भारत के इस बांध में उतरेगा सी प्लेन, पीएम मोदी ने तैयार किया है सबसे अनोखा प्लान

एक ऐसा प्लेन जो जमीन और पानी दोनों जगह से उड़ान भर सकता है। पीएम मोदी ने एक शानदार सी प्लेन के लिए जबरदस्त प्लान तैयार किया है। आप भी जानिए

New Delhi, Mar 06: पीएम मोदी ने कुछ वक्त पहले एक प्लान तैयार किया था, लगता है वो प्लान अब परवान चढ़ रहा है। केंद्र सरकार की भारत में कम से कम 100 सी प्लेन से सेवा शुरू करने की योजना है। इसकी खूबियां क्या होंगी, ये सब हम आपको बताएंगे, लेकिन उससे पहले आपको बता दें कि इसके शुरुआती फेज़ में देश की करीब 111 नदियों का हवाई पट्टी के तौर पर इस्तेमाल होगा।

इन दो जगहों पर जमेगी भीड़
बताया जा रहा है कि अब नानकमत्ता और आसन बैराज में भी सरकार इस योजना को शुरु करने जा रही है। खास बात ये है कि टिहरी बांध में इसके लिए पहले फेज़ का सर्वे हो चुका है। मोदी सरकार की योजना है कि सी-प्लेन हर शहर, हर गांव में पहुंचे। इसीलिए सरकार सी-प्लेन की उड़ाने के लिए नियमों को तीन माह के अंदर पूरा करने पर विचार कर रही है।

केंद्र सरकार तैयार है
फिलहाल देश में सी प्लेन के लिए कोई नियम नहीं हैं। नानकमत्ता और आसन बैराज में  सी-प्लेन उतारने की संभावनाओं को तलाशने के लिए केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्रालय की टीम यहां आएगी। टिहरी डैम में ये टीम सी-प्लेन को उतारने का सर्वे कर चुकी है। अब जल्द ही यहां सी-प्लेन उतारने का ट्रायल भी किया जाएगा। अब जानिए कि सी-प्लेन की खास बातें क्या हैं।

ये है सी-प्लेन की खूबियां
सी-प्लेन जमीन और पानी दोनों जगहों से उड़ान भर सकता है। सी प्लेन को पानी और जमीन पर लैंड कराया जा सकता है। सिर्फ 300 मीटर के रनवे से सी प्लेन उड़ान भर सकता है। इसके लिए 300 मीटर की लंबाई वाला जलाशय हवाई-पट्टी का काम कर सकता है। दुनिया में करीब 200 कोडियेक क्वेस्ट एयरक्राफ्ट उड़ाए जा रहे हैं और कनाडा में सी-प्लेन सेवा सबसे ज्यादा है।

नानकमत्ता का नाम सबसे आगे
इसमें टिहरी झील को शामिल किया गया है। इसके बाद विकासनगर के आसन बैराज और ऊधमसिंह नगर के नानकमत्ता से भी सी-प्लेन की सेवा शुरू करने की योजना बनाई गई है। नानकमत्ता से सी-प्लेन सेवा शुरू करने का एक मुख्य कारण है। यहां गुरुद्वारा नानकमत्ता साहिब है, जो सिखों की आस्था का प्रमुख केंद्रबिंदु है। इससे श्रद्धालुओं को सफर में आसानी होगी।

ये भी है खास बात
खास बात ये भी है कि नानकमत्ता में बांध भी है। यहां से सी-प्लेन सेवा आसानी से चलाई जा सकती है। ऋषिकेश स्थित बैराज पर भी सी-प्लेन की योजना का सर्वे का किया जाना है। केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्रालय की टीम जल्द ही यहां सर्वे के लिए आएगी। खास बात ये है कि टिहरी डैम का प्रारंभिक सर्वे हो चुका है। जल्द ही यहां सी-प्लेन उतारने का ट्रायल होगा।

ये है पूरी योजना
नागरिक उड्डयन मंत्रालय की टीम जल्द ही यहां सी-प्लेन उतारने का ट्रायल करेगी। केंद्र सरकार ने हर किसी की यात्रा को सुगम और सस्ता बनाने के लिए सी-प्लेन चलाने की योजना बनाई है। इस योजना का आगाज पीएम मोदी गुजरात में कर चुके हैं। इसके बाद पूरे हिंदुस्तान में 100 ऐसी जगहों की पहचान की गई है, जहां से सी-प्लेन चलाए जा सकते हैं।