राफेल डील – पहले मोदी की नीयत पर शक नहीं करने वाले शरद पवार ने मारी पलटी, अब दिया ये बयान

शरद पवार ने कहा कि सरकार ने विमान खरीदे हैं, मैं ये स्पष्ट रुप से कहता हूं, कि सरकार को इस बारे में संसद में स्पष्टीकरण देना चाहिये।

New Delhi, Oct 02 : राफेल सौदे पर पिछले दिनों एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने पीएम मोदी का बचाव किया था, उन्होने कहा था कि पीएम की नीयत पर किसी को शक नहीं है, मोदी पर देश को भरोसा है, जिसके बाद उनकी पार्टी में ही आवाज उठनी शुरु हो गई थी। अब शरद पवार ने अपने सुर बदल लिये हैं, उन्होने दावा करते हुए कहा कि फ्रांस से राफेल लड़ाकू विमानों के खरीद में अरबों डॉलर के सौदे में देश को लूटा गया है।

पार्टी में बगावत
आपको बता दें कि पिछले सप्ताह शरद पवार ने एक मराठी चैनल को दिये इंटरव्यू में कहा था कि उन्हें नहीं लगता है कि राफेल डील में मोदी की नीयत पर शक किया जा सकता है। शरद पवार के इस बयान को पीएम मोदी के बचाव के रुप में देखा जा रहा था, एनसीपी प्रमुख की इस टिप्पणी पर उनकी पार्टी में ही बगावत शुरु हो गई। एनसीपी के संस्थापक सदस्य तारिक अनवर और महासचिव मुनाफ हकीम ने नाराजगी जाहिर करते हुए पार्टी छोड़ दी थी।

नहीं करुंगा मोदी का समर्थन
एनसीपी चीफ का ये बयान ऐसे समय में आया था, जब कांग्रेस राफेल डील को लेकर पीएम मोदी को घेरने की कोशिश कर रही थी। इसके साथ ही महाराष्ट्र लोकसभा और विधानसभा चुनाव में कांग्रेस एनसीपी के साथ गठजोड़ कर चुनाव लड़ने का ऐलान कर चुके हैं। शरद पवार ने फिर इस बयान पर सफाई देते हुए मराठावाड़ा क्षेत्र में एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि कुछ लोग ये कहते हुए मेरी आलोचना कर रहे हैं कि मैंने मोदी का समर्थन किया, मैंने उनका ना कभी समर्थन किया और ना ही करुंगा।

कीमत पर स्पष्टीकरण दें
शरद पवार ने कहा कि सरकार ने विमान खरीदे हैं, मैं ये स्पष्ट रुप से कहता हूं, कि सरकार को इस बारे में संसद में स्पष्टीकरण देना चाहिये, कि विमान की कीमत 650 करोड़ रुपये से बढकर 1600 करोड़ रुपये कैसे हो गई। मराठी में किये गये ट्वीट में शरद पवार ने लिखा कि बोफोर्स मामले में जब राजीव गांधी पर आरोप लगे थे, तो उनके खिलाफ जांच बैठी थी, लेकिन उसमें कुछ भी नहीं निकला। उस समय जिन लोगों ने जांच की मांग की थी, वो आज सत्ता में हैं, लेकिन राफेल पर अपना मुंह बंद रखे हुए हैं, इस सौदे में देश को लूटा गया।

दस्तावेजों को सार्वजनिक किया जाए
शरद पवार ने एक और ट्वीट में लिखा कि राफेल लड़ाकू विमानों की कीमत 650 करोड़ रुपये से बढकर 1600 करोड़ रुपये कैसे पहुंच गई, इस विषय पर केन्द्र सरकार को संसद में सफाई देनी चाहिये। इसकी जांच की जरुरत है, साथ ही डील के दस्तावेज सभी दलों के समक्ष रखा जाना चाहिये। आपको बता दें कि इससे पहले शरद पवार के बयान को मोदी का बचाव करने वाला कहा गया था, जिस पर बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष ने उनके बयान का स्वागत किया था।