेकर बड़ी बात कही है। दादा ने अपनी किताब ‘अ सेंचुरी इज नॉट इनफ’ में लिखा है कि जब टीम इंडिया 2003 में विश्वकप खेल रही थी, तो धोनी रेलवे में टिकट कलेक्टर की नौकरी कर रहे थे। गांगुली को बाद में ये जानकर हैरानी हुई, आपको बता दें कि माही ने दिसंबर 2004 में इंटरनेशनल क्रिकेट में कदम रखा था।
काश धोनी टीम में होते
सौरव गांगुली ने अपनी किताब में इस बात का जिक्र किया है, कि काश 2003 विश्वकप फाइनल खेलने वाली टीम में माही होते, आपको बता दें कि साल 2003 में आईसीसी विश्वकप के फाइनल मुकाबले में टीम इंडिया ऑस्ट्रेलिया से 125 रनों से मैच हार गई थी। उस मुकाबले में राहुल द्रविड़ भारत के विकेटकीपर थे।
गांगुली की कप्तानी में डेब्यू
महेन्द्र सिंह धोनी ने दिसंबर 2004 में सौरव गांगुली की ही कप्तानी में वनडे डेब्यू किया था। पूर्व कप्तान ने अपने किताब में लिखा है कि वो सालों से ऐसे खिलाड़ी की तलाश में थे, जिसमें स्थिरता हो, साथ ही जो प्रेशर सिचुएशन के समय भी मैच का रुख पलटने का माद्दा रखता हो। धोनी जिन्हें मैने साल 2004 में नोटिस किया था, उनमें ये बात थी। इसी वजह से मैं उनके इंप्रेस हो गया था।
मेरा अनुमान सही
आगे बोलते हुए सौरव गांगुली ने कहा कि काश धोनी 2003 विश्वकप टीम में होते, तो शायद मैच का नतीजा कुछ और होता। इसके साथ ही पूर्व कप्तान ने कहा कि मैं आज खुश हूं, कि मेरा अनुमान सही साबित हुआ। आपको बता दें कि गांगुली ने कई खिलाड़ियों को चांस दिया, जो टीम इंडिया के लिये मैच विनर साबित हुए।
धोनी की कप्तानी में आखिरी मैच
गांगुली की कप्तानी में धोनी ने डेब्यू किया था। तो सौरव गांगुली ने जब अपने करियर का आखिरी एकदिवसीय मैच खेला, तो कप्तान धोनी थे। आपको बता दें कि नवंबर 2008 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आखिरी मैच खेला था, ये मुकाबला नागपुर में खेला गया था और कप्तान अनिल कुंबले चोटिल थे, जिसकी वजह से कप्तानी धोनी कर रहे थे।
अंतिम मैच में कप्तानी
धोनी ने आखिरी मैच में गांगुली के प्रति सम्मान जाहिर करते हुए उन्हें आखिरी बार टीम इंडिया के नेतृत्व का मौका दिया था। मैच के आखिरी दिन कप्तानी गांगुली को सौंप दी थी। धोनी के इस फैसले की खूब तारीफ हुई थी, साथ ही सौरव गांगुली को भी सम्मानजनक विदाई मिली थी।
गांगुली इंटरनेशनल करियर
पूर्व कप्तान गांगुली ने टीम इंडिया के लिये 113 टेस्ट मैच और 311 वनडे खेले, टेस्ट मैचों में उन्होने 42.17 के औसत से 7217 रन बनाये, जिसमें 16 शतक भी शामिल है। आपको बता दें कि गांगुली ने अपने पहले टेस्ट मैच में लार्ड्स में शतक जमाया था। वनडे में उन्होने 41.02 के औसत से 11363 रन बनाये हैं, जिसमें 22 शतक और 72 अर्धशतक शामिल है। टेस्ट में 239 और वनडे में 183 रन उनका सर्वोच्च स्कोर रहा।
सिर्फ सीमित ओवर क्रिकेट खेलते हैं धोनी
पूर्व कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी भी अब करियर के ढलान पर हैं, वो टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह चुके हैं, वो सिर्फ सीमित ओवर क्रिकेट ही खेलते हैं, उसमें भी अब उम्मीद जैसा प्रदर्शन नहीं कर पा रहे हैं, कुछ दिन पहले कई दिग्गज क्रिकेटरों ने उन्हें सन्यास लेने का सलाह दिया था, हालांकि धोनी विकेट के आगे और विकेट के पीछे दोनों जगह चुस्त-दुरुस्त दिखते हैं।
ट्राई सीरीज में आराम
6 मार्च से श्रीलंका में ट्राई सीरीज खेला जाएगा, इस टूर्नामेंट में भारत, बांग्लादेश के अलावा तीसरी टीम बांग्लादेश की है। कोहली, धोनी समेत कुछ खिलाड़ियों को इस सीरीज में आराम दिया गया है। ऋषभ पंत और दिनेश कार्तिक को श्रीलंका भेजा जा रहा है। रोहित शर्मा इस सीरीज में टीम इंडिया की कप्तानी करते दिखेंगे।