राफेल – पीएम मोदी पर हमलावर राहुल गांधी पर ‘पवार’ ब्रेक, महागठबंधन की डूब सकती है नैया

शरद पवार के इस बयान रुपी प्रमाण पत्र की भले मोदी सरकार को जरुरत हो या ना हो, लेकिन इससे राफेल सौदे को लेकर हमालवर कांग्रेस की नीयत पर सवाल जरुर खड़े होने शुरु हो गये हैं।

New Delhi, Sep 28 : राफेल सौदे को लेकर राहुल गांधी लगातार मोदी सरकार पर हमले कर रहे हैं, हर दिन कांग्रेस अध्यक्ष कुछ ना कुछ नया दावा कर देते हैं, इसके साथ ही ये भी कहते हैं, कि ये तो शुरुआत है, आगे और मजा आएगा, लेकिन राहुल गांधी के इस मजे को संभावित महागठबंधन और यूपीए के सहयोगी दल ने ही किरकिरा कर दिया है। एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने कहा कि राफेल को लेकर पीएम मोदी पर कोई शक नहीं किया जा सकता, उन्होने ये भी कहा कि मोदी की नीयत पर किसी को भी शक नहीं है।

मराठी चैनल को दिया इंटरव्यू
महाराष्ट्र के पूर्व सीएम शरद पवार ने एक मराठी चैनल को इंटरव्यू दिया, इस दौरान उनसे राफेल डील को लेकर सवाल पूछे गये, तो उन्होने कहा कि राफेल लड़ाकू विमानों की कीमत को सार्वजनिक करने में मोदी सरकार को कोई नुकसान भी नहीं है। पवार के इस बयान रुपी प्रमाण पत्र की भले मोदी सरकार को जरुरत हो या ना हो, लेकिन इससे राफेल सौदे को लेकर हमालवर कांग्रेस की नीयत पर सवाल जरुर खड़े होने शुरु हो गये हैं।

कांग्रेस पर सवाल
जिस मुद्दे पर राहुल गांधी मोदी सरकार को घेरने और उनके खिलाफ माहौल बनाने की तैयारी कर रहे हैं, उसी मुद्दे पर उनके ही सहयोगी दलों में जबरदस्त विरोधाभास है। शरद पवार पर एक तरह से राफेल डील पर पीएम मोदी को क्लीन चिट दे दी है। राफेल मसले पर राहुल गांधी मोदी के लिये जिन शब्दों का इस्तेमाल कर रहे हैं, उन आरोपों को खुद शरद पवार खारिज कर चुके हैं, ऐसे में अब कांग्रेस और राहुल गांधी पर ही सवाल उठने शुरु हो गये हैं।

अनाप-शनाप बयान
ऐसे में अब सवाल उठता है कि क्या बोफोर्स की दलाली के लगे आरोपों का हिसाब-किताब चुकता करने के लिये राहुल गांधी अनाप-शनाप बयान दे रहे हैं, या किसी रणनीति के तहत वो सरकार पर ऐसे आरोप लगा रहे हैं। दूसरी ओर कांग्रेस नेता इस तरह सीधे पीएम पर राहुल गांधी के हमले को रणनीतिक कामयाबी मान रहे हैं, हालांकि राजनीतिक एक्सपर्ट्स का कहना है कि निजी हमले को पीएम जनता के बीच ले जाएंगे और उन्हें भुना लेंगे, 2014 लोकसभा चुनाव और उससे पहले गुजरात विधानसभा चुनाव इसके गवाह हैं। कांग्रेस ने इन चुनावों में नरेन्द्र मोदी पर खुलकर हमले किये थे, जिसका उनका नुकसान उठाना पड़ा था।

महागठबंधन में दरार
राफेल पर बयान देकर शरद पवार ने कांग्रेस की चिंता बढा दी है। क्योंकि मोदी से लड़ने के लिये राहुल गांधी सभी गैर बीजेपी दलों को एक मंच पर लाने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन बीएसपी ने पहले ही तेवर दिखा दिये हैं, अब एनसीपी अध्यक्ष के बयान के बाद तरह-तरह के कयास लगाये जा रहे हैं। पवार के इस बयान के दूरगामी राजनीतिक परिणाम का भी अंदाजा लगाया जा रहा है। शरद पवार ने ये भी कहा है कि विपक्ष जिस तरह से राफेल से जुड़ी तमाम तकनीकी जानकारियों को सार्वजनिक करने की मांग कर रहा है, उनका कोई औचित्य नहीं है।